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‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल | आजादी का अमृत महोत्सव

लाभार्थियों से रूबरूपहल- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

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लाभार्थियों से रूबरूपहल- संदर्भ

  • हाल ही में, सचिव, एमओएचयूए ने आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स/एमओएचयूए) की ‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल की अध्यक्षता की।
  • ‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल के अंतर्गत, असम, झारखंड एवं केरल के प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थियों के साथ आभासी वार्ता आयोजित की गई।

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लाभार्थियों से रूबरूपहल- प्रमुख बिंदु

  • पृष्ठभूमि: मंत्रालय द्वारा सितंबर 2021 में ‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल प्रारंभ की गई थी।
    • विभिन्न राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के लाभार्थियों के साथ मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम का यह 22वां संस्करण था।
  • लाभार्थियों से रूबरूपहल के बारे में: लाभार्थियों के साथ प्रत्यक्ष अंतः क्रिया करके मिशन के अंतर्गत परियोजनाओं की प्रगति के अनुश्रवण हेतु ‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल प्रारंभ की गई है।
    • आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में ‘लाभार्थियों से रूबरू’ की योजना निर्मित की गई है।
  • उद्देश्य: ‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल के प्रमुख उद्देश्य हैं-
    • परियोजनाओं की प्रगति का अनुश्रवण करना,
    • लाभार्थियों के साथ प्रत्यक्ष संपर्क द्वारा सक्षम शासन एवं पारदर्शिता लाना,
    • एमओएचयूए एवं संबंधित राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के लिए उनके संबंधित शहरों में  आवासों के निर्माण को सुगम बनाने एवं तेजी लाने हेतु एक मंच तैयार करना तथा
    • लाभार्थियों में समावेश की भावना उत्पन्न करना।

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आज़ादी का अमृत महोत्सव- प्रमुख बिंदु 

  • आजादी का अमृत महोत्सव के बारे में: आजादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष एवं इसके लोगों, संस्कृति तथा उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का उत्सव मनाने एवं स्मरण करने की एक पहल है।
    • आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक  एवं आर्थिक पहचान के बारे में जो भी प्रगतिशील है, उसका मूर्त रूप है।
  • भारत के लोगों का उत्सव मनाना: आजादी का अमृत महोत्सव भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को उसकी विकास यात्रा में इस स्थान तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
    • भारत के लोग भी आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित होकर भारत 2.0 को सक्रिय करने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति एवं क्षमता रखते हैं।
  • आजादी के अमृत महोत्सव का प्रारंभ: “आजादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च 2021 को आरंभ हुई, जो हमारी आजादी की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75-सप्ताह की उलटी गिनती को प्रारंभ करती है।

 

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