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वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ सम्मेलन 2023 की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ सम्मेलन 2023 में वैश्विक दक्षिण के देशों को एक साझा मंच पर अपने दृष्टिकोण एवं प्राथमिकताओं को साझा करने के लिए एक साथ लाने की परिकल्पना की गई है।
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- अंतर्राष्ट्रीय संबंध) के लिए भी वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 महत्वपूर्ण है।
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, भारत ने ‘द वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ’ समिट 2023 की मेजबानी की, जो आभासी रूप से आयोजित की गई।
- वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 में भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “विश्व संकट की स्थिति में है” एवं विकासशील देशों के नेताओं से कहा “आपकी आवाज भारत की आवाज है” एवं “आपकी प्राथमिकताएं भारत की प्राथमिकताएं हैं”।
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023
- वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के बारे में: “वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट” में वैश्विक दक्षिण के देशों को एक साझा मंच पर अपने दृष्टिकोण एवं प्राथमिकताओं को साझा करने के लिए एक साथ लाने की परिकल्पना की गई है। इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 120 से अधिक देशों को आमंत्रित किया गया है।
- थीम: वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 का आयोजन “आवाज की एकता, उद्देश्य की एकता” (यूनिटी ऑफ वॉइस- यूनिटी ऑफ परपज) थीम के तहत किया गया था।
- नेताओं के उद्घाटन सत्र की थीम ” वैश्विक दक्षिण की आवाज – मानव-केंद्रित विकास के लिए” (वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ- फॉर ह्यूमन सेंट्रिक डेवलपमेंट) है एवं नेताओं के समापन सत्र की थीम “आवाज की एकता-उद्देश्य की एकता” (यूनिटी ऑफ वॉइस- यूनिटी ऑफ परपज) है।
- भागीदारी: वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 में 120 से अधिक देशों ने भाग लिया है।
- सत्र: उद्घाटन एवं समापन सत्र राज्य / सरकार के प्रमुख स्तर पर होते हैं तथा इसकी मेजबानी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की जा रही है।
- द वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 में 10 सत्रों की परिकल्पना की गई है- चार सत्र 12 जनवरी को तथा छह सत्र 13 जनवरी को आयोजित किए जाएंगे।
- प्रत्येक सत्र में 10-20 देशों के नेताओं एवं मंत्रियों के भाग लेने की संभावना है।
ग्लोबल साउथ समिट 2023 में आठ मंत्रिस्तरीय सत्र
निम्नलिखित थीम्स पर आठ मंत्रिस्तरीय सत्र आयोजित किए जाएंगे:
- ‘वित्तीय जन-केंद्रित विकास’ पर वित्त मंत्रियों का सत्र
- ‘पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली (एनवायरमेंट फ्रेंडली लाइफ़स्टाइल/LiFE) के साथ विकास में संतुलन’ पर पर्यावरण मंत्रियों का सत्र
- ‘वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताएं – एक अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करना’ पर विदेश मंत्रियों का सत्र
- ‘ऊर्जा सुरक्षा एवं विकास – समृद्धि का रोडमैप’ पर ऊर्जा मंत्रियों का सत्र
- ‘लोचशील स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के निर्माण में सहयोग’ पर स्वास्थ्य मंत्रियों का सत्र
- ‘मानव संसाधन विकास एवं क्षमता निर्माण’ पर शिक्षा मंत्रियों का सत्र
- ‘ग्लोबल साउथ में डेवलपिंग सिनर्जी – ट्रेड, टेक्नोलॉजी, टूरिज्म एंड रिसोर्सेज’ पर वाणिज्य और व्यापार मंत्रियों का सत्र
- जी-20 पर विदेश मंत्रियों का सत्र: भारत की अध्यक्षता के लिए सुझाव’।
वैश्विक दक्षिण अथवा ग्लोबल साउथ क्या है?
वैश्विक दक्षिण अथवा ग्लोबल साउथ विश्व के विकासशील तथा अल्पविकसित देशों को संदर्भित करता है। ‘ग्लोबल साउथ’ में एशिया, अफ्रीका एवं दक्षिण अमेरिका के देश शामिल हैं। यह वर्गीकरण अधिक सटीक है क्योंकि देश धन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य देखभाल के संकेतक इत्यादि के मामले में समानताएं साझा करते हैं।
भारत तथा चीन जैसे कुछ दक्षिण देश विगत कुछ दशकों में आर्थिक शक्तियों के रूप से उभरे हैं। विभिन्न एशियाई देशों द्वारा हासिल की गई प्रगति को इस विचार को चुनौती देने के रूप में भी देखा जाता है कि उत्तर के देश आदर्श हैं।
वैश्विक उत्तर अथवा ग्लोबल नॉर्थ क्या है?
‘वैश्विक उत्तर’ अथवा ग्लोबल नॉर्थ अमेरिका, कनाडा, यूरोप, रूस, ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड जैसे देशों को शिथिल रूप से संदर्भित करता है। ये अधिकांशतः विश्व के आर्थिक रूप से विकसित देशों को प्रदर्शित करता है।
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 की थीम क्या है?
उत्तर. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 का आयोजन “आवाज की एकता, उद्देश्य की एकता” (यूनिटी ऑफ वॉइस- यूनिटी ऑफ परपज) थीम के तहत किया गया था।
प्र. वैश्विक दक्षिण क्या है?
उत्तर. वैश्विक दक्षिण अथवा ग्लोबल साउथ विश्व के विकासशील तथा अल्पविकसित देशों को संदर्भित करता है।
प्र. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 की मेजबानी किस देश ने की?
उत्तर. भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आभासी रूप से वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 की मेजबानी की।
प्र. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 का उद्देश्य क्या है?
उत्तर. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2023 में वैश्विक दक्षिण के देशों को एक साझा मंच पर अपने दृष्टिकोण एवं प्राथमिकताओं को साझा करने के लिए एक साथ लाने की परिकल्पना की गई है।