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हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस-एमके 2: यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण तथा नवीन तकनीक विकसित करना।
हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस-एमके 2: संदर्भ
- हाल ही में एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) ने बताया कि लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस-एमके 2 का विस्तृत डिजाइन पूरा हो गया है एवं अगले वर्ष उत्पादन प्रारंभ करने की योजना है।
- हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस-एमके 2 की प्रथम उड़ान 2023 के प्रारंभ में होने की संभावना है।
- पांचवीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) के विन्यास को स्तंभित कर दिया गया है एवं प्रारंभिक डिजाइन पूर्ण कर लिया गया है।
हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए)-एमके 2: प्रमुख बिंदु
- एलसीए तेजस-एमके 2 के बारे में: यह एलसीए तेजस-एमके 1 में उच्च प्रणोद इंजन के साथ एक संशोधन है।
- इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के अंतर्गत वैमानिकी विकास अभिकरण द्वारा डिजाइन किया जा रहा है।
- इसका निर्माण भारत के सरकारी स्वामित्व वाली एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) द्वारा किया जा रहा है।
- एलसीए तेजस- एमके 2 की क्षमता: एलसीए-एमके 2 वर्तमान एलसीए परिवर्त्य (वेरिएंट) की तुलना में अधिक वजनी एवं अधिक सक्षम विमान होगा।
- एमके 2 कैनर्ड्स की विशेषता वाले 1,350 मिमी लंबे हैं एवं एलसीए द्वारा ले जा सकने वाले 3,500 किलोग्राम की तुलना में 6,500 किलोग्राम का नीतभार (पेलोड) ले जा सकता है।
- एमके 2 अधिक शक्तिशाली जीई-414 इंजन द्वारा संचालित होगा।
- एलसीए तेजस- एमके 2 की विशेषताएं: एलसीए तेजस-एमके 2 में निम्नलिखित प्रमुख विशेषताएं हैं-
- वर्धित सीमा एवं सह्यता (सहनशक्ति)
- ऑनबोर्ड ऑक्सीजन उत्पादन प्रणाली (प्रथम बार समाकलित की जा रही है)
- स्कैल्प, क्रिस्टल मेज एवं स्पाइस-2000 -वर्ग के समाकलित भारी हथियार
संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत रक्षा प्रौद्योगिकी एवं व्यापार पहल
वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए)- प्रमुख बिंदु
- वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) के बारे में: वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक सोसायटी है।
- मुख्य उद्देश्य: विभिन्न प्रकार के विमानों एवं रोटरक्राफ्ट के वैमानिकी विज्ञान, डिजाइन एवं विकास में अनुसंधान, सहायता, प्रोत्साहन, मार्गदर्शन, प्रबंधन, समन्वय एवं अनुसंधान करना।
- संगठनात्मक संरचना: रक्षा मंत्री सोसायटी तथा उसके सामान्य सभा के अध्यक्ष होते हैं।
- डीआरडीओ के अध्यक्ष एडीए के महानिदेशक होते हैं। वह इसके शासी निकाय के अध्यक्ष का पद भी धारण करते हैं।
- तेजस कार्यक्रम हेतु केंद्रक अभिकरण: एलसीए (तेजस कार्यक्रम) को केंद्रक अभिकरण (नोडल एजेंसी) के रूप में एडीए के साथ तथा संपूर्ण देश में विस्तृत 100 से अधिक कार्य-केंद्रों की भागीदारी के साथ डिजाइन एवं विकसित किया जा रहा है।