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भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची
भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची: भारत के मुख्य न्यायाधीशों (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया/CJI) की सूची में भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश से लेकर भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश तक के नाम सम्मिलित हैं। यह एसएससी, बैंकिंग एवं यूपीएससी जैसी विभिन्न सरकारी परीक्षाओं में उम्मीदवारों की सहायता करेगा। भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची अन्य समकालीन घटनाओं को आपस में जोड़ने के लिए एक समयरेखा स्थापित करने में भी उम्मीदवारों की सहायता करेगी। सामान्य जागरूकता भाग के स्थैतिक जीके भाग के तहत भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची चर्चा में क्यों है?
लोग प्रायः पूछते हैं कि भारत के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया/CJI) कौन हैं? इसका उत्तर धनंजय वाई. चंद्रचूड़ हैं जिन्होंने हाल ही में 09 नवंबर 2022 से भारत के मुख्य न्यायाधीश का पद ग्रहण किया है। इस संदर्भ में, हम भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची पर चर्चा कर रहे हैं।
कौन हैं डी. वाई. चंद्रचूड़- भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश?
- डी वाई चंद्रचूड़ के बारे में: भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं बॉम्बे उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं।
- उन्हें असहमति के वर्णन के लिए “लोकतंत्र के सुरक्षा वाल्व” के रूप में भी जाना जाता है।
- कार्यकाल: न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ दो वर्ष की अवधि के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करेंगे।
- वी. चंद्रचूड़ (जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता) को सर्वाधिक लंबे समय तक भारत के मुख्य न्यायाधीश (22 फरवरी, 1978 से 11 जुलाई, 1985 तक) के रूप में सेवा करने के लिए जाना जाता है।
- प्रमुख निर्णय: न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ विभिन्न संविधान पीठों का हिस्सा रहे हैं जिन्होंने ऐतिहासिक फैसले दिए हैं जैसे-
- अयोध्या भूमि विवाद निर्णय तथा
- एस पुट्टास्वामी निर्णय जिसने निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार के रूप में बरकरार रखा।
- वह उन पीठों का भी हिस्सा थे जिन्होंने निम्नलिखित मामलों पर ऐतिहासिक पथ प्रदर्शक निर्णय दिए-
- भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (समान- लिंग संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करना),
- आधार योजना की वैधता एवं
- सबरीमाला मुद्दा।
भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची
भारत के मुख्य न्यायाधीशों की सूची भारत के सभी 50 मुख्य न्यायाधीशों के नाम एवं कार्यकाल को समाहित करती है जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के पश्चात से भारत के मुख्य न्यायाधीश (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया/CJI) के पद को धारण किया है। भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश (CJI) हरिलाल जे कहानियां थे जिन्होंने 26 जनवरी 1950 से 06 नवंबर 1951 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया
क्रम संख्या | भारत के मुख्य न्यायाधीश की सूची | कार्यकाल |
पहले | एच जे कानिया | 26 जनवरी 1950 – 6 नवंबर 1951 |
दूसरे | एम. पतंजलि शास्त्री | 7 नवंबर 1951 – 3 जनवरी 1954 |
तीसरे | मेहर चंद महाजन | 4 जनवरी 1954 – 22 दिसंबर 1954 |
4थे | बिजन कुमार मुखर्जी | 23 दिसंबर 1954 – 31 जनवरी 1956 |
5वें | सुधी रंजन दास | 1 फरवरी 1956 – 30 सितंबर 1959 |
6वें | भुवनेश्वर प्रसाद सिन्हा | 1 अक्टूबर 1959 – 31 जनवरी 1964 |
7वें | पी. बी. गजेंद्रगडकर | 1 फरवरी 1964 – 15 मार्च 1966 |
8वें | अमल कुमार सरकार | 16 मार्च 1966 – 29 जून 1966 |
9वें | कोका सुब्बा राव | 30 जून 1966 – 11 अप्रैल 1967 |
10वें | कैलाश नाथ वांचू | 12 अप्रैल 1967 – 24 फरवरी 1968 |
11वें | मोहम्मद हिदायतुल्लाह | 25 फरवरी 1968 – 16 दिसंबर 1970 |
12वें | जयंतीलाल छोटेलाल शाह | 17 दिसंबर 70 – 21 जनवरी 1971 |
13वें | सर्व मित्र सीकरी | 22 जनवरी 1971 – 25 अप्रैल 1973 |
14वें | ए. एन. रे | 26 अप्रैल 1973 – 27 जनवरी 1977 |
15वें | मिर्जा हमीदुल्ला बेग | 29 जनवरी 1977 – 21 फरवरी 1978 |
16वें | वाई. वी. चंद्रचूड़ | 22 फरवरी 1978 – 11 जुलाई 1978 |
17वें | पी. एन. भगवती | 12 जुलाई 1985 – 20 दिसंबर 1986 |
18वें | रघुनंदन स्वरूप पाठक | 21 दिसंबर 1986 – 18 जून 1989 |
19वें | इंगला गुप्पे सीतारमैया वेंकटरमैया | 19 जून 1989 – 17 दिसंबर 1989 |
20वें | सब्यसाची मुखर्जी | 18 दिसंबर 1989 – 25 सितंबर 1990 |
21वें | रंगनाथ मिश्रा | 26 सितंबर 1990 – 24 नवंबर 1991 |
22वें | कमल नारायण सिंह | 25 नवंबर 1991 – 12 दिसंबर 1991 |
23वें | मधुकर हीरालाल कानिया | दिसंबर 1991 – 17 नवंबर 1992 |
24वें | ललित मोहन शर्मा | 18 नवंबर 1992 – 11 फरवरी 1993 |
25वें | एम. एन. वेंकटचलैया | 12 फरवरी 1993 – 24 अक्टूबर 1994 |
26वें | अजीज मुशब्बर अहमदी | 25 अक्टूबर 1994 – 24 मार्च 1997 |
27वें | जे. एस. वर्मा | 25 मार्च 1997 – 17 जनवरी 1998 |
28वें | मदन मोहन पुंछी | 18 जनवरी 1998 – 9 अक्टूबर 1998 |
29वें | आदर्श सेन आनंद | 10 अक्टूबर 1998 – 31 अक्टूबर 2001 |
30वें | सैम पिरोज भरूचा | 1 नवंबर 2001 – 5 मई 2002 |
31वें | भूपिंदर नाथ किरपाल | 6 मई 2002 – 7 नवंबर 2002 |
32वें | गोपाल बल्लभ पटनायक | 8 नवंबर 2002 – 18 दिसंबर 2002 |
33वें | वी. एन. खरे | 19 दिसंबर 2002 – 1 मई 2004 |
34वें | एस. राजेंद्र बाबू | 2 मई 2004 – 31 मई 2004 |
35वें | रमेश चंद्र लाहोटी | 1 जून 2004 – 31 अक्टूबर 2005 |
36वें | योगेश कुमार सभरवाल | 1 नवंबर 2005 – 13 जनवरी 2007 |
37वें | के. जी. बालाकृष्णन | 14 जनवरी 2007 – 12 मई 2010 |
38वें | एस. एच. कपाड़िया | 12 मई 2010 – 28 सितंबर 2012 |
39वें | अल्तमस कबीर | 29 सितंबर 2012 – 18 जुलाई 2013 |
40वें | पी. सदाशिवम | 19 जुलाई 2013 – 26 अप्रैल 2014 |
41वें | राजेंद्र मल लोढ़ा | 27 अप्रैल 2014 – 27 सितंबर 2014 |
42वें | एच. एल. दत्तू | 28 सितंबर 2014 – 2 दिसंबर 2015 |
43वें | टी. एस. ठाकुर | 3 दिसंबर 2015 – 3 जनवरी 2017 |
44वें | जगदीश सिंह खेहर | 4 जनवरी 2017 – 27 अगस्त 2017 |
45वें | दीपक मिश्रा | 28 अगस्त 2017 – 2 अक्टूबर 2018 |
46वें | रंजन गोगोई | 3 अक्टूबर 2018 – 17 नवंबर 2019 |
47वें | शरद अरविंद बोबडे | 18 नवंबर 2019 – 23 अप्रैल 2021 |
48वें | एन. वी. रमना | 24 अप्रैल 2021 – 26 अगस्त 2022 |
49वें | यू. यू. ललित | 27 अगस्त 2022 – 8 नवंबर 2022 |
50वें | डी. वाई. चंद्रचूड़ | 9 नवंबर 2022 – पदस्थ। |
भारत के विगत मुख्य न्यायाधीश के बारे में तथ्य
यहां भारत के विगत मुख्य न्यायाधीशों के बारे में कुछ रोचक तथ्य हैं। निम्नलिखित खंडों को ध्यान से पढ़ें।
- अमल कुमार सरकार भारत के सर्वाधिक लंबे समय तक रहने वाले मुख्य न्यायाधीश थे, उनका 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
- कमल नारायण सिंह, 22वें मुख्य न्यायाधीश, 17 दिनों (25 नवंबर 1991 – 12 दिसंबर 1991) के लिए सबसे कम समय तक सेवा देने वाले मुख्य न्यायाधीश थे।
- यशवंत विष्णु चंद्रचूड़, 16 वें मुख्य न्यायाधीश, सर्वाधिक लम्बे समय तक सेवा करने वाले मुख्य न्यायाधीश हैं, जिन्होंने सात वर्ष (फरवरी 1978 – जुलाई 1985) की सेवा की।
- जगदीश सिंह खेहर, 44 वें मुख्य न्यायाधीश, सिख समुदाय के पहले मुख्य न्यायाधीश थे।
- 30 वें मुख्य न्यायाधीश सैम पिरोज भरूचा पारसी समुदाय के पहले मुख्य न्यायाधीश थे।
- हरिलाल जेकिसुनदास कानिया सबसे कम समय तक जीवित रहने वाले मुख्य न्यायाधीश थे, उनका 61 वर्ष की आयु में कार्यालय में निधन हो गया।
भारत के मुख्य न्यायाधीश कौन हैं?
भारत के मुख्य न्यायाधीश भारत में न्यायपालिका प्रणाली के साथ भारत के सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख हैं। दूसरे शब्दों में, भारत के मुख्य न्यायाधीश भारत में न्यायिक प्रणाली में सर्वोच्च पद का अधिकारी है। भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा उनकी वरिष्ठता के आधार पर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की खंडपीठ से की जाती है। भारत के मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय के कामकाज जैसे वाद की नियुक्ति, रोस्टर बनाए रखना इत्यादि को बनाए रखने हेतु उत्तरदायी होता है ।
भारत के मुख्य न्यायाधीश के उत्तरदायित्व
भारत के मुख्य न्यायाधीश भारत की न्यायिक प्रणाली के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों हेतु उत्तरदायी हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश की कुछ प्रमुख जिम्मेदारियों का उल्लेख नीचे किया गया है।
- भारत के मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को मामले आवंटित करने हेतु जिम्मेदार हैं।
- भारत के मुख्य न्यायाधीश महत्वपूर्ण कानूनी मामलों से निपटने के लिए न्यायिक एवं संवैधानिक पीठों की नियुक्ति करते हैं।
- सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श के बाद की जाती है।
- निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश प्रायः वरिष्ठता सिद्धांत के अनुसार आगामी नियुक्त होने वाले मुख्य न्यायाधीश की सिफारिश राष्ट्रपति से करते हैं।
- भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायालय के अन्य अधिकारियों की नियुक्ति भी करते हैं।
भारत के मुख्य न्यायाधीश के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
- भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश कौन थे?
उत्तर. हरिलाल जे. कानिया भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश (CJI) थे।
- भारत के वर्तमान सेवारत मुख्य न्यायाधीश (CJI) कौन हैं।
उत्तर. न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ भारत के वर्तमान सेवारत मुख्य न्यायाधीश (CJI) हैं।
- भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) कौन हैं?
उत्तर. वाई. वी. चंद्रचूड़ भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य न्यायाधीश (CJI) हैं।