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भारत में बांधों की सूची- महत्वपूर्ण बांध, सबसे ऊंचे एवं सबसे पुराने  बांधों की सूची 

बांध एक संरचना है जिसे जलधाराओं, नदियों या अन्य जलाशयों के प्रवाह को रोकने, निर्देशित करने या नियंत्रित करने के लिए बनाया जाता है। वर्तमान में भारत में 5,334 बांध हैं, जिनमें से 447 विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। वे ऐसी रुकावटें हैं जिनका उपयोग पानी जमा करने, बाढ़ को नियंत्रित करने और ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए किया जा सकता है। बांध जलाशय प्रदान करते हैं, जो सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, पौधों और जानवरों की जलीय कृषि, लोगों के लिए सिंचाई और नेविगेशन के लिए पानी प्रदान करते हैं।

भारत में बांधों की सूची UPSC के लिए प्रासंगिकता

भारत में प्रमुख बांधों की सूची UPSC परीक्षा के लिए कई कारणों से प्रासंगिक है:

  1. भूगोल और जल संसाधन: प्रमुख बांधों का स्थान, नदी बेसिन और जलाशयों की जानकारी भूगोल और जल संसाधन प्रबंधन के तहत महत्वपूर्ण है।
  2. कृषि और सिंचाई: बांधों का उपयोग सिंचाई के लिए किया जाता है, जिससे कृषि उत्पादन और खाद्य सुरक्षा में सुधार होता है
  3. जल विद्युत उत्पादन: कई बांधों का उपयोग जल विद्युत उत्पादन के लिए किया जाता है, जो भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सहायक है
  4. पर्यावरण और पारिस्थितिकी: बांधों का निर्माण पर्यावरण और पारिस्थितिकी पर प्रभाव डालता है, जिससे संबंधित मुद्दे पर्यावरण अध्ययन के अंतर्गत आते हैं।

5. समाज-आर्थिक विकास: बांधों के निर्माण से क्षेत्रीय विकास, बाढ़ नियंत्रण और पेयजल  आपूर्ति में सुधार होता है

  1. पुनर्वास और नीतिगत मुद्दे: बांधों के निर्माण के कारण हुए विस्थापन और पुनर्वास के मुद्दे सामाजिक और नीतिगत अध्ययन के अंतर्गत महत्वपूर्ण हैं।

इस प्रकार, प्रमुख बांधों की जानकारी विभिन्न सामान्य अध्ययन पेपरों के लिए उपयोगी है, इसके साथ साथ भारत में महत्वपूर्ण बांधों की सूची राज्य पीसीएस, एसएससी, बैंकिंग, टीईटी, सुपर टीईटी, इत्यादि जैसी विभिन्न सरकारी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले उम्मीदवारों की सहायता करेगी।

बांध किसे कहा जाता है ?

बांध एक संरचना है जो नदी का जल एवं वर्षा का जल को  को रोक कर रखा जाता है और इसके परिणामस्वरूप एक जलाशय का निर्माण होता है। मुख्य रूप से, बांधों का निर्माण पानी का उपयोग करके बिजली पैदा करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही बांध का उपयोग सिंचाई परियोजनाओं में होता है.

बांध बनाने के लिए सदियों से लोग चट्टानों व मिट्टी का उपयोग करते थे, परन्तु आधुनिक समय में बांध बनाने के लिए कंक्रीट का उपयोग हो रहा है.

बांध का उद्देश्य क्या है?

बांध का निम्नलिखित उद्देश्य है.

  1. बांध घरेलू और शहर के उपयोग के लिए पर्याप्त पानी प्रदान करने के लिए उपयोगी हैं।
    सिंचाई प्रक्रिया के लिए,
  2. पन बिजली (हाइड्रोइलेक्ट्रिक) उत्पादन करने में
  3. बाढ़ के दौरान सहायक व मुख्य नदी के प्रवाह को नियंत्रित करने में
  4. बड़े जलाशयों में परिवहन में भी सहायक है
  5. बांधों के जलाशयों का उपयोग नौका विहार एवं मछली पकड़ने के लिए किया जाता है

बांध का इतिहास

प्राचीन समय में  मेसोपोटामिया के लोग बांधों का निर्माण करने वाले पहले मनुष्यों में से कुछ हो सकते हैं। सबसे पुराना ज्ञात बांध जावा बांध है, जो वर्तमान जॉर्डन में स्थित है। यह चौथी शताब्दी B.C.E में बनाया गया था। इसके साथ ही प्राचीन भारत में चन्द्रगुप्त ने गुजरात के सौराष्ट्र में सुदर्शन झील का निर्माण किया था. आगे चलकर इसी सुदर्शन झील की मरम्मत शक शासक रुद्रदामन प्रथम द्वारा 150 ईस्वी के लगभग किया गया था.

रोमन मास्टर-डैम निर्माता भी थे। स्पेन में कॉर्नाल्वो बांध अभी भी उपयोग में सबसे पुराने बांधों में से एक है। प्राचीन रोमनों ने इसे पहली या दूसरी शताब्दी C.E. में बनाया था।

औद्योगिक क्रांति के दौरान इंजीनियरों ने बड़े बांधों का निर्माण शुरू किया। 1900 के दशक की शुरुआत में अमेरिका में “बड़े बांध” के निर्माण के युग की शुरुआत हुई क्योंकि बिजली की मांग बढ़ गई थी। हूवर बांध नेवादा और एरिजोना के बीच की सीमा पर स्थित है। यह 1936 में पूरा हुआ था। हूवर बांध को एक इंजीनियरिंग चमत्कार माना जाता है।

बांधों के प्रकार

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं में भूगोल खण्ड से प्राय: बांधों के प्रकार से सम्बंधित प्रश्न पूछ ली जाती है. इस लेख में हम बांधों के प्रकार पर चर्चा करेंगे.

आर्च डैम:  आर्च बांध , एक मोटा खोल बांध जो अपनी घुमावदार रूपरेखा से काफी मजबूती प्राप्त करता है । आम तौर पर नदी घाटियों में निर्मित, आर्च बांधों में एक क्षैतिज मेहराब का रूप होता है, इसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि हाइड्रोस्टेटिक दबाव (इसके खिलाफ पानी का बल) आर्च के खिलाफ दबाव डालता है, जिससे आर्च थोड़ा सीधा हो जाता है और संरचना को मजबूत करता है क्योंकि यह इसकी नींव या एबटमेंट्स में धकेलता है।

गुरुत्वाकर्षण बांध : गुरुत्वाकर्षण बांध (Gravity Dam) एक प्रकार का बांध है जो अपने स्वयं के वजन का उपयोग करके पानी के दबाव का सामना करता है और उसे रोकता है। यह बांध मजबूत सामग्री जैसे कंक्रीट या पत्थर से बनाए जाते हैं और आमतौर पर गहरी घाटियों या संकीर्ण नदी चैनलों में बनाए जाते हैं।

आर्क-ग्रेविटी बांध : आर्क-ग्रेविटी बांध (Arch-Gravity Dam) एक प्रकार का बांध है जो आर्क (खिलवाड़) और गुरुत्वाकर्षण दोनों के सिद्धांतों का उपयोग करके पानी के दबाव का सामना करता है। यह बांध जल को रोकने के लिए अपने वजन और अपनी आर्क संरचना दोनों का उपयोग करता है। इस प्रकार के बांध आमतौर पर मजबूत चट्टानों वाली घाटियों में बनाए जाते हैं।

बैराज: बैराज एक प्रकार का लो-हेड, डायवर्सन बांध है जिसमें कई बड़े गेट होते हैं जिन्हें पानी की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए खोला या बंद किया जा सकता है। यह संरचना को सिंचाई और अन्य प्रणालियों में उपयोग के लिए नदी के पानी के उत्थान को विनियमित और स्थिर करने की अनुमति देता है।

भारत में 5 सबसे बड़े बांध

  1. टिहरी बांध (Tehri Dam)
  2. भाखड़ा नांगल बांध (Bhakra Nangal Dam)
  3. सरदार सरोवर बांध (Sardar Sarovar Dam)
  4. हीराकुंड बांध (Hirakud Dam)
  5. नागार्जुन सागर बाध (Nagarjuna Sagar Dam)

बांध सुरक्षा अधिनियम 2021: भारत के बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित करना

बांध सुरक्षा अधिनियम 2021 भारत में एक ऐतिहासिक कानून है जिसका उद्देश्य देश भर में निर्दिष्ट बांधों की निगरानी, निरीक्षण, संचालन और रखरखाव करना है। यह अधिनियम बांधों की संरचनात्मक अखंडता और परिचालन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, जो जल भंडारण, सिंचाई, पनबिजली उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

स्कोप और प्रयोज्यता

यह अधिनियम भारत में सभी निर्दिष्ट बांधों पर लागू होता है, जिनमें शामिल हैंः-15 मीटर से अधिक की ऊंचाई वाले बांध। 10 और 15 मीटर के बीच की ऊंचाई वाले बांध जो कुछ डिजाइन और संरचनात्मक स्थितियों को पूरा करते हैं।

प्रमुख प्रावधान

बांध सुरक्षा अधिनियम 2021 बांध सुरक्षा की देखरेख के लिए दो राष्ट्रीय निकायों और दो राज्य निकायों की स्थापना करता है।

राष्ट्रीय निकाय

1. बांध सुरक्षा पर राष्ट्रीय समिति
कार्य: यह समिति बांध सुरक्षा के संबंध में नीतियों को विकसित करने और नियमों की सिफारिश करने के लिए जिम्मेदार है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी बांधों को सुरक्षित रूप से बनाए रखा जाए और संचालित किया जाए।

2. राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण :-
कार्य : यह प्राधिकरण बांध सुरक्षा पर राष्ट्रीय समिति द्वारा निर्धारित नीतियों को लागू करता है। यह राज्य बांध सुरक्षा संगठनों (एस. डी. एस. ओ.) या एस. डी. एस. ओ. और राज्य के भीतर किसी भी बांध मालिक के बीच के मुद्दों को भी हल करता है। प्राधिकरण राज्यों में बांध सुरक्षा उपायों के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

राज्य निकाय

1. राज्य बांध सुरक्षा संगठन (एसडीएसओ) :-कार्य: इन संगठनों को बांधों की निरंतर निगरानी, निरीक्षण और निगरानी का काम सौंपा गया है। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि बांधों की सुरक्षा के लिए नियमित रूप से जांच की जाए और किसी भी मुद्दे का तुरंत समाधान किया जाए।

2. बांध सुरक्षा पर राज्य समिति :- कार्य : यह समिति राज्य बांध पुनर्वास कार्यक्रमों की निगरानी करती है, एस. डी. एस. ओ. के काम की समीक्षा करती है और बांध सुरक्षा के लिए अनुशंसित उपायों की प्रगति की निगरानी करती है। समिति यह सुनिश्चित करती है कि राज्य के बांधों का रखरखाव उच्चतम सुरक्षा मानकों के अनुसार किया जाए।

भारत का सबसे ऊँचा बांध

टिहरी बांध उत्तराखंड में भागीरथी नदी पर बना भारत का सबसे ऊँचा बांध है।

महानदी नदी पर बना ओडिशा का हीराकुंड बांध भारत का सबसे लंबा बांध है।

तमिलनाडु में कल्लनाई बांध भारत का सबसे पुराना बांध है। यह कावेरी नदी पर बना है और लगभग 2000 साल पुराना है।

भारत में बांधों की सूची

भारत में बांधों की सूची भारत में विभिन्न प्रमुख बांधों और वे किस नदी पर अवस्थित हैं तथा संबंधित राज्य/राज्यों के संबंध में चर्चा करती है। बांधों की राज्यवार सूची किसी विशेष राज्य में विभिन्न महत्वपूर्ण बांधों के बारे में जानकारी  प्रदान करेगी।

 भारत में महत्वपूर्ण बांधों की सूची

राज्य बांधों के नाम  नदी का नाम
आंध्र प्रदेश सोमसिला बांध पेन्नार नदी
श्रीशैलम बांध कृष्णा नदी
 

गुजरात

उकाई बांध ताप्ती नदी
धरोई बांध साबरमती नदी
कडाना बांध माही नदी
दांतीवाड़ा बांध बनास नदी
हिमाचल प्रदेश और पंजाब सीमा भाखड़ा नांगल बांध सतलुज नदी
हिमाचल प्रदेश नाथपा झाकड़ी बांध सतलुज नदी
चमेरा बांध रावी नदी
पंडोह बांध ब्यास नदी
 

जम्मू एवं कश्मीर

बगलिहार बांध चिनाब नदी
दुमखर पनबिजली बांध सिंधु नदी
उरी पनबिजली बांध झेलम नदी
 

झारखंड

मैथन बांध बराकर नदी
चांडिल बांध स्वर्णरेखा नदी
पंचेत बांध दामोदर नदी
कर्नाटक

 

तुंगा भद्रा बांध तुंगभद्रा नदी
लिंगानमक्की बांध नदी
कदरा बांध काली नाडी नदी
अलमत्ती बांध कृष्णा नदी
सूपा बांध काली नाडी या काली नदी
कृष्णा राजा सागर बांध कावेरी नदी
हरंगी बांध हरंगी नदी
नारायणपुर बांध कृष्णा नदी
कोडासल्ली बांध काली नदी
केरल

 

मलमपुझा बांध मलमपुझा नदी
पीची बांध मनाली नदी
इडुक्की बांध पेरियार नदी
कुंडला बांध कुंडला झील
परम्बिकुलम बांध परम्बिकुलम नदी
वालयार बांध वलयार नदी
मुल्लापेरियार बांध पेरियार नदी
नेय्यर बांध नेय्यार नदी
उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश सीमा राजघाट बांध बेतवा नदी
मध्य प्रदेश

 

बरना बांध बरना नदी
बरगी बांध नर्मदा नदी
बाणसागर बांध सोन नदी
गांधी सागर बांध चंबल नदी
महाराष्ट्र

 

येलदरी बांध पूर्णा नदी
उजनी बांध भीमा नदी
पावना बांध मावल नदी
मुलशी बांध मुला नदी
कोयना बांध कोयना नदी
जायकवाडी बांध गोदावरी नदी
भाटसा बांध भातसा नदी
विल्सन बांध प्रवरा नदी
तानसा बांध तानसा नदी
पंशेत बांध अंबी नदी
मुला बांध मुला नदी
कोलकेवाडी बांध वशिष्ठी नदी
गिरना बांध गिरना नदी
वैतरणा बांध वैतरणा नदी
तेलंगाना

 

राधानगरी बांध भोगावती नदी
निचला मनेयर बांध मनेयर नदी
मध्य मनेयर बांध मनेयर नदी एवं एसआरएसपी बाढ़ प्रवाह नहर
ऊपरी मनेयर बांध मनैर नदी एवं कुदलैर नदी
निजाम सागर बांध मंजीरा नदी
सिंगूर बांध मंजीरा नदी
महाराष्ट्र

 

खडकवासला बांध मुथा नदी
गंगापुर बांध गोदावरी नदी
आंध्र प्रदेश एवं ओडिशा सीमा जलापुट बांध मचकुंड नदी
ओडिशा

 

इंद्रावती बांध इंद्रावती नदी
हीराकुंड बांध महानदी नदी
तमिलनाडु

 

वैगई बांध वैगई नदी
पेरुंचनी बांध परालयार नदी
मेट्टूर बांध कावेरी नदी
उत्तर प्रदेश गोविंद बल्लभ पंत सागर बांध / रिहंद बांध रिहंद नदी
उत्तराखंड

 

टिहरी बांध भागीरथी नदी
धौली गंगा बांध धौलीगंगा नदी

भारत में प्रमुख बांधों की सूची

नीचे दिए गए टेबल में आप भारत में बने हुए प्रमुख बांधों की सूची देख सकते हैं-

क्रम सं. नाम राज्य  एवं नदी स्थापना का वर्ष विशिष्ट बिंदु
1. टिहरी उत्तराखंड; भागीरथी नदी पर 1978 भारत में सबसे ऊंचा बांध। यूएसएसआर के साथ सहयोग।
2. श्रीशैलम आंध्र प्रदेश; कृष्णा नदी पर 1960 भारत में दूसरी सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना
3. भाखड़ा नांगल बांध हिमाचल प्रदेश; सतलुज नदी पर 1948 पंजाब तथा हरियाणा दोनों इस बांध से बहिः प्रवाहित जल का उपयोग करते हैं।
4. नागार्जुन सागर बांध आंध्र प्रदेश और तेलंगाना; कृष्णा नदी पर 1967 विश्व का सबसे बड़ा चिनाई वाला बांध 26 द्वारों से सुरक्षित है
5. इडुक्की केरल; पेरियार नदी पर 1976 केरल में बिजली का सर्वाधिक वृहद एवं सर्वाधिक विश्वसनीय स्रोत
6. सरदार सरोवर बांध गुजरात; नर्मदा नदी पर 1987 नर्मदा घाटी परियोजना का सबसे बड़ा बांध
7. शिवानासमुद्र कर्नाटक; कावेरी नदी पर 1902 भारत का पहला जलविद्युत संयंत्र
8. तीस्ता बांध सिक्किम; तीस्ता नदी पर 2003 जलविद्युत उत्पादन के लिए 3 टरबाइन शामिल हैं
9. कोयना महाराष्ट्र; कोयना नदी पर 1956 भारत में सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना
10. सलाल जम्मू तथा कश्मीर; चिनाब नदी पर 1970 दो चरणों में निर्मित, चरण I और चरण II
11. रंजीत सागर बांध पंजाब; रावी नदी पर 1981 थीन बांध के रूप में भी जाना जाता है
12. मचकुंड बांध ओडिशा; मचकुंड नदी पर 1955             –
13. हीराकुंड ओडिशा; महानदी नदी पर 1957 भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात प्रारंभ हुई पहली प्रमुख बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं में से एक।
14. रंगीत बांध सिक्किम; रंजीत नदी पर 2000 सिक्किम का सबसे ऊंचा बांध
15. बाणसागर मध्य प्रदेश; सोन नदी  पर 2006                      —
16. इंदिरा सागर बांध  मध्य प्रदेश; नर्मदा नदी पर 2005 यह भारत में सबसे बड़ा जलाशय है
17. मुक्कोंबू बांध तमिलनाडु; कावेरी नदी पर 1838 यह भारत का सबसे छोटा बांध है।
18. नाथपा झाकड़ी हिमाचल प्रदेश; सतलुज नदी पर 1993 जलविद्युत उत्पादन के लिए 6 टरबाइन शामिल हैं
19. ओंकारेश्वर ओडिशा; इंद्रावती नदी पर 1996                     —
20. करछम वांगतू हिमाचल प्रदेश; सतलुज नदी 2005              —

 

भारत में प्रमुख बांधों की सूची

ऊपर, हमने भारत में सभी बांधों की सूची पर चर्चा की है। इसमें अब हम भारत के सर्वाधिक प्रसिद्ध बांधों  तथा उनके बारे में विभिन्न महत्वपूर्ण विवरणों पर चर्चा करेंगे।

 

भारत में सबसे ऊंचे, सबसे निचले तथा सबसे लंबे बांधों की सूची 

 

 

             भारत में सबसे ऊंचे, सबसे निचले तथा सबसे लंबे बांधों की सूची

 

महत्व बांध का नाम राज्य प्रमुख विशेषताएं
भारत में सबसे ऊंचा बांध  टिहरी बांध उत्तराखंड ऊंचाई: 260.5 मीटर

लंबाई: 575 मीटर

नदी: भागीरथी नदी

स्थान: उत्तराखंड

पूरा होने का वर्ष: 2006 (पहला चरण)

भारत में सबसे लंबा बांध हीराकुंड बांध ओडिशा कुल लंबाई: 25.79 किमी (16.03 मील)

मुख्य बांध की लंबाई: 4.8 किमी (3.0 मील)

नदी: महानदी

स्थान: ओडिशा

पूरा होने का वर्ष: 1957

भारत में सबसे पुराना बांध कल्लनई बांध तमिलनाडु नदी: कावेरी

स्थान: तमिलनाडु

पूरा होने का वर्ष: 100 ईसा पूर्व -100 ईस्वी

 

भारत में बांधों की सूची के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न.     भारत में सबसे लंबा बांध कौन सा है?

उत्तर. भारत का सबसे लंबा बांध हीराकुंड बांध है।

प्रश्न.     भारत में सबसे ऊंचा बांध कौन सा है?

उत्तर. टिहरी बांध भारत का सबसे ऊंचा/सबसे ऊंचा बांध है।

प्रश्न.     भारत का सबसे पुराना बांध कौन सा है?

उत्तर. भारत का सबसे पुराना बांध कावेरी नदी पर स्थित कल्लनई बांध है।

प्रश्न.     भारत की आजादी के बाद आरंभ की गई पहली बड़ी बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना कौन सी है?

उत्तर. हीराकुंड बांध

प्रश्न.     भारत में सबसे बड़ा जलाशय कौन सा है?

उत्तर. इंदिरा सागर बांध

 

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