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जल संरक्षण अभियानों की सूची की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
जल संरक्षण अभियानों की सूची: जल संरक्षण योजनाएं एवं अभियान भारत में जल संरक्षण प्रथाओं को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार की महत्वपूर्ण पहल हैं। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- संरक्षण अभ्यास/पहल) में जल संरक्षण अभियानों की सूची।
जल संरक्षण अभियानों की सूची चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, जल शक्ति राज्य मंत्री, श्री विश्वेश्वर टुडू ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में भारत में जल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों/योजनाओं/अभियानों के बारे में जानकारी दी।
भारत में जल की उपलब्धता एवं वितरण
- किसी भी क्षेत्र अथवा देश की औसत वार्षिक जल उपलब्धता काफी हद तक जल हाइड्रो-मौसम विज्ञान संबंधी तथा भूवैज्ञानिक कारकों पर निर्भर करती है।
- हालांकि, प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता किसी देश की जनसंख्या पर निर्भर है।
- जनसंख्या वृद्धि के कारण देश में प्रति व्यक्ति जल की उपलब्धता में कमी हो रही है।
- वर्षा की उच्च कालिक एवं स्थानिक भिन्नता के कारण, देश के कई क्षेत्रों में जल की उपलब्धता राष्ट्रीय औसत से कम है तथा जल की कमी/अपर्याप्तता की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।
जल से संबंधित कानूनी प्रावधान/योजनाएं
- जल के राज्य का विषय होने के कारण, जल संसाधनों के संवर्धन, संरक्षण एवं कुशल प्रबंधन के लिए कदम मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकारों द्वारा उठाए जाते हैं।
- राज्य सरकारों के प्रयासों को पूरित करने के लिए केंद्र सरकार विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें तकनीकी तथा वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
जल जीवन मिशन (JJM)
- भारत सरकार, राज्य के साथ साझेदारी में, 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल जल आपूर्ति की उपलब्धता का प्रावधान करने के लिए जल जीवन मिशन (JJM) को क्रियान्वित कर रही है।
AMRUT 2.0 योजना
- भारत सरकार ने 1 अक्टूबर, 2021 को अमृत योजना (AMRUT) 2.0 का विमोचन किया है, जिसमें देश के सभी वैधानिक शहरों को शामिल किया गया है ताकि जल की आपूर्ति का सार्वभौमिक कवरेज सुनिश्चित किया जा सके एवं शहरों को ‘जल सुरक्षित’ बनाया जा सके।
पीएम कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई)
- जल का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए, भारत सरकार 2015-16 से प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) लागू कर रही है।
- पीएमकेएसवाई-त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (एक्सीलरेटेड इरिगेशन बेनिफिट प्रोग्राम/एआईबीपी) के तहत, राज्यों के परामर्श से 2016-17 के दौरान जारी 99 बड़ी/मध्यम सिंचाई परियोजनाओं को प्राथमिकता दी गई थी, जिनमें से 50 प्राथमिकता वाली परियोजनाओं के एआईबीपी कार्यों को पूरा करने की सूचना दी गई है।
- 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के विस्तार को भारत सरकार द्वारा 93,068.56 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ अनुमोदित किया गया है।
- कमान क्षेत्र विकास एवं जल प्रबंधन (कमांड एरिया डेवलपमेंट एंड वाटर मैनेजमेंट/सीएडीडब्ल्यूएम) कार्यक्रम: इसे 2015-16 से पीएमकेएसवाई – हर खेत को पानी के तहत लाया गया है।
- सीएडी कार्यों को प्रारंभ करने का प्रमुख उद्देश्य सृजित सिंचाई क्षमता का उपयोग में वृद्धि करना तथा भागीदारी सिंचाई प्रबंधन (पार्टिसिपेटरी इरिगेशन मैनेजमेंट/पीआईएम) के माध्यम से सतत आधार पर कृषि उत्पादन में सुधार करना है।
जल उपयोग दक्षता ब्यूरो (ब्यूरो ऑफ वाटर यूज एफिशिएंसी/बीडब्ल्यूआई)
- सिंचाई, औद्योगिक एवं घरेलू क्षेत्रों में जल के कुशल उपयोग को प्रोत्साहित करने, विनियमन एवं नियंत्रण के लिए जल उपयोग दक्षता ब्यूरो (ब्यूरो ऑफ वाटर यूज एफिशिएंसी/BWUE) की स्थापना की गई है।
- ब्यूरो देश में सिंचाई, पेयजल आपूर्ति, बिजली उत्पादन, उद्योगों इत्यादि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में जल उपयोग दक्षता में सुधार को बढ़ावा देने के लिए एक सुविधा प्रदाता होगा।
“सही फसल” अभियान
- जल के अभाव वाले क्षेत्रों में किसानों को ऐसी फसलें उत्पादित करने के लिए प्रेरित करने हेतु “सही फसल” अभियान प्रारंभ किया गया था, जो अधिक जल गहन नहीं हैं, किंतु जल का बहुत कुशलता से उपयोग करती हैं एवं आर्थिक रूप से लाभकारी हैं; स्वस्थ एवं पौष्टिक हैं; क्षेत्र की कृषि-जलवायु-जल विशेषताओं के अनुकूल तथा पर्यावरण के अनुकूल हैं।
मिशन अमृत सरोवर
- मिशन अमृत सरोवर को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर 24 अप्रैल, 2022 को आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव के एक भाग के रूप में प्रारंभ किया गया था, जिसका उद्देश्य भविष्य के लिए जल का संरक्षण करना था।
- मिशन का उद्देश्य देश के प्रत्येक जिले में 75 जल निकायों का विकास एवं कायाकल्प करना है।
जल शक्ति अभियान: कैच द रेन” (जेएसए: सीटीआर)
- जल शक्ति अभियान: कैच द रेन” (जेएसए: सीटीआर) – 2022 अभियान, जेएसए की श्रृंखला में तीसरा, 29.3.2022 को देश भर के सभी जिलों (ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों) के सभी प्रखंडों को सम्मिलित करने हेतु प्रारंभ किया गया था।
- अभियान के केंद्रित अंतःक्षेपों में सम्मिलित हैं (1) जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन (2) गणना, जिओ-टैगिंग तथा सभी जल निकायों की सूची निर्मित करना; इसके आधार पर जल संरक्षण के लिए वैज्ञानिक योजना तैयार करना (3) सभी जिलों में जल शक्ति केंद्रों की स्थापना (4) सघन वनीकरण तथा (5) जागरूकता सृजित करना।
जागरूकता सृजन अभियान
- नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) के सहयोग से एक जागरूकता अभियान 21 दिसंबर, 2020 को जल शक्ति मंत्री एवं युवा मामलों तथा खेल मंत्री द्वारा संयुक्त रूप से प्रारंभ किया गया था।
- नेहरू युवा केंद्र संगठन तब से देश में जागरूकता सृजन अभियान संचालित कर रहा है।
- नेहरू युवा केंद्र सन ने अपनी विभिन्न गतिविधियों जैसे रैलियों, जल चौपालों, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद, नारा लेखन प्रतियोगिताओं, दीवार लेखन इत्यादि के माध्यम से 36.60 लाख गतिविधियों में 3.82 करोड़ से अधिक लोगों को शामिल किया है।
लोक संपर्क कार्यक्रम (पब्लिक इंटरएक्शन प्रोग्राम/पीआईपी)
- हितधारकों के लाभ के लिए नेशनल एक्विफर मैपिंग एंड मैनेजमेंट (NAQUIM) अध्ययन के आउटपुट का प्रसार करने के लिए जमीनी स्तर पर सार्वजनिक संपर्क कार्यक्रम (पब्लिक इंटरएक्शन प्रोग्राम/PIP) आयोजित किए जा रहे हैं।
- अब तक देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे 1300 कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं जिनमें करीब एक लाख लोगों ने भागीदारी की है।
राजीव गांधी राष्ट्रीय भूजल प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (RG NGWTRI) द्वारा प्रशिक्षण
- राजीव गांधी राष्ट्रीय भूजल प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (राजीव गांधी नेशनल ग्राउंड वॉटर ट्रेंनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट/RG NGWTRI), रायपुर, छत्तीसगढ़, केंद्रीय भूजल बोर्ड ( सेंट्रल ग्राउंड वॉटर बोर्ड/CGWB), जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग का प्रशिक्षण प्रकोष्ठ है।
- राजीव गांधी राष्ट्रीय भूजल प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (RG NGWTRI) केंद्र सरकार/राज्य सरकार/पीएसयू/एनजीओ/अकादमिक संस्थानों के अधिकारियों के लिए तीन अलग-अलग प्रकार के प्रशिक्षण (टियर-I, टियर-II एवं टियर-III) आयोजित करता है।
राष्ट्रीय जल पुरस्कार एवं जल हीरोज
- जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग ने जल संरक्षण तथा भूजल पुनर्भरण में उचित पद्धतियों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय जल पुरस्कार एवं जल नायकों – “अपनी कहानियां साझा करें प्रतियोगिता” की स्थापना की है।
डीओडब्ल्यूआर, आरडी एवं जीआर की सूचना, शिक्षा तथा संचार (आईईसी) योजना
- डीओडब्ल्यूआर, आरडी एवं जीआर की सूचना, शिक्षा तथा संचार (आईईसी) योजना के तहत देश में वर्षा जल संचयन एवं भूजल के कृत्रिम पुनर्भरण को प्रोत्साहित करने हेतु प्रत्येक वर्ष समय-समय पर जन जागरूकता कार्यक्रम (प्रशिक्षण, सेमिनार, कार्यशालाएं, प्रदर्शनियां, व्यापार किराया एवं पेंटिंग प्रतियोगिताएं इत्यादि) आयोजित किए जाते हैं। ।