Table of Contents
माधवपुर मेला- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 1: भारतीय इतिहास- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को सम्मिलित करेगी।
समाचारों में माधवपुर घेद मेला
- हाल ही में, भारत के राष्ट्रपति ने गुजरात के पोरबंदर के माधवपुर घेद में पांच दिवसीय माधवपुर घेद मेले का उद्घाटन किया।
- भारत के प्रधानमंत्री ने मन की बात से एक क्लिप साझा की है जिसमें उन्होंने माधवपुर मेले को भारत की सांस्कृतिक विविधता तथा जीवंतता के विशिष्ट उत्सव के रूप में विस्तार से बताया है।
माधवपुर घेद मेला के बारे में प्रमुख तथ्य
- माधवपुर घेद मेले के बारे में: भगवान कृष्ण एवं रुक्मिणी के पवित्र मिलन का उत्सव मनाने के लिए प्रत्येक वर्ष 2018 से माधवपुर मेला (माधवपुर घेद मेला) का आयोजन किया जा रहा है।
- आयोजन मंत्रालय: माधवपुर घेद मेला का आयोजन गुजरात सरकार द्वारा संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है
- स्थान का महत्व: श्री कृष्ण के जीवन से जुड़े गांव एवं बापू की जन्मस्थली पोरबंदर के पास माधवपुर घेद मेला का आयोजन किया जा रहा है।
- मेले का विस्तार: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय भी इस वर्ष व्यापक स्तर पर मेले के आयोजन से संबंधित है।
- पूर्वोत्तर राज्यों में एक ही दिन कई सांस्कृतिक उत्सवों का आयोजन किया जा रहा है।
- महत्व: संपूर्ण देश की जनता को भावनात्मक स्तर पर जोड़ने का माधवपुर पर्व आजादी का अमृत महोत्सव के साथ मनाया जा रहा है।
- ऐसे आयोजनों के माध्यम से लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी को हमारी विरासत, संस्कृति, कला, हस्तशिल्प एवं पारंपरिक व्यंजनों के बारे में ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होता है।
- माधवपुर मेला जैसे आयोजन पर्यटन को भी प्रोत्साहन प्रदान करते हैं।
आजादी का अमृत महोत्सव- प्रमुख बिंदु
- आजादी का अमृत महोत्सव के बारे में: आजादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष एवं इसके लोगों, संस्कृति तथा उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का उत्सव मनाने एवं स्मरण करने की एक पहल है।
- आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक एवं आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील है।
- भारत के लोगों का उत्सव: आजादी का अमृत महोत्सव भारत के उन लोगों को समर्पित है, जिन्होंने भारत को उसकी विकास यात्रा में यहां तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- भारत के लोगों के पास आत्मनिर्भर भारत की भावना से प्रेरित भारत 2.0 को सक्रिय करने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति एवं क्षमता भी है।
- आज़ादी के अमृत महोत्सव का प्रारंभ: “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च 2021 को प्रारंभ हुई, जो हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75-सप्ताह की उलटी गिनती शुरू करती है।