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मनोदर्पण पहल- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- केंद्र एवं राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं एवं इन योजनाओं का प्रदर्शन।
मनोदर्पण पहल- संदर्भ
- हाल ही में सरकार द्वारा ‘मनोदर्पण’ पहल प्रारंभ की गई है, जिसमें छात्रों, शिक्षकों एवं परिवारों को मानसिक स्वास्थ्य एवं भावनात्मक कल्याण हेतु कोविड-19 के प्रकोप एवं उसके पश्चातवर्ती समय के दौरान मनोसामाजिक सहायता प्रदान करने के लिए गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला सम्मिलित है।
मनोदर्पण पहल- प्रमुख बिंदु
- मनोदर्पण पहल के बारे में: मनोदर्पण पहल विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान छात्रों एवं शिक्षकों तथा परिवारों जैसे संबंधित लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने हेतु सरकार द्वारा संचालित की गई विभिन्न पहलों का एक हिस्सा है।
- मूल मंत्रालय: मनोदर्पण पहल को शिक्षा मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
- कार्य दल: एक कार्यदल का गठन किया गया है, जिसमें शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक मुद्दों के विशेषज्ञ सदस्य होंगे। इसका उद्देश्य है
- छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों एवं चिंताओं का अनुश्रवण एवं प्रचार करना एवं
- परामर्श सेवाओं, ऑनलाइन संसाधनों एवं हेल्पलाइन के माध्यम से कोविड-19 के दौरान एवं पश्चातवर्ती समय में मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक पहलुओं को संबोधित करने हेतु सहायता प्रदान करने की सुविधा प्रदान करना।
मनोदर्पण पहल- प्रमुख विशेषताएं
- परिवारों के साथ-साथ विद्यालय तंत्र एवं विश्वविद्यालयों के छात्रों, शिक्षकों एवं संकाय हेतु सलाहकारी दिशा निर्देश।
- शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर वेब पेज जिसमें मनोवैज्ञानिक सहायता, प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न एवं ऑनलाइन परिप्रश्नों की प्रणाली हेतु सलाहकार, व्यावहारिक सुझाव, पोस्टर, वीडियो, क्या करें एवं क्या न करें, शामिल हैं।
- राष्ट्रीय स्तर का डेटाबेस एवं विद्यालय तथा विश्वविद्यालय स्तर पर परामर्शदाताओं की निर्देशिका।
- राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन (8448440632) देश भर में विद्यालयों, विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्रों तक पहुंच हेतु।
- मनोसामाजिक सहायता पर पुस्तिका: छात्रों के जीवन कौशल एवं कल्याण का समृद्धिकरण
- वेबिनार, श्रव्य दृश्य (ऑडियो-विजुअल) संसाधन जिसमें वीडियो, पोस्टर, पर्चियां (फ्लायर्स), कॉमिक्स एवं लघु फिल्में जो शारीरिक और रचनात्मक कल्याण, जो मानसिक कल्याण के आवश्यक अंग हैं, पर अन्य मंत्रालयों/विभागों के संसाधनों के अभिसरण पर केंद्रित हैं।