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ग्रेट बैरियर रीफ: प्रासंगिकता
- जीएस 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
ग्रेट बैरियर रीफ: संदर्भ
- हाल ही में, ऑस्ट्रेलिया के ग्रेट बैरियर रीफ मरीन पार्क प्राधिकरण ने घोषणा की है कि ग्रेट बैरियर रीफ एक अन्य सामूहिक विरंजन घटना से तबाह हो रहा है।
- विश्व की प्रवाल भित्तियों की स्थिति 2020 के बारे में पढ़ें
ग्रेट बैरियर रीफ: प्रमुख बिंदु
- छह वर्षों में यह चौथी बार है कि प्रवाल भित्तियों को हो रही इतनी गंभीर एवं व्यापक क्षति का पता चला है।
- महत्वपूर्ण रूप से, 2016 तक मात्र दो सामूहिक विरंजन घटनाओं को अभिलिखित किया गया था।
- वैज्ञानिक विशेष रूप से चिंतित हैं क्योंकि उसी वर्ष ला नीना मौसम की घटना के रूप में एक विरंजन घटना हुई है। आमतौर पर, ऑस्ट्रेलिया में, ला नीना ठंडा तापमान लाता है।
- आगामी अल नीनो से होने वाली क्षति को लेकर वैज्ञानिक अब सहमे हुए हैं।
ग्रेट बैरियर रीफ: मास ब्लीचिंग क्या है?
- प्रवाल विरंजन बलाघात के तहत किसी प्रवाल की एक सामान्य प्रतिक्रिया है। प्रक्षालित प्रवाल के छोटे खंड आवश्यक रूप से चिंता का एक कारण नहीं हैं।
- यद्यपि, व्यापक स्तर पर विरंजन की घटनाएं दसियों अथवा यहां तक कि सैकड़ों (एवं कभी-कभी हजारों) किलोमीटर तक विस्तृत होती हैं जो संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को दुष्प्रभावित कर सकती हैं एवं इसमें सम्मिलित सभी हितधारकों के लिए चिंता का एक महत्वपूर्ण कारण होती हैं।
- व्यापक पैमाने पर विरंजन का कारण: बड़े पैमाने पर विरंजन की घटनाएं मुख्य रूप से समुद्र के तापमान के कारण प्रारंभ होती हैं जो लंबे समय तक (सप्ताह) के लिए सामान्य गर्मी के अधिकतम तापमान से अधिक होती हैं।
- प्राथमिक प्रेरक: जल का उच्च तापमान एवं सूर्य की तीव्र रोशनी।
- न्यूनतम धारा वाली शांत तथा स्पष्ट स्थितियां भी बलाघात को बढ़ा सकती हैं एवं विरंजन की गति को तीव्र कर सकती हैं।
- पवन एवं धाराओं की कमी के परिणामस्वरूप जल की परतों का आपस में कम संमिश्रण, स्वच्छ समुद्र तथा सौर विकिरण की गहरी पैठ हो सकती है।
विश्व के प्रवाल भित्तियों की स्थिति रिपोर्ट
व्यापक पैमाने पर विरंजन: पर्यावरण वैज्ञानिक चिंतित क्यों हैं?
- विगत कुछ दशकों में व्यापक पैमाने पर विरंजन की घटनाओं की आवृत्ति तथा गंभीरता में वृद्धि हो रही है, जिससे वैश्विक स्तर पर प्रवाल का क्षरण हो रहा है।
- इन घटनाओं के और भी अधिक घटित होने की संभावना है क्योंकि वैश्विक जलवायु परिवर्तन के तहत समुद्र की सतह के तापमान में वृद्धि जारी है।
- यह प्रथम अवसर है जब प्राकृतिक ला नीना मौसम प्रतिरूप की शीतलन स्थितियों के तहत प्रवाल विरंजित हुई है, जो जलवायु परिवर्तन की दीर्घकालिक वैश्विक तापन की प्रवृत्ति को दर्शाता है।
ग्रेट बैरियर रीफ
- ग्रेट बैरियर रीफ ऑस्ट्रेलिया के उत्तर-पूर्वी तट पर उल्लेखनीय विविधता एवं सुंदरता का स्थल है।
- इसमें 400 प्रकार के प्रवाल, मछलियों की 1500 प्रजातियों तथा 4,000 प्रकार के घोंघा (मोलस्क) के साथ प्रवाल भित्तियों का विश्व का सर्वाधिक वृहद संग्रह है।
- यह डुगोंग (‘समुद्री गाय’) एवं विशाल हरे कछुए जैसी प्रजातियों के पर्यावास स्थल के रूप में भी व्यापक वैज्ञानिक महत्त्व धारण करता है, जो विलुप्त होने के खतरे में हैं।
प्रवाल भित्तियों का महत्व
आर्थिक महत्व
- प्रवाल भित्तियों द्वारा प्रदान की जाने वाली वस्तुओं एवं सेवाओं का मूल्य प्रति वर्ष 2.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जिसमें प्रवाल भित्ति पर्यटन में 36 बिलियन अमेरिकी डॉलर शामिल हैं।
पारिस्थितिक महत्व
- प्रवाल भित्तियाँ कम से कम 25% समुद्री प्रजातियों को आश्रय प्रदान करती हैं एवं सैकड़ों लाखों व्यक्तियों की सुरक्षा, तटीय सुरक्षा, कल्याण, भोजन एवं आर्थिक सुरक्षा का आधार हैं।
- नरम प्रवाल झुकते हैं एवं कठोर प्रवालों के के श्रृंगीय (टेढ़े-मेढ़े) पर्वतों के मध्य झूलते हैं तथा मछली, घोंघे एवं अन्य समुद्री जीवों के लिए अतिरिक्त आवास उपलब्ध कराते हैं।
- प्रवाल भित्तियाँ विश्व के किसी भी पारितंत्र की उच्चतम जैव विविधता को आश्रय प्रदान करती हैं, जो उन्हें ग्रह पर जैविक रूप से सर्वाधिक जटिल एवं मूल्यवान बनाती हैं।