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औषधीय कवक के लिए MeFSAT डेटाबेस: यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- सामान्य अध्ययन III- सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी, औषधि क्षेत्र एवं स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में जागरूकता।
MeFSAT डेटाबेस चर्चा में क्यों है?
चेन्नई के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए MeFSAT का उपयोग करके औषधीय कवक के एक विश्लेषणात्मक अध्ययन से ज्ञात होता है कि उन कवकों द्वारा द्वारा स्रावित कुछ रसायनों का उपयोग नई दवाओं के रूप में किया जा सकता है।
- चेन्नई स्थित शोधकर्ताओं ने औषधीय कवक के 1,830 माध्यमिक चयापचयों की संरचना का विश्लेषण किया।
- द्वितीयक उपापचयज (मेटाबोलाइट्स) रासायनिक यौगिक होते हैं जो कवक बलाघातित होने पर उत्पन्न करते हैं।
- वे कवक की जीवित रहने की क्षमता में वृद्धि करते हैं।
MeFSAT क्या है?
- MeFSAT (मेडिसिनल फंगी सेकेंडरी मेटाबोलाइट्स एंड थेरेप्यूटिक्स) एक डेटाबेस है जो मशरूम सहित 184 औषधीय कवक पर सूचनाओं का संकलन करता है।
- यह एक मैन्युअल रूप से स्थानापन्न (क्यूरेट) किया गया डेटाबेस है जो माध्यमिक उपापचयज (मेटाबोलाइट्स) पर सूचनाओं का संकलन करता है एवं इस विषय पर प्रकाशित शोध लेखों तथा विशेष पुस्तकों से औषधीय कवक के चिकित्सीय उपयोगों की सूचना देता है।
औषधीय कवक क्या हैं?
- औषधीय कवक दो वर्गिकीय (टैक्सोनोमिक) वर्गों, अर्थात बेसिडिओमाइकोटा एवं एस्कोमाइकोटा से संबंधित है।
- मशरूम बेसिडिओमाइकोटा वर्ग से संबंधित हैं। एक उदाहरण है एगारिकस बिस्पोरस, बटन मशरूम, जिसका सेवन किया जा सकता है।
- असोमाइकोटा वर्ग से संबंधित कवक आमतौर पर मशरूम नहीं होते हैं।
कवक-आधारित औषधियों के उदाहरण
- कॉर्डीसेपीन, कवक की कॉर्डिसेप्स प्रजाति द्वारा निर्मित एक द्वितीयक चयापचयज (मेटाबोलाइट), अर्बुद (ट्यूमर)-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है।
- न केवल कॉर्डीसेपीन, सामान्य रूप से, बल्कि अनेक माध्यमिक चयापचयों को भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य दोनों के संदर्भ में मनुष्यों के लिए लाभप्रद माना जाता है।