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मिलन 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: सुरक्षा- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां एवं उनका प्रबंधन।
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मिलन 2022 खबरों में क्यों है?
- भारतीय नौसेना के बहुपक्षीय अभ्यास मिलन 2022 का नवीनतम संस्करण 25 फरवरी 22 से ‘प्रारब्ध के शहर’ विशाखापट्टनम में आरंभ होने वाला है।
मिलन 2022 के बारे में प्रमुख तथ्य
- मिलन 2022 के बारे में: मिलन 2022 दो चरणों में 9 दिनों की अवधि में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बंदरगाह चरण 25 से 28 फरवरी एवं समुद्री चरण 01 से 04 मार्च तक निर्धारित है।
- मिलन 2022 का थीम: मिलन 2022 अभ्यास विषय वस्तु ‘कैमराडरी – कोहेसन-कोलैबोरेशन (सौहार्द- एकजुटता – सहयोग‘) है।
- उद्देश्य: मिलन अभ्यास का उद्देश्य परिचालन कौशल को प्रखर बनाना, सर्वोत्तम प्रथाओं एवं प्रक्रियाओं को आत्मसात करना है।
- मिलन 2022 का उद्देश्य मैत्रीपूर्ण नौसेनाओं के बीच पेशेवर अंतः क्रिया के माध्यम से, सामुद्रिक क्षेत्र में सैद्धांतिक शिक्षा को सक्षम बनाना है।
- मिलन 2022 का उद्देश्य भारत को व्यापक पैमाने पर संपूर्ण विश्व के लिए एक जिम्मेदार सामुद्रिक शक्ति के रूप में प्रस्तुत करना है।
- भागीदारी: मिलन 2022 अपनी अब तक का सर्वाधिक वृहद भागीदारी का साक्षी बनेगा, जिसमें 40 से अधिक देश अपने युद्धपोत/उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजेंगे।
- हाई प्रोफाइल विदेशी प्रतिनिधियों में उच्चतम स्तर का नौसैनिक नेतृत्व, एजेंसी प्रमुख, राजदूत एवं समकक्ष सम्मिलित होंगे।
- महत्व: भारत 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष का उत्सव मना रहा है एवं मिलन 2022 इस मील के पत्थर को अपने मित्रों एवं भागीदारों के साथ मनाने का अवसर प्रदान करता है।
- मिलन 2022 सतह, अधस्तल एवं वायु क्षेत्र तथा अस्त्र प्रहार में अभ्यास सहित समुद्र में अभ्यास पर ध्यान देने के साथ विस्तार क्षेत्र एवं जटिलता में बड़ा होगा।
मिलन अभ्यास क्या है?
- मिलन अभ्यास के बारे में: मिलन, भारतीय नौसेना द्वारा 1995 में अंडमान एवं निकोबार कमान में प्रारंभ किया गया एक द्विवार्षिक बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है।
- पुनरावृति: 2001, 2005, 2016 एवं 2020 को छोड़कर अभ्यास मिलन द्विवार्षिक रूप से आयोजित किया गया है।
- जबकि 2001 एवं 2016 के संस्करण अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट समीक्षाओं के कारण आयोजित नहीं किए गए थे, 2005 की सुनामी के कारण 2005 के संस्करण को 2006 में पुनर्निर्धारित किया गया था।
- कोविड-19 के कारण मिलन के 2020 संस्करण को 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
- देशों की भागीदारी: मिलन अभ्यास के प्रथम संस्करण (मिलन 1995) में, मात्र चार देशों, अर्थात् इंडोनेशिया, सिंगापुर, श्रीलंका एवं थाईलैंड ने अभ्यास में भाग लिया।
- 2014 में भागीदारी छह क्षेत्रीय देशों से बढ़कर 18 देशों तक पहुंच गई, जिसमें हिंद महासागरीय क्षेत्र (इंडियन ओशन रीजंस/आईओआर) तटवर्ती क्षेत्र शामिल थे।
- मिलन 2022 अपनी अब तक के सर्वाधिक वृहद भागीदारी का साक्षी बनेगा, जिसमें 40 से अधिक देश अपने युद्धपोत/उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजेंगे।