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मिशन इंटीग्रेटेड बायोरिफाईनरीज यूपीएससी: प्रासंगिकता
- जीएस 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
मिशन इनोवेशन यूपीएससी: संदर्भ
- हाल ही में, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा समाधान में गति लाने के लिए एक भविष्य की पहल, मिशन एकीकृत जैव-शोधनशाला (इंटीग्रेटेड बायो-रिफाइनरी) लॉन्च की है।
मिशन एकीकृत जैव-शोधनशाला: प्रमुख बिंदु
- मंत्री ने विमानन अनुप्रयोगों के लिए स्वच्छ जैव ईंधन के लिए निम्न कार्बन मार्गों के लिए जैव-तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए आरडी एंड डी (अनुसंधान, विकास तथा प्रदर्शन) का समर्थन एवं संचालन करने हेतु सतत विमानन ईंधन पर राष्ट्रीय वित्त पोषण अवसर की भी घोषणा की है।
- मंत्रालय ने हाइड्रोजन वैली प्लेटफॉर्म के वित्तपोषण के अवसर की भी घोषणा की, जो स्थल पर (ऑनसाइट) उत्पादन एवं उपयोग द्वारा हाइड्रोजन की मांग तथा आपूर्ति को अनुकूलित करने, नवीकरणीय संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने एवं भौगोलिक पहचान के साथ जल के अतिरिक्त क्षेत्रों के लिए एक वैश्विक पहल है।
- मंत्रालय ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी/डीएसटी) द्वारा भंडारण पर एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा सामग्री त्वरण प्लेटफॉर्म, सामग्री पर एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा सामग्री त्वरण प्लेटफॉर्म तथा जैव ऊर्जा (बायोएनर्जी) के साथ हाइड्रोजन पर 6 मिलियन अमरीकी डालर की कुल लागत से एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा सामग्री त्वरण प्लेटफॉर्म पर स्थापित तीन सामग्री त्वरण प्लेटफॉर्म (एमएपी) का विमोचन भी किया। ।
मिशन इंटीग्रेटेड बायो-रिफाइनरियों के बारे में
- मिशन इंटीग्रेटेड बायो-रिफाइनरी भारत तथा नीदरलैंड की सह-नेतृत्व वाली पहल है।
- मिशन निम्न कार्बन भविष्य के लिए नवीकरणीय ईंधन, रसायन तथा सामग्री के लिए नवाचार में गति लाने हेतु देशों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों सहित विभिन्न हितधारकों की एक गतिशील एवं परिणाम-उन्मुख साझेदारी को संगठित करता है।
- मिशन इंटीग्रेटेड बायोरिफाईनरीज का पूर्ण रूप से विमोचन विगत वर्ष नवंबर में मिशन इनोवेशन वार्षिक सभा में COP26 के पार्श्व कार्यक्रम (साइड इवेंट) में सॉफ्ट लॉन्च के परिणाम स्वरूप हुआ है।
- मिशन निम्न कार्बन युक्त भविष्य के लिए नवीकरणीय ईंधन, रसायन तथा सामग्री में नवाचार में गति लाने हेतु देशों, निजी क्षेत्र, अनुसंधान संस्थानों तथा नागरिक समाज के एक गतिशील एवं वितरण-केंद्रित गठबंधन को एक साथ लाता है।
मिशन इंटीग्रेटेड बायो-रिफाइनरी: क्यों आवश्यक है?
- परिवहन तथा रसायन क्षेत्रों से हरितगृह गैस उत्सर्जन वैश्विक उत्सर्जन के लगभग एक-तिहाई भाग हेतु उत्तरदायी है, जिनमें से एक-चौथाई उत्सर्जन के लिए परिवहन क्षेत्र उत्तरदायी है तथा 2050 तक विशेष रूप से परिवहन से बढ़ने का अनुमान है।
- इसलिए, जीवाश्म-आधारित ईंधनों, रसायनों एवं सामग्रियों के लिए, विशेष रूप से कठिन-से-कम क्षेत्रों जैसे, लंबी दूरी के परिवहन एवं उद्योग में निम्न कार्बन तथा नवीकरणीय विकल्पों की आवश्यकता है।
मिशन इंटीग्रेटेड बायो-रिफाइनरियों का लक्ष्य
- 2030 तक 10% जीवाश्म-आधारित ईंधन, रसायन एवं सामग्री को जैव-आधारित विकल्पों के साथ प्रतिस्थापित करने के लक्ष्य के साथ, एकीकृत बायोरिफाइनरियों के व्यवसायीकरण में तेजी लाने के लिए नवीन समाधानों का विकास और प्रदर्शन करना।
इनोवेशन मिशन के बारे में
- मिशन इनोवेशन एक वैश्विक पहल है जो स्वच्छ ऊर्जा को वहनीय, आकर्षक एवं सर्वसाधारण के लिए सुलभ बनाने हेतु अनुसंधान, विकास तथा प्रदर्शन में एक दशक की कार्रवाई और निवेश को उत्प्रेरित करती है।
- इसे 2015 में पेरिस समझौते के साथ विमोचित किया गया था।
- यह मिशन पेरिस समझौते के लक्ष्यों की दिशा में प्रगति को गति देगा और शून्य तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- मिशन इनोवेशन (MI) 22 देशों तथा यूरोपीय आयोग (यूरोपीय संघ की ओर से) की एक वैश्विक पहल है।