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‘राइज‘ पर राष्ट्रीय अभियान की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
‘RISE’ पर राष्ट्रीय अभियान: यह भारतीय नागरिकों के आध्यात्मिक सशक्तिकरण की एक पहल है जिसके माध्यम से स्वर्णिम भारत का स्वप्न साकार होगा। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- सरकार की नीतियां एवं विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए अंतःक्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों) के लिए भी ‘राइज’ पर राष्ट्रीय अभियान महत्वपूर्ण है।
‘राइज‘ पर राष्ट्रीय अभियान चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने ‘आध्यात्मिक अधिकारिता के माध्यम से भारत का उत्थान’ (राइजिंग इंडिया थ्रू स्प्रिचुअल एंपावरमेंट) पर राष्ट्रीय अभियान के शुभारंभ की शोभा बढ़ाई।
‘RISE’ पर राष्ट्रीय अभियान
- RISE भारतीय नागरिकों के आध्यात्मिक सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है जिसके माध्यम से स्वर्णिम भारत का स्वप्न साकार होगा।
- ब्रह्म कुमारियों का मानना है कि आत्म परिवर्तन से विश्व परिवर्तन होता है। दस लाख परिवर्तन की यात्रा एक दूरगामी प्रभाव (डोमिनोज़ इफेक्ट) पैदा करेगी एवं राष्ट्र के पुनर्निर्माण की ओर ले जाएगी।
- ‘RISE’ अभियान अपने लोगों को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाकर एवं संपूर्ण मानवता के कल्याण का समर्थन करके भारत को एक अग्रणी राष्ट्र बनाने में योगदान देगा।
- राजस्थान के माउंट आबू में ब्रह्म कुमारियों द्वारा ‘RISE’ पर राष्ट्रीय अभियान का आयोजन किया गया।
ब्रह्म कुमारी – प्रमुख बिंदु
- ब्रह्म कुमारी के बारे में: ब्रह्म कुमारी एक विश्वव्यापी आध्यात्मिक आंदोलन है जो व्यक्तिगत परिवर्तन एवं विश्व नवीनीकरण के लिए समर्पित है।
- 1937 में भारत में स्थापित, ब्रह्म कुमारी 130 से अधिक देशों में स्थापित हो गया है।
- संस्थापक: पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा को ब्रह्म कुमारियों के संस्थापक पिता के रूप में जाना जाता है।
- महत्वपूर्ण योगदान: विगत लगभग 80 वर्षों से, ब्रह्म कुमारी संस्थान आध्यात्मिक प्रगति, व्यक्तित्व के आंतरिक परिवर्तन एवं विश्व समुदाय के पुनरुद्धार की दिशा में अमूल्य योगदान दे रहा है।
- शांति, अहिंसा एवं प्रेम पर आधारित सेवा भावना से इस संस्था ने समग्र शिक्षा, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, आपदा प्रबंधन, दिव्यांगजनों तथा अनाथों के कल्याण एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- ब्रह्म कुमारी संस्था 137 देशों में लगभग 5000 ध्यान केंद्रों का संचालन कर रही है।
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत ब्रह्म कुमारियों की सात पहल
ब्रह्म कुमारियों की सात पहलों ने आजादी का अमृत महोत्सव को समर्पित सात पहल की। ये इस प्रकार हैं-
- मेरा भारत स्वस्थ भारत- इसके तहत चिकित्सा महाविद्यालयों एवं अस्पतालों में आध्यात्मिकता, कल्याण तथा पोषण पर ध्यान देने के साथ अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- इनमें चिकित्सा शिविरों का आयोजन, कैंसर स्क्रीनिंग, चिकित्सकों तथा अन्य स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों के लिए सम्मेलन शामिल हैं।
- आत्मनिर्भर भारत: आत्मनिर्भर किसान- इसके तहत किसानों के कल्याण के लिए 75 किसान सशक्तिकरण अभियान, 75 किसान सम्मेलन, 75 सतत योगिक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं ऐसी अनेक अन्य पहल आयोजित की जाएंगी।
- महिलाएं: भारत की ध्वजवाहक- पहल महिला सशक्तिकरण एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन पर केंद्रित होगी।
- शांति की शक्ति बस अभियान- यह 75 शहरों एवं तहसीलों को कवर करेगा एवं आज के युवाओं के सकारात्मक परिवर्तन पर एक प्रदर्शनी आयोजित करेगा।
- अन्देखा भारत साइकिल रैली- यह विरासत एवं पर्यावरण के मध्य संबंध निर्मित करने के लिए विभिन्न विरासत स्थलों पर आयोजित की जाएगी।
- यूनाइटेड इंडिया मोटर बाइक अभियान: यह माउंट आबू से दिल्ली तक आयोजित किया जाएगा एवं कई शहरों को कवर करेगा।
- स्वच्छ भारत अभियान के तहत हरित पहल: इसमें मासिक सफाई अभियान, सामुदायिक सफाई कार्यक्रम एवं जागरूकता अभियान शामिल होंगे।
राइज पर राष्ट्रीय अभियान के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. ‘RISE’ पर राष्ट्रीय अभियान क्या है?
उत्तर. RISE अभियान भारतीय नागरिकों के आध्यात्मिक सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम है जिसके माध्यम से स्वर्णिम भारत का स्वप्न साकार होगा।
प्र. ब्रह्म कुमारियों का आंदोलन क्या है?
उत्तर. ब्रह्म कुमारी एक विश्वव्यापी आध्यात्मिक आंदोलन है जो व्यक्तिगत परिवर्तन एवं विश्व नवीनीकरण के लिए समर्पित है।
प्र. ब्रह्म कुमारियों की स्थापना कब हुई थी?
उत्तर. ब्रह्म कुमारी आंदोलन की स्थापना 1937 में भारत में हुई थी। ब्रह्म कुमारी संगठन 130 से अधिक देशों में स्थापित हो गया है।