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राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन: प्रासंगिकता
- जीएस 3: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं आयोजना,संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।
भारत में पर्यटन: संदर्भ
- हाल ही में, पर्यटन मंत्रालय ने राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन की स्थापना के लिए एक प्रारूप रिपोर्ट पर हितधारकों से अंतिम टिप्पणियां आमंत्रित की हैं।
राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन: प्रमुख बिंदु
- पर्यटन मंत्रालय ने राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन के संदर्भ, मिशन, दृष्टि, उद्देश्यों एवं राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन के समग्र विस्तार क्षेत्र को परिभाषित करने हेतु राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन के लिए एक अंतर-मंत्रालयी टास्क फोर्स का गठन किया था।
- टास्क फोर्स ने प्रस्तावित राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन पर एक प्रारूप रिपोर्ट तैयार किया है, जो अन्य बातों के साथ-साथ परिकल्पित राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन के कार्यान्वयन के लिए कार्य क्षेत्र एवं प्रौद्योगिकी सिद्धांतों, मानकों, डिजिटल स्टैक, शासन संरचना तथा योजना को निर्धारित करता है।
- राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन का दृष्टिकोण एक डिजिटल राजमार्ग के माध्यम से पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न हितधारकों के मध्य उपस्थित सूचना अंतराल को पाटना है।
- राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन पर्यटन क्षेत्र में सूचनाओं एवं सेवाओं के आदान-प्रदान को सुगम बनाकर पर्यटन क्षेत्र में डिजिटलीकरण की संपूर्ण क्षमता का दोहन करने के उद्देश्य को प्राप्त करने की परिकल्पना करता है।
भारतीय पर्यटन के समक्ष चुनौतियाँ
- औपचारिकता का अभाव: यह ऋण पात्रता में अंतराल की ओर अग्रसर होता है, मुद्रा विनिमय में उतार-चढ़ाव,आधारिक अवसंरचना के अभाव को संभालता है।
- अनुपालन उपरिव्यय (कंप्लायंस ओवरहेड): सिंगल विंडो का अभाव, श्रम अनुपालन (लेबर कंप्लायंस) इत्यादि।
- अस्थिर प्रवाह: मौसमी निर्भरता, कोविड-19, सुरक्षा मुद्दे।
- प्रौद्योगिकी उन्नयन: भारत में इंटरनेट बुकेबिलिटी का अभाव, पर्यटन उत्पादों की कमी, सोशल मीडिया प्रचार अभियानों की कमी।
- नियोजनीय जनशक्ति: पेशेवर दृष्टिकोण की कमी, कम उत्पादकता, बहुभाषी अनुवादक इत्यादि।
- परिवहन: सुरक्षित, तीव्र एवं गुणवत्तापूर्ण परिवहन, एकीकृत टिकट विकल्प इत्यादि का अभाव।
भारत में पर्यटन: सरकार के कदम
- अतुल्य भारत वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप: एक बहुभाषी ‘अतुल्य भारत’ वेबसाइट तथा मोबाइल एप्लिकेशन अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू पर्यटकों को देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों तथा आकर्षणों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सहायता करते हैं।
- आतिथ्य उद्योग का राष्ट्रीय एकीकृत डेटाबेस (निधि): निधि की स्थापना पर्यटन सेवा प्रदाताओं नामतः टूर ऑपरेटरों, होटलों एवं अन्य पर्यटन सेवा प्रदाताओं के पंजीकरण तथा वर्गीकरण के उद्देश्य से की गई है।
- स्वदेश तथा प्रसाद योजनाएं: भारत में पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करने हेतु विशेष रूप से दो प्रमुख योजनाएं आरंभ की गई हैं।
- कोविड-19 के दौरान, मंत्रालय ने होटल, रेस्तरां, B & B एवं अन्य इकाइयों के सुरक्षित संचालन के लिए कोविड-19 तथा उसके बाद जारी किए गए दिशानिर्देशों / एसओपी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए SAATHI (आतिथ्य उद्योग के लिए मूल्यांकन, जागरूकता और प्रशिक्षण के लिए प्रणाली/सिस्टम फॉर एसेसमेंट, अवेयरनेस एंड ट्रेंनिंग फॉर हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री) नामक एक पहल विकसित की है।