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राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (एनआईपीएएम) – यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी एवं बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दों के क्षेत्र में जागरूकता।
राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (एनआईपीएएम) चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, सरकार ने बताया कि राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (नेशनल इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी अवेयरनेस मिशन/एनआईपीएएम) ने 31 जुलाई 2022 को 10 लाख छात्रों को बौद्धिक संपदा (इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी/आईपी) जागरूकता एवं बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
- एनआईपीएएम का लक्ष्य 15 अगस्त 2022 की समय सीमा से पूर्व प्राप्त किया गया था।
राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (एनआईपीएएम)
- राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन के बारे में: राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (निपाम), बौद्धिक संपदा संबंधी जागरूकता एवं बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम, 8 दिसंबर 2021 को “आजादी का अमृत महोत्सव” समारोह के एक भाग के रूप में प्रारंभ किया गया था।
- अधिदेश: भारत सरकार की पहल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ में भाग लेकर एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान करने हेतु तथा इस मिशन के तहत संपूर्ण देश में दस लाख छात्रों के मध्य बौद्धिक संपदा जागरूकता सृजित करना।
- कार्यान्वयन: एनआईपीएएम कार्यक्रम बौद्धिक संपदा कार्यालय, पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेडमार्क महानियंत्रक (ऑफिस ऑफ द कंट्रोलर जनरल ऑफ पेटेंट्स, डिजाइंस एंड ट्रेडमार्क्स/सीजीपीडीटीएम), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के कार्यालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
- लक्ष्य समूह: NIPAM मिशन ने छात्रों को दो स्तरों पर निम्न प्रकार से लक्षित किया:
- स्तर ए – विद्यालय (कक्षा 9वीं से 12वीं)
- स्तर बी – विश्वविद्यालय / महाविद्यालय
- प्रदर्शन: 08 दिसंबर 2021 से 31 जुलाई 2022 की अवधि के दौरान, निपाम कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित मील के पत्थर हासिल किए गए:
- बौद्धिक संपदा (इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी/आईपी) पर प्रशिक्षित प्रतिभागियों (छात्रों/संकाय) की संख्या = 10, 05, 272
- सम्मिलित किए गए शैक्षणिक संस्थान = 3662
- भौगोलिक कवरेज = 28 राज्य एवं 7 केंद्र शासित प्रदेश
- महत्व: बौद्धिक संपदा संबंधी जागरूकता यह सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक है कि देश में उत्पन्न होने वाली बौद्धिक पूंजी को उचित मान्यता एवं सुरक्षा प्राप्त हो, ताकि बौद्धिक संपदा निर्माता इससे होने वाले लाभों को प्राप्त कर सकें।
राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (एनआईपीएएम) कार्यक्रम- आगे की राह
- सरकार को नवोन्मेष एवं रचनात्मकता को पोषित करने तथा प्रोत्साहित करने हेतु NIPAM कार्यक्रम को और सुदृढ़ करना चाहिए।
- यह अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन/एआईसीटीई), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन/यूजीसी) इत्यादि के सहयोग से बौद्धिक संपदा कार्यालय के मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके एक नवीन रीति से समाज के सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास में योगदान देगा।