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सांस्कृतिक मानचित्रण पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीएम) – यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 1: भारतीय इतिहास- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य एवं वास्तुकला के मुख्य पहलुओं को कवर करेगी।
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतःक्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
सांस्कृतिक मानचित्रण पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीएम) – संदर्भ
- हाल ही में, सरकार ने ‘राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन (एनएमसीएम)’ को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) को सौंप दिया।
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) 75 गांवों में परीक्षण चलाने की तैयारी कर रहा है।
सांस्कृतिक मानचित्रण पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीएम) – प्रमुख बिंदु
- सांस्कृतिक मानचित्रण पर राष्ट्रीय मिशन के बारे में: सांस्कृतिक मानचित्रण पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीएम) को 2017 में संस्कृति मंत्रालय द्वारा अनुमोदित किया गया था। यद्यपि, इस परियोजना को प्रारंभ करने की गति धीमी थी।
- इसमें डेटा मैपिंग, जनसांख्यिकी निर्माण, प्रक्रियाओं को औपचारिक रूप प्रदान करना एवं बेहतर परिणामों के लिए सभी सांस्कृतिक गतिविधियों को एक प्रछत्र के नीचे लाना शामिल है।
- मुख्य उद्देश्य: मिशन का उद्देश्य मंत्रालय के अंतर्गत संगठनों से कलाकारों, कला रूपों एवं अन्य संसाधनों का एक व्यापक डेटाबेस निर्मित करना है।
- आईजीएनसीए का अब लक्ष्य पांच वर्षों की अवधि (2017 से) में लोक कलाओं एवं गांवों की विरासत के मानचित्रण हेतु एक डेटाबेस तैयार करना है।
- आईजीएनसीए का लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2021-2022 के अंत तक 5,000 गांवों में पूर्ण मानचित्रण सुनिश्चित करना है।
- विकसित एनएमसीएम पोर्टल: मंत्रालय ने सूचित किया कि राज्य/संघ राज्य क्षेत्र-वार माध्यमिक स्रोतों के माध्यम से एनएमसीएम पोर्टल पर लगभग 53 लाख कलाकारों/कारीगरों को पंजीकृत किया गया है।
- यद्यपि, इस मिशन के माध्यम से पंजीकृत कलाकारों/संस्था को कोई प्रत्यक्ष लाभ अथवा सहायता प्रदान नहीं की गई है।
- स्वयंसेवकों की भागीदारी: नेहरू युवा केंद्र संगठन, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों एवं समाजशास्त्र तथा समाज कार्य के छात्रों के दलों को गांवों का दौरा करने एवं क्षेत्रों के कला रूपों तथा विरासत पर डेटा एकत्र करने हेतु प्रतिनियुक्त किया जाएगा।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए)- प्रमुख बिंदु
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के बारे में: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा स्थापित एक स्वायत्त न्यास है। इसकी स्थापना 1987 में हुई थी।
- अधिदेश: आईजीएनसीए को एक ऐसे केंद्र के रूप में देखा जाता है जो सभी कलाओं के अध्ययन और अनुभव को -प्रत्येक रूप अपनी संपूर्णता के भीतर, फिर भी प्रकृति, सामाजिक संरचना एवं ब्रह्मांड विज्ञान के साथ परस्पर निर्भरता के एक आयाम के भीतर सम्मिलित करता है।
- विस्तार-क्षेत्र: आईजीएनसीए के लिए ‘कला‘ शब्द में शामिल हैं-
- रचनात्मक एवं आलोचनात्मक साहित्य के क्षेत्र, लिखित तथा मौखिक;
- दृश्य कला, वास्तुकला, मूर्तिकला, चित्रकला एवं आलेखिकी (ग्राफिक्स) से लेकर सामान्य भौतिक संस्कृति, छाया-चित्रण (फोटोग्राफी) एवं फिल्म तक;
- संगीत, नृत्य एवं रंगमंच की प्रदर्शन कलाएं अपने व्यापक लक्ष्यार्थ में; तथा
- मेलों, त्योहारों एवं जीवन शैली में अन्य सभी का एक कलात्मक आयाम है।