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परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि 5 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि V: प्रक्षेपास्त्र (मिसाइल) पर नवीन प्रौद्योगिकी एवं उपकरणों को मान्य करने के लिए परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि 5 का नवीनतम योग्यता परीक्षण किया गया था, जो अब पूर्व की तुलना में कम वजनी है। यह जीएस पेपर 3 के निम्नलिखित खंडों के अंतर्गत सम्मिलित है: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण तथा नवीन प्रौद्योगिकी का विकास एवं जीएस पेपर 3: आंतरिक सुरक्षा।
अग्नि 5 मिसाइल चर्चा में क्यों है?
- भारत ने 15 दिसंबर, 2022 को अग्नि 5 प्रक्षेपास्त्र प्रणाली का सफल रात्रि उड़ान परीक्षण किया।
- अग्नि-5 भारत की लंबी दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल है।
- अग्नि 5 का अंतिम बार परीक्षण कब किया गया था?
- अक्टूबर 2021 में, भारत ने ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया।
- चीन द्वारा अपनी अति पराध्वनिक (हाइपरसोनिक) मिसाइल का परीक्षण करने के कुछ माह पश्चात, अक्टूबर में, अग्नि 5 का प्रथम बार एसएफसी द्वारा स्वतंत्र रूप से परीक्षण किया गया था।
अग्नि 5 मिसाइल का नवीनतम रात्रि उड़ान परीक्षण कहाँ किया गया है?
- सामरिक बल कमान (स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड/SFC), जो अग्नि 5 का संचालन करती है, ने ओडिशा के तट पर ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से रात्रि उड़ान परीक्षण किया।
- सरकार ने परीक्षण प्रक्षेपण के लिए बड़े पैमाने पर हवाई क्षेत्र को खाली कर दिया था, जो 5,000 किलोमीटर तक विस्तृत था।
अग्नि 5 मिसाइल क्या है?
अग्नि 5 को भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन/DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। यह एक परमाणु-सक्षम मिसाइल है, जो तीन चरणों वाले ठोस ईंधन संचालित इंजन का उपयोग करती है।
- पृष्ठभूमि: अग्नि मिसाइलों का विकास देश के प्रख्यात वैज्ञानिक एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के नेतृत्व में एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत 1980 के प्रारंभ में शुरू हुआ, जो भारत के मिसाइल एवं अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति भी थे।
- भिन्न सीमाएं: अग्नि मिसाइल प्रणाली 1 से 5 के मध्यम से अंतरमहाद्वीपीय संस्करणों में अलग-अलग सीमाएं हैं – अग्नि-1 के लिए 700 किमी से प्रारंभ होकर अग्नि-5 के लिए 5000 किमी तथा उससे अधिक। जून 2021 में, डीआरडीओ ने 1,000 से 2,000 किमी के मध्य मारक क्षमता वाली कनस्तरीकृत मिसाइल अग्नि P का सफल परीक्षण किया।
- सरल प्रक्षेपण: अग्नि 5 मिसाइल को सड़क एवं रेल प्लेटफॉर्म से प्रक्षेपित किया जा सकता है, जिससे इसे तैनात करना एवं द्रुत गति से प्रक्षेपित करना सरल हो जाता है।
- आगे क्या? लोग अब इसके पनडुब्बी संस्करण ‘के-5’ की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसका निकट भविष्य में परीक्षण किए जाने की संभावना है। अग्नि-6 को भी विकास चरण के अधीन कहा जाता है, जिसकी मारक क्षमता 8000 किमी से प्रारंभ होती है।
अग्नि 5 के सफल रात्रि परीक्षणों का क्या महत्व है?
- अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण से सामरिक बल कमान में इसके शामिल होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है, जो भारत की सामरिक परिसंपत्तियों की देखभाल करती है।
- अग्नि-5 का सफल परीक्षण भारत के ‘विश्वसनीय न्यूनतम निवारक’ (क्रेडिबल मिनिमम डिटेरेंस) होने के घोषित उद्देश्य के अनुरूप है, जो ‘प्रथम उपयोग नहीं’ (नो फर्स्ट यूज) की प्रतिज्ञा को रेखांकित करता है।
एक उन्नत मशीन
- अग्नि 5 मिसाइल में तीन चरणों वाला ठोस ईंधन वाला इंजन है।
- अग्नि 5 मिसाइल में लक्ष्यों को भेदने के लिए उच्च स्तर की सटीकता है। इसकी ऊंचाई 17 मीटर है तथा यह 1.5 टन वजनी हथियार ले जाने में सक्षम है।
- अग्नि-5 लगभग संपूर्ण एशिया को, जिसमें चीन का सबसे उत्तरी भाग भी शामिल है, साथ ही साथ यूरोप के कुछ क्षेत्रों को अपनी मारक क्षमता अंतर्गत ला सकता है। अग्नि 1 से 4 मिसाइलों की मारक क्षमता 700 किमी से 3,500 किमी तक है।
- साथ ही, डीआरडीओ ने इस्पात के पुर्जों को मिश्रित पदार्थों से बदलकर अग्नि 5 मिसाइल के वजन को कम करने पर सफलतापूर्वक काम किया है। वजन में कमी आने के साथ परमाणु सक्षम सामरिक मिसाइल 7,000 किलोमीटर से आगे जा सकती है।
परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि 5 के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. सामरिक बल कमान (स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड/SFC) क्या है?
- सामरिक बल कमान (स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड/SFC), जिसे कभी-कभी सामरिक परमाणु कमान कहा जाता है, भारत के परमाणु कमान प्राधिकरण (न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी/NCA) का हिस्सा है। यह देश के सामरिक एवं रणनीतिक परमाणु हथियारों के भंडार के प्रबंधन तथा प्रशासन के लिए उत्तरदायी है।
- इसे 4 जनवरी, 2003 को वाजपेयी सरकार द्वारा निर्मित किया गया था।
- एयर मार्शल तेज मोहन अस्थाना इसके प्रथम कमांडर-इन-चीफ बने।
प्र. अग्नि 5 की मारक क्षमता क्या है?
अग्नि 5 की मारक क्षमता (रेंज) 5000 से 7000 किलोमीटर है। इस मारक क्षमता के साथ, अग्नि-5 लगभग संपूर्ण एशिया को, जिसमें चीन का सबसे उत्तरी भाग भी शामिल है, साथ ही साथ यूरोप के कुछ क्षेत्रों को अपनी मारक सीमा के अंतर्गत ला सकता है।