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ओमिक्रॉन एक्सबीबी.1.5 कोविड-19 का संस्करण क्या है जो हाल ही में भारत में पाया गया है?
चीन के अतिरिक्त कई देशों में कोविड-19 वायरस के नए रूप सामने आ रहे हैं। यद्यपि अनेकसार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ चीन में बढ़ते कोविड मामलों के बारे में चिंता व्यक्त कर रहे हैं, संक्रामक रोग विशेषज्ञ एक्सबीबी.1.5 संस्करण के बारे में चिंतित हैं। हाल ही में, अमेरिका में कोविड-19 के तेजी से प्रसारित हो रहे ओमिक्रॉन एक्सबीबी.1.5 संस्करण के एक मामले का भारत में पता चला है। वैज्ञानिकों ने टिप्पणी की है कि आने वाले दिनों में एक्सबीबी.1.5 के प्रसार में वृद्धि हो सकती है क्योंकि वर्ष के अंत में अवकाश यात्रा जारी रहेगी।
कोविड-19 का एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट चर्चा में क्यों है?
इंसाकॉग के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने दिसंबर में गुजरात में अपने ओमिक्रॉन के एक्सबीबी.1.5 के प्रथम मामले की पुष्टि की है।
भारत में ऑमिक्रॉन एक्सबीबी वेरिएंट की पृष्ठभूमि
- एक्सबीबी वेरिएंट की पहचान पहली बार अगस्त 2022 में भारत में की गई थी। यह शीघ्र ही वहां और सिंगापुर में प्रभावी हो गया।
- तब से इसके दो अन्य उप-संस्करण (सबवेरिएंट), एक्सबीबी.1 एवं एक्सबीबी.1.5 खोजे गए हैं।
- कई महीनों से वैज्ञानिक एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी एक्सबीबी उप-संस्करणों की सूक्ष्मता से निगरानी कर रहे हैं।
क्या आपको पता था?
प्रस्थान से पूर्व, चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर एवं थाईलैंड से भारत आने वाले सभी विदेशी यात्रियों को अब आरटी-पीसीआर (RT-PCR) रिपोर्ट जमा करनी होगी। 1 जनवरी, 2023 से एयर सुविधा वेबपेज पर एक रिपोर्ट अपलोड करना भी आवश्यक होगा। |
एक्सबीबी.1.5 क्या है?
- वैज्ञानिकों के अनुसार, ओमिक्रॉन के मूल बीए.2 उप संस्करण को एक्सबीबी के निर्माण हेतु संयोजित किया गया था।
- इसके वंशज, एक्सबीबी.1.5, ACE2 ग्राही (रिसेप्टर) के लिए एक प्रगाढ़ बंधन है, यही वजह है कि इसने संक्राम्यता के स्तर को बढ़ा दिया है।
अमेरिका में एक्सबीबी.1.5 से संबंधित मामले
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन) द्वारा प्रकाशित डेटा परिणामों के अनुसार, एक्सबीबी.1.5 उप-संस्करण अब अमेरिका में, विशेष रूप से न्यूयॉर्क में लगभग 41 प्रतिशत नए मामलों का प्रतिनिधित्व करता है।
कथित तौर पर मामले विगत एक सप्ताह में लगभग दोगुने हो गए हैं, जब इसकी व्यापकता 21.7 प्रतिशत थी।
एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट चिंता का विषय क्यों है?
- रोग नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु अमेरिकी केंद्र (यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, ओमिक्रॉन उप संस्करण एक्सबीबी.1.5, बीक्यू.1.1, बीक्यू.1, बीए.5 एवं एक्सबीबी वर्तमान में विभिन्न देशों में लगभग सभी कोविड -19 संक्रमण उत्पन्न कर रहे हैं।
- वैज्ञानिकों ने कहा है कि इन सभी में से, एक्सबीबी.1.5 संस्करण प्रतिरक्षा से अत्यधिक अपवंचक है तथा संबंधित उप संस्करणों की तुलना में कोशिकाओं को बांधने में अधिक प्रभावी प्रतीत होता है।
कोविड-19 के ओमिक्रॉन एक्सबीबी.1.5 संस्करण के बारे में सारांश बिंदु
- एक्सबीबी.1.5 नामक एक नोवल पुनः संयोजक उपभेद बीक्यू एवं एक्सबीबी विविधताओं की तुलना में अधिक प्रतिरक्षा निवारक तथा अधिक संक्रामक है।
- एक्सबीबी1.5 ने बीक्यू1 संस्करण को 108% से मात दिया। किंतु जैसे-जैसे अधिक डेटा उपलब्ध हुआ, एक्सबीबी1.5 में सुधार जारी रहा एवं वर्तमान में यह 120% तीव्र है। यह ओमिक्रॉन बीएफ की तुलना में अधिक तीव्र गति से प्रसारित होता है।
- बीक्यू.1 एवं बीक्यू.1.1 उप-संस्करण (सब-वैरिएंट) अब सर्वाधिक पाए जाने वाले कोरोनावायरस प्रत्यावर्तन नहीं हैं, जिन्हें एक्सबीबी.1.5 ओमिक्रॉन उप संस्करण द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है।
- बीए.2 ओमिक्रॉन उप संस्करण से विकसित दो उप- संस्करणों के एक पुनः संयोजक ने एक्सबीबी उप संस्करण का उत्पादन किया, जिसमें से एक्सबीबी.1.5 वंश क्रमानुसार प्राप्त होता है।
- यह इंगित करता है कि इसमें दो कोरोना वायरस वेरिएंट से प्राप्त आनुवंशिक सामग्री है जो बीए.2 उप संस्करण से वंश क्रम के अनुसार प्राप्त हुई है।
- भारत वह स्थान है जहां मूल रूप से ऑमिक्रॉन उप संस्करण एक्सबीबी एवं एक्सबीबी.1 खोजे गए थे। कुछ शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि एक्सबीबी.1.5 न्यूयॉर्क में उत्परिवर्तित हुए हो सकते हैं।
- यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डेटा ने संकेत दिया है कि अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन एक्सबीबी.1.5 उप संस्करण अब देश में कोविड-19 के 40% से अधिक मामलों के लिए जिम्मेदार है।