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वन ओशन समिट- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
वन ओशन समिट- प्रसंग
- 9 से 11 फरवरी 2022 तक फ्रांस द्वारा वन ओशन समिट का आयोजन किया जा रहा है।
- वन ओशन समिट को संबोधित करते हुए, भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सदैव एक सामुद्रिक सभ्यता रहा है एवं इसके प्राचीन ग्रंथ तथा साहित्य महासागरों के उपहारों के बारे में बात करते हैं।
- वन ओशन समिट में उन्होंने यह भी कहा कि विश्व की सुरक्षा एवं देशों की समृद्धि महासागरों से जुड़ी हुई है।
- उन्होंने यह भी कहा कि भारत एकल उपयोग वाले (सिंगल यूज) प्लास्टिक को समाप्त करने हेतु प्रतिबद्ध है तथा सिंगल यूज प्लास्टिक पर एक वैश्विक पहल प्रारंभ करने में फ्रांस के साथ जुड़कर प्रसन्नता होगी।
वन ओशन समिट – प्रमुख बिंदु
- वन ओशन समिट के बारे में: वन ओशन समिट का आयोजन फ्रांस द्वारा ब्रेस्ट में संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बैंक के सहयोग से किया जा रहा है।
- सहभागिता: वन ओशन समिट में अन्य हितधारकों के साथ विभिन्न देश भाग लेंगे।
- वन ओशन समिट को यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया एवं कनाडा के कई अन्य राष्ट्राध्यक्षों तथा सरकारों द्वारा संबोधित किया जाएगा।
- मुख्य उद्देश्य: शिखर सम्मेलन का उद्देश्य स्वस्थ एवं धारणीय सामुद्रिक पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण तथा समर्थन की दिशा में ठोस कार्रवाई करने हेतु अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकत्रित करना है।
- वन ओशन समिट के दौरान अवैध मत्स्यन (मछली पकड़ने), वि-कार्बनीकरण (डीकार्बोनाइजिंग) शिपिंग एवं प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने की दिशा में भी प्रतिबद्धता की जाएगी।
- वन ओशन समिट खुले समुद्रों के शासन में सुधार तथा अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक अनुसंधान के समन्वय के प्रयासों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
- मेज़बान: यूरोपीय संघ की परिषद के फ्रेंच प्रेसीडेंसी के आलोक में एक महासागर शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
- महत्व: वन ओशन समिट समस्त हितधारकों के लिए वास्तविक, सुस्पष्ट एवं कार्रवाई योग्य पहल तथा प्रतिबद्धताओं के साथ एक निर्णायक योगदान देने का अवसर प्रस्तुत करता है।