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जन जैव विविधता रजिस्टर: पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर (PBR) एक विशिष्ट क्षेत्र में स्थानीय जैव विविधता के व्यापक दस्तावेज को संदर्भित करता है, जो स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी एवं ज्ञान के साथ निर्मित किया गया है। यह जमीनी स्तर पर जैविक संसाधनों के संरक्षण एवं सतत प्रबंधन के लिए एक उपकरण है। जन जैव विविधता रजिस्टर (पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर/PBR) यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
जन जैव विविधता रजिस्टर चर्चा में क्यों है?
हाल ही में, गोवा में जन जैव विविधता रजिस्टर (PBR) के अद्यतनीकरण एवं सत्यापन के लिए राष्ट्रीय अभियान का उद्घाटन किया गया, जो भारत की प्रचुर जैविक विविधता के प्रलेखन एवं संरक्षण में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर है।
जन जैव विविधता रजिस्टर के अद्यतनीकरण एवं सत्यापन के लिए राष्ट्रीय अभियान
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा गोवा राज्य जैव विविधता बोर्ड, राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण एवं गोवा सरकार के सहयोग से जन जैव विविधता रजिस्टर के अद्यतनीकरण एवं सत्यापन के लिए राष्ट्रीय अभियान का आयोजन किया गया था, जिसमें सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई .
- देश में अब तक 2,67,608 जन जैव विविधता रजिस्टर (PBR) तैयार किए जा चुके हैं, जिन्हें जैव विविधता प्रबंधन समितियों द्वारा प्राकृतिक संसाधनों तथा उनसे जुड़े पारंपरिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया है।
- जन जैव विविधता रजिस्टरों को डिजिटाइज करने, उन्हें ई-पीबीआर में परिवर्तित करने दिशा में भी प्रगति की जा रही है।
- पीबीआर की तैयारी एवं अद्यतनीकरण जैसे अभ्यास भी मिशन लाइफ (LiFE) के दर्शन का एक अभिन्न हिस्सा हैं, जिसे 1 नवंबर, 2021 को ग्लासगो में सीओपी 26 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किया गया था।
- LiFE अवधारणा पर्यावरण की रक्षा एवं संरक्षण के लिए संसाधनों के विवेकपूर्ण एवं सुविचारित उपयोग को प्रोत्साहित करने हेतु विश्व स्तर पर व्यक्तियों एवं संस्थानों का आह्वान करती है।
जन जैव विविधता रजिस्टर (पीबीआर) से संबंधित विवरण
पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर जैव विविधता के विभिन्न पहलुओं के एक विस्तृत अभिलेख के रूप में कार्य करता है, जिसमें पर्यावासों का संरक्षण, भूमि की प्रजातियों का संरक्षण, लोक किस्मों एवं खेती, पालतू पशुधन तथा पशुओं की नस्लें, सूक्ष्म जीव एवं क्षेत्र की जैविक विविधता से संबंधित ज्ञान का संचय शामिल है। ।
- जैव विविधता अधिनियम 2002 के अनुसार, देश भर में स्थानीय निकायों द्वारा “जैव विविधता के संरक्षण, सतत उपयोग एवं प्रलेखन को प्रोत्साहित करने” के लिए जैव विविधता प्रबंधन समितियां (बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट कमेटी/BMC) निर्मित की गई हैं।
- BMC का गठन राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में स्थानीय निकायों द्वारा किया गया है तथा उन्हें स्थानीय समुदायों के परामर्श से पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर (पीबीआर) तैयार करने का कार्य सौंपा गया है।
- PBR आमतौर पर स्थानीय समुदायों, स्वदेशी व्यक्तियों तथा प्रासंगिक हितधारकों को शामिल करने वाली भागीदारी प्रक्रियाओं के माध्यम से विकसित किया जाता है। यह जैव विविधता संरक्षण, भूमि उपयोग योजना एवं सतत विकास के बारे में संसूचित निर्णय निर्माण हेतु निर्णय लेने वालों, शोधकर्ताओं तथा नीति निर्माताओं के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में कार्य करता है।
लोगों की जैव विविधता रजिस्टर (PBR) के उद्देश्य
पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर (PBR) के निम्नलिखित प्रमुख उद्देश्य हैं-
- जैव विविधता का दस्तावेज़ीकरण: PBR का प्राथमिक उद्देश्य पौधों, पशुओं, सूक्ष्म जीवों तथा अन्य पारिस्थितिक घटकों सहित एक विशिष्ट क्षेत्र में मौजूद जैव विविधता का दस्तावेजीकरण तथा अभिलेख निर्मित करना है। इसका उद्देश्य स्थानीय जैव विविधता की एक व्यापक सूची बनाना है।
- संरक्षण एवं सतत उपयोग: पीबीआर पारंपरिक ज्ञान, स्वदेशी प्रथाओं एवं समुदाय-आधारित प्रबंधन प्रणालियों को रिकॉर्ड करके जैविक संसाधनों के संरक्षण एवं सतत उपयोग को प्रोत्साहित करना चाहता है। यह पारिस्थितिक महत्व के क्षेत्रों का अभिनिर्धारण करने तथा उनके संरक्षण एवं सतत प्रबंधन के लिए रणनीति विकसित करने में सहायता करता है।
- पारंपरिक ज्ञान का संरक्षण: पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर का उद्देश्य जैव विविधता के संबंध में स्थानीय समुदायों के पारंपरिक ज्ञान एवं प्रथाओं को हासिल करना और संरक्षित करना है। यह जैव विविधता संरक्षण एवं सतत विकास के लिए स्वदेशी तथा पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता प्रदान करता है।
- सामुदायिक भागीदारी एवं अधिकारिता: पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर में स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी तथा जुड़ाव शामिल है, जो उन्हें जैव विविधता संरक्षण प्रयासों में योगदान करने हेतु सशक्त बनाता है। यह अपने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में समुदायों के अधिकारों एवं भूमिका को मान्यता प्रदान करता है एवं जैव विविधता संरक्षण के लिए समुदाय आधारित पहल को प्रोत्साहित करता है।
- निर्णय निर्माण तथा नीति निर्माण के लिए समर्थन: पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर में एकत्रित सूचनाएं निर्णयकर्ताओं, शोधकर्ताओं तथा नीति निर्माताओं के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में कार्य करती है। यह वैज्ञानिक एवं समुदाय आधारित डेटा प्रदान करता है जो संरक्षण नीतियों, भूमि उपयोग योजना तथा सतत विकास रणनीतियों को सूचित कर सकता है।
निष्कर्ष
पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर जैव विविधता संरक्षण को प्रोत्साहित करने, पारंपरिक ज्ञान को मान्यता प्रदान करने, स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने एवं साक्ष्य-आधारित निर्णय निर्माण तथा नीति निर्माण के लिए आधार प्रदान करने के इर्द गिर्द घूमता है।
जन जैव विविधता रजिस्टर (पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर/PBR) के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर (PBR) क्या है?
उत्तर. पीपुल्स जैव विविधता रजिस्टर (पीबीआर) एक व्यापक दस्तावेज है जो स्थानीय समुदायों के ज्ञान एवं इनपुट को शामिल करते हुए एक विशिष्ट क्षेत्र में मौजूद जैव विविधता को रिकॉर्ड एवं सूचीबद्ध करता है।
प्र. PBR क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर. PBR महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जैव विविधता संरक्षण एवं सतत विकास के लिए एक मूल्यवान उपकरण के रूप में कार्य करता है। यह जैविक संसाधनों के सतत उपयोग से संबंधित स्थानीय जैव विविधता, पारंपरिक ज्ञान तथा सामुदायिक प्रथाओं के दस्तावेजीकरण एवं संरक्षण में सहायता करता है।
प्र. PBR कौन बनाता है?
उत्तर. राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में स्थानीय निकायों द्वारा जैव विविधता प्रबंधन समितियों (BMCs) का गठन किया गया है एवं उन्हें स्थानीय समुदायों के परामर्श से जन जैव विविधता रजिस्टर (पीपुल्स बायोडायवर्सिटी रजिस्टर/PBRs) तैयार करने का कार्य सौंपा गया है।