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ई-नाम के तहत प्लेटफॉर्म का प्लेटफॉर्म (पीओपी)

ई-नाम के तहत प्लेटफॉर्म का प्लेटफॉर्म (पीओपी)- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन और चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां  एवं अंतः क्षेप  तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

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समाचारों में ई-नाम के तहत प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉर्म (पीओपी)

  • हाल ही में, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट/e-NAM) के तहत प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉर्म (पीओपी) का शुभारंभ किया।
  • ई-नाम के तहत प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉर्म (पीओपी) को कर्नाटक के बेंगलुरु में राज्य कृषि एवं बागवानी मंत्रियों के सम्मेलन के अवसर पर विमोचित किया गया था।
  • पीओपी को ई-नाम मोबाइल एप के जरिए एक्सेस किया जा सकता है जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

 

ई-नाम के तहत प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉर्म (पीओपी) का महत्व 

  • पीओपी के प्रारंभ से किसानों को अपने राज्य की सीमाओं के बाहर अपने उत्पाद बेचने की सुविधा  प्राप्त होगी।
  • इससे अनेक बाजारों, क्रेताओं एवं सेवा प्रदाताओं तक किसानों की डिजिटल पहुंच में वृद्धि होगी तथा मूल्य खोज तंत्र एवं गुणवत्ता के अनुरूप मूल्य प्राप्ति में सुधार के उद्देश्य से व्यावसायिक लेन देन में पारदर्शिता आएगी।
  • विभिन्न प्लेटफॉर्मों से 41 सेवा प्रदाताओं को पीओपी के तहत सम्मिलित किया गया है जो विभिन्न मूल्य श्रृंखला सेवाओं जैसे व्यापार, गुणवत्ता जांच, भंडारण, फिनटेक, बाजार की सूचना, परिवहन इत्यादि की सुविधा प्रदान करते हैं।
  • पीओपी एक डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र निर्मित करेगा, जो कृषि मूल्य श्रृंखला के विभिन्न खंडों में विभिन्न प्लेटफार्मों की विशेषज्ञता से लाभान्वित होगा।

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राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम)

  • पृष्ठभूमि: 2016 में, किसानों, व्यापारियों एवं क्रेताओं हेतु वस्तुओं के ऑनलाइन व्यापार की सुविधा के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि बाजार या ई-नाम नामक एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म आरंभ किया गया था।
  • राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) के बारे में: राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक  व्यापार पोर्टल है जो कृषि वस्तुओं के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार निर्मित करने हेतु वर्तमान एपीएमसी मंडियों को समूहित करता है।
  • अधिदेश: ई-नाम एक ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल के माध्यम से मंडियों के भौतिक अवसंरचना का लाभ उठाने का प्रयास करता है, जिससे क्रेता मंडी / राज्य के बाहर भी स्थानीय स्तर पर व्यापार में भाग ले सकें।
  • कार्यान्वयन: लघु किसान कृषि व्यवसाय संघ (स्मॉल फार्मर्स एग्री बिजनेस कंसोर्टियम/SFAC) भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में ई-नाम को लागू करने वाली प्रमुख एजेंसी है।

 

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