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प्रासंगिकता
- जीएस 3: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं आयोजना, संसाधनों का अभिनियोजन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।
प्रसंग
- हाल ही में, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अक्टूबर-दिसंबर 2020 के लिए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण ( पीएलएफएस) का तिमाही बुलेटिन जारी किया है।
मुख्य बिंदु
- शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों हेतु बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर 2020 में बढ़कर 3% हो गई, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 7.8% थी।
- 2020 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों हेतु श्रम बल की भागीदारी दर 3% थी, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 47.8% थी।
- शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात 2020 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4% था, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 44.1% था।
पीएलएफएस के बारे में
- अधिक नियमित समय अंतराल पर श्रम बल आंकड़ों की उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) प्रारंभ किया था।
वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद
कतिपय मूलभूत शर्तें
श्रम बल सहभागिता दर (एलएफपीआर)
- एलएफपीआर को जनसंख्या में श्रम बल (अर्थात कार्य करने वाले अथवा कार्य की मांग करने वाले अथवा कार्य हेतु उपलब्ध) में व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर)
- डब्ल्यूपीआर को जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
बेरोजगारी दर (यूआर)
- यूआर को श्रम बल में व्यक्तियों के मध्य बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
क्रियाशीलता की स्थिति- वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस)
- सर्वेक्षण की तिथि से पूर्व विगत 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित क्रियाशीलता की स्थिति को व्यक्ति की वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के रूप में जाना जाता है।