Table of Contents
पीएम-युवा योजना- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
पीएम-युवा योजना
- पीएम-युवा योजना के बारे में: नई शिक्षा नीति (न्यू एजुकेशन पॉलिसी/एनईपी 2020) के दिशानिर्देशों के तहत सरकार द्वारा युवा लेखकों के लिए पीएम-युवा योजना प्रारंभ की गई थी।
- पीएम-युवा योजना से देश के युवाओं को सीखने का माहौल तैयार करने की अपेक्षा है।
- पीएम-युवा योजना माननीय प्रधानमंत्री के वैश्विक नागरिक के दृष्टिकोण के अनुरूप होगी तथा भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करेगी।
- कार्यान्वयन एजेंसी: कार्यान्वयन अभिकरण के रूप में नेशनल बुक ट्रस्ट, भारत मेंटरशिप के सुपरिभाषित चरणों के तहत पीएम-युवा योजना के चरण-वार निष्पादन को सुनिश्चित करेगा।
- योग्यता: पीएम-युवा योजना के तहत 30 वर्ष से कम आयु के 75 इच्छुक लेखकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
- इस प्रकार प्रशिक्षित युवा लेखक विभिन्न विधाओं जैसे कथा – साहित्य, गैर-कथा – साहित्य, यात्रा वृत्तांत, संस्मरण, नाटक, कविता इत्यादि में लेखन में दक्ष होंगे।
- लक्ष्य: पीएम-युवा योजना भारतीय साहित्य के आधुनिक राजदूतों को विकसित करने की कल्पना करती है क्योंकि देश, आजादी के 75 साल की ओर बढ़ रहा है।
- भारत पुस्तक प्रकाशन के क्षेत्र में एवं स्वदेशी साहित्य के इस खजाने को और बढ़ावा देने के लिए तीसरे स्थान पर आता है।
- पीएम-युवा योजना का लक्ष्य इसे वैश्विक स्तर पर ले जाना है।
PM-YUVA में युवा लेखकों की चयन प्रक्रिया
- MyGov पर एक अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से कुल 75 लेखकों का चयन किया जाएगा।
- चयन नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया जाएगा।
- जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2021 है।
- मेंटरशिप स्कीम के तहत एक उचित पुस्तक के रूप में विकसित होने की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए प्रतियोगियों को 5,000 शब्दों की एक पांडुलिपि जमा करने के लिए कहा जाएगा।
- चयनित लेखकों के नामों की घोषणा 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की जाएगी।
- मेंटरशिप के आधार पर, चयनित लेखक नामांकित प्रतिपालकों के मार्गदर्शन में अंतिम चयन के लिए पांडुलिपियां तैयार करेंगे।
- विजेताओं की प्रविष्टियां 15 दिसंबर 2021 तक प्रकाशन के लिए तैयार की जाएंगी।
- प्रकाशित पुस्तकें 12 जनवरी 2022 को युवा दिवस या राष्ट्रीय युवा दिवस पर विमोचित की जा सकती हैं।
पीएम-युवा योजना की प्रमुख विशेषताएं
- पचहत्तर युवा लेखकों के चयन के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।
- प्रतियोगिता की विषय वस्तु ‘अकिर्तित नायकों’ के साथ ‘भारत का राष्ट्रीय आंदोलन‘ (नेशनल मूवमेंट ऑफ इंडिया विद ‘अनसंग हीरोज‘), “स्वतंत्रता आंदोलन में अज्ञात स्थानों की भूमिका’ (रोल ऑफ अननोन प्लेसेज इन फ्रीडम मूवमेंट) इत्यादि फोकस क्षेत्रों के रूप में था।
- मेंटरशिप स्कीम के तहत एक उचित पुस्तक के रूप में विकसित होने की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए प्रतियोगियों को 5,000 शब्दों की एक पांडुलिपि जमा करने के लिए कहा गया था।
- सभी बाईस अनुसूचित भाषाओं तथा अंग्रेजी में प्रस्ताव आमंत्रित किए गए थे।
- चयन नेशनल बुक ट्रस्ट (NBT) द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया गया था।
- चयनित प्रस्तावों को पूर्ण पुस्तकों में मार्गदर्शन तथा विकसित करने हेतु सलाहकारों को सौंपा गया है।
- मेंटरशिप योजना के तहत प्रति लेखक छह माह की अवधि के लिए प्रति माह 50,000 रुपये की समेकित छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाना है।
- पुस्तकों के प्रकाशन एवं बिक्री पर एनबीटी द्वारा 10% रॉयल्टी का भुगतान किया जाएगा।
पीएम-युवा योजना के अपेक्षित परिणाम
- पीएम-युवा योजना न केवल उन लेखकों के एक वर्ग को विकसित करने में सहायता करेगी जो भारतीय विरासत, संस्कृति तथा ज्ञान को प्रोत्साहित करने हेतु विषयों की एक विस्तृत श्रेणी पर लिख सकते हैं।
- पीएम-युवा योजना महत्वाकांक्षी युवाओं को अपनी मातृभाषा में स्वयं को व्यक्त करने तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक अवसर प्रदान करेगी।
- पीएम-युवा योजना के तहत, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ को प्रोत्साहित करने हेतु भारतीय संस्कृति तथा साहित्य के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करने के लिए चयनित पुस्तकों का विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाता है।
- यह अन्य नौकरी विकल्पों के साथ पढ़ने एवं लेखकत्व को एक पसंदीदा पेशे के रूप में लाना सुनिश्चित करेगा, जिससे भारत के बच्चे पढ़ने तथा ज्ञान को अपने विकास के वर्षों के एक अभिन्न अंग के रूप में ग्रहण करेंगे।
- इसके अतिरिक्त, यह बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर हालिया महामारी के प्रभाव तथा परिणाम को देखते हुए युवा मस्तिष्क में सकारात्मक मनोवैज्ञानिक प्रेरण लाएगा।