Table of Contents
पीएमजीदिशा योजना- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां– केंद्र तथा राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं एवं इन योजनाओं का प्रदर्शन।
समाचारों में पीएमजी दिशा योजना
- प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजी दिशा) को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने फरवरी 2017 में ग्रामीण भारत में डिजिटल साक्षरता का आरंभ करने हेतु स्वीकृति प्रदान की थी।
पीएमजी दिशा के तहत ग्राम कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने हेतु उठाए गए कदम
- अभियानों, कार्यशालाओं, संगोष्ठियों, डिजिटल वैन इत्यादि के माध्यम से डिजिटल साक्षरता के प्रति जागरूकता एवं प्रचार गतिविधियों को बढ़ाना।
- निम्न इंटरनेट कनेक्टिविटी के मुद्दों का समाधान करने के लिए, दूरस्थ स्थानों पर वाईफाई-चौपाल स्थापित किए गए हैं।
- चिन्हित राज्यों के ग्रामीण आबादी वाले जिलों में अंतर्वेशन के लिए ग्रामीण विद्यालयों को उम्मीदवारों के प्रशिक्षण तथा परीक्षा हेतु काम में लिया गया है।
- माननीय सांसदों/विधायकों/जिला कलेक्टरों ने स्थानीय पीएमजी दिशा टीम द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में पीएमजी दिशा प्रमाण पत्र वितरित किए हैं।
- ग्रामीण आबादी वाले जिलों को कवर करने के लिए कुछ ग्रामीण विद्यालयों को उम्मीदवारों के प्रशिक्षण तथा परीक्षा हेतु काम में लिया गया है।
- पीएमजी दिशा योजना के बारे में लक्षित लाभार्थियों तक सूचना प्रसारित करने हेतु विभिन्न तंत्रों को अपनाया गया है जैसे कि मौखिक प्रचार, ऑनलाइन, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जिसमें पोस्टर, बैनर, रेडियो, समाचार पत्र, टेलीविजन, सोशल मीडिया इत्यादि सम्मिलित हैं।
पीएमजी दिशा योजना के बारे में प्रमुख बिंदु
- पीएमजी दिशा के बारे में: प्रधान मंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजी दिशा) ग्रामीण भारत में डिजिटल साक्षरता लाने के लिए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत एक कार्यक्रम है।
- प्रमुख उद्देश्य: पीएमजी दिशा योजना का मुख्य उद्देश्य 6 करोड़ ग्रामीण परिवारों (प्रति परिवार एक व्यक्ति) को कवर करके डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण प्रदान करना है।
- न्याय संगत भौगोलिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए, देश भर में 2,50,000 ग्राम पंचायतों में से प्रत्येक में औसतन 200-300 उम्मीदवारों को पंजीकृत करने की परिकल्पना की गई है।
- प्रदान किए जाने वाले डिजिटल कौशल: पीएमजी दिशा के तहत, प्रशिक्षण के बाद, प्रशिक्षु निम्नलिखित में सक्षम हैं-
- कंप्यूटर/डिजिटल एक्सेस डिवाइस (जैसे टैबलेट, स्मार्टफोन इत्यादि) संचालित करने में।
- ईमेल भेजने तथा प्राप्त करने,
- इंटरनेट ब्राउज़ करने,
- सरकारी सेवाओं तक पहुंचने,
- सूचनाओं को खोजने,
- वित्त रहित (कैशलेस) लेनदेन इत्यादि करने।
- कवरेज: पीएमजी दिशा योजना 14-60 वर्ष के आयु वर्ग के उम्मीदवारों को कवर करती है। अब तक, लगभग 5.66 करोड़ उम्मीदवारों का नामांकन किया गया है तथा 4.81 करोड़ उम्मीदवारों ने प्रशिक्षण पूर्ण किया है, जिनमें से 3.54 करोड़ उम्मीदवारों को योजना के तहत पंजीकृत किया गया है।
पीएमजी दिशा के तहत पात्रता मानदंड
- पीएमजी दिशा योजना मात्र देश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए लागू है।
- ऐसे सभी परिवार जहां परिवार का कोई भी सदस्य डिजिटल रूप से साक्षर नहीं है, इस योजना के तहत पात्र परिवार माने जाएंगे।
- प्रति पात्र परिवार में से केवल एक व्यक्ति को प्रशिक्षण के लिए विचार किया जाएगा।
- परिवार के सभी सदस्य जिनकी आयु 14 – 60 वर्ष है, को कवर किया जाएगा।
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, बीपीएल, महिलाओं, विकलांग व्यक्तियों तथा अल्पसंख्यकों को वरीयता प्रदान की जाएगी।
- लाभार्थियों का अभिनिर्धारण डीजीएस (दिल्ली ई-गवर्नमेंट सोसाइटी), ग्राम पंचायतों एवं प्रखंड विकास अधिकारियों के सक्रिय सहयोग से सीएससी-एसपीवी (स्पेशल परपज व्हीकल) द्वारा की जाएगी।