प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY): इस योजना में भाग लेने वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में किसानों को बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है। पीएम फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) योजना यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- देश में विभिन्न क्षेत्रों के प्रचार एवं विकास के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएं तथा पहल) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
हाल ही में, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
मंत्री ने बताया कि बिहार, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं गुजरात जैसे कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने कुछ मौसमों के लिए इसे लागू करने के बाद पीएम फसल बीमा योजना से बाहर होने का विकल्प चुना है।
सभी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का विकल्प चुन सकते हैं। प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) सभी भाग लेने वाले राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के लिए प्रकृति में स्वैच्छिक है।
पीएम फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) योजना को भारत में खरीफ 2016 ऋतु से प्रारंभ किया गया था। अब तक, 27 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने एक या अधिक मौसमों में पीएम फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) योजना लागू की है। पीएमएफबीवाई योजना के तहत कवरेज (इसे लागू करने वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में) 2016-17 में योजना के प्रारंभ के पश्चात से सकल फसल क्षेत्र (ग्रॉस क्रॉप्ड एरिया/जीसीए) का लगभग 30% रहा है। विगत तीन वर्षों के दौरान नामांकित किसान आवेदनों और बीमित क्षेत्र के संदर्भ में पीएमएफबीवाई कवरेज का वर्षवार विवरण नीचे दिया गया है-
क्रम संख्या | वर्ष | किसानों द्वारा प्राप्त आवेदन (लाख में) | बीमित क्षेत्र (लाख हेक्टेयर में) |
1. | 2019-2020 | 616.16 | 508.4 |
2. | 2020-2021 | 623.19 | 495.4 |
3. | 2021-2022 | 831.76 | 459.0 |
पीएमएफबीवाई प्राकृतिक आपदाओं, कीटों तथा रोगों के परिणामस्वरूप किसी भी अधिसूचित फसल के विफल होने की स्थिति में किसानों को बीमा कवरेज एवं वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
पीएमएफबीवाई में सभी खाद्य फसलों (अनाज, बाजरा एवं दालें), तिलहन तथा वाणिज्यिक/बागवानी फसलों के कवरेज की परिकल्पना की गई है।
उत्तर. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को 2016 में दो योजनाओं, राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना (नेशनल एग्रीकल्चरल इंश्योरेंस स्कीम/NAIS) एवं साथ ही संशोधित NAIS को बदलकर प्रारंभ किया गया था।
उत्तर. प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) सभी भाग लेने वाले राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के लिए प्रकृति में स्वैच्छिक है।
उत्तर. आंध्र प्रदेश खरीफ 2022 सीजन से पीएम फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) योजना में फिर से शामिल हो गया है तथा पंजाब ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के प्रयासों के कारण ऐसा करने की बजट घोषणा की है।
PMFBY was launched in 2016 by replacing two schemes namely, National Agricultural Insurance Scheme (NAIS) as well as the Modified NAIS.
The PM Fasal Bima Yojana (PMFBY) is voluntary in nature for all the participating States/Union Territories (UTs).
Andhra Pradesh has re-joined the PM Fasal Bima Yojana (PMFBY) scheme from Kharif 2022 season and Punjab has made a budget announcement to do the same due to the efforts of Ministry of Agriculture & Farmers Welfare.
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