Table of Contents
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए): प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए) भारत के राष्ट्रपति द्वारा चयनित प्रवासी भारतीयों (अनिवासी भारतीय, भारतीय मूल के व्यक्ति या अनिवासी भारतीयों या भारतीय मूल के व्यक्ति द्वारा स्थापित एवं संचालित एक संगठन अथवा संस्था) को प्रदान किया जाता है। प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीयों को प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
चर्चा में क्यों है?
- मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन (8-10 जनवरी) के 17वें संस्करण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करेंगी।
- गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, अमेरिका स्थित व्यवसायी दर्शन सिंह धालीवाल एवं डीएसबी समूह के सीईओ पीयूष गुप्ता 17 वें प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए) के 27 प्राप्तकर्ताओं में शामिल हैं।
पीबीएसए के पुरस्कार विजेताओं का चयन कौन करता है?
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए) के प्राप्तकर्ताओं को उप-राष्ट्रपति की अध्यक्षता वाली जूरी-सह-पुरस्कार समिति द्वारा चयनित किया जाता है। विदेश मंत्री पैनल के उपाध्यक्ष होते हैं, जिसके अन्य सदस्य जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं। समिति प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कारों के लिए नामांकन पर विचार करती है एवं पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है।
प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए) के बारे में जानें
- प्रवासी भारतीय पुरस्कार सम्मान को राष्ट्रपति द्वारा अनिवासी भारतीयों (नॉन रेजिडेंट इंडियन/एनआरआई), भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीपल ऑफ इंडियन ओरिजिन/पीआईओ) अथवा एनआरआई या पीआईओ द्वारा स्थापित एवं संचालित किए जाने वाले संगठनों को भारत एवं विदेशों में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के सम्मान में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के एक भाग के रूप में प्रदान किया जाता है।
- भारत के साथ प्रवासी भारतीय समुदाय के जुड़ाव को मजबूत करने एवं उन्हें अपनी जड़ों से फिर से जोड़ने के लिए प्रत्येक दो वर्ष में प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) आयोजित किया जाता है।
विदेशों में उपलब्धियों के लिए
- भारत के बारे में विदेशों में बेहतर समझ;
- ठोस तरीके से भारत के कारणों एवं चिंताओं का समर्थन;
- भारत, प्रवासी भारतीय समुदाय एवं उनके निवास के देश के मध्य घनिष्ठ संबंध स्थापित करना;
- भारत या विदेश में सामाजिक एवं मानवीय कारण;
- स्थानीय भारतीय समुदाय का कल्याण;
- परोपकारी एवं धर्मार्थ कार्य;
- अपने कार्य क्षेत्र में श्रेष्ठता या उत्कृष्ट कार्य, जिसने उनके निवास के देश में भारत की प्रतिष्ठा में वृद्धि की है; अथवा
- कौशल में उत्कृष्टता जिसने उस देश में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है (गैर-पेशेवर श्रमिकों के लिए)।
भारत के भीतर उपलब्धियों के लिए
- भारत में परोपकारी निवेश और धर्मार्थ कार्य;
- भारत के विकास में किए गए योगदान के लिए।
क्या आप जानते थे?
प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) मनाने की परंपरा 2003 में प्रारंभ हुई तथा 16वें प्रवासी भारतीय दिवस को महामारी के दौरान 2021 में “आत्मनिर्भर भारत में योगदान” विषय के साथ एक आभासी प्रारूप में आयोजित किया गया। |
प्रवासी भारतीय दिवस के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न.
प्र. 16वें प्रवासी भारतीय दिवस की थीम क्या थी?
उत्तर. 16वां प्रवासी भारतीय दिवस 2021 में महामारी के दौरान “आत्मनिर्भर भारत में योगदान” विषय के साथ एक आभासी प्रारूप में आयोजित किया गया था।
प्र. 17 वें प्रवासी भारतीय दिवस की थीम क्या है?
उत्तर. 17वां प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन 8 से 10 जनवरी 2023 तक भारत के सबसे स्वच्छ एवं स्मार्ट शहर – इंदौर – भारत के मध्य प्रदेश राज्य में आयोजित किया जाएगा। 17 वें प्रवासी भारतीय दिवस की थीम “प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार” (“डायस्पोरा: रिलायबल पार्टनर फॉर इंडियाज प्रोग्रेस इन अमृत काल”) है।
प्र. प्रवासी भारतीयों को प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान कौन सा है?
उत्तर. प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए) प्रवासी भारतीयों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।