मानव संसाधन प्रबंधन के सिद्धांत

मानव संसाधन प्रबंधन

  • परिभाषा: मानव संसाधन प्रबंधन एक संगठनात्मक कार्य है जो एक कंपनी के लिए कार्य करने वाले व्यक्तियों के कार्मिक व्यवस्था / भर्ती, प्रबंधन एवं निर्देशन पर केंद्रित है।
    • मानव संसाधन प्रबंधन को संगठनों एवं व्यक्तियों, दोनों के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक साथ लाने की एक प्रक्रिया कहा जाता है।
  • मानव संसाधन विभाग के प्रमुख उत्तरदायित्व:
    • मानव संसाधन विकास विभाग (एचआरडी) कर्मचारी लाभ, क्षतिपूर्ति, प्रदर्शन एवं प्रतिफल प्रबंधन, कल्याण, सुरक्षा, संगठनात्मक विकास, कर्मचारी संबंध, प्रेरणा इत्यादि से संबंधित है।
    • एचआरडी व्यक्तियों के प्रबंधन के साथ-साथ कार्यस्थल संस्कृति में एक महत्वपूर्ण एवं रणनीतिक भूमिका अदा करता है।
    • यदि इसे प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जाए तो यह कंपनी के विकास एवं स्थिरता में अत्यधिक योगदान दे सकता है।

 

मानव संसाधन प्रबंधन के सिद्धांत- महत्व

  • प्रासंगिकता: मानव संसाधन विकास संगठन की रीढ़ है क्योंकि यह कर्मचारियों के प्रत्येक पहलू से संबंधित है।
  • प्रकृति में बहु-विषयक: यह विधि, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र एवं अर्थशास्त्र के अधिकांश विषयों पर लागू होता है।
  • उपयोगिता: मानव संसाधन प्रबंधन के सिद्धांत मानव संसाधन व्यवसायियों एवं पेशेवरों के लिए उपयोगी हैं ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि रणनीतिक मानव संसाधन प्रबंधन तीन हितधारकों को किस प्रकार प्रभावित करता है:
  1. संबंधित संगठन के व्यष्टिगत कर्मचारी।
  2. समाज एवं
  3. स्वयं संगठन

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मानव संसाधन प्रबंधन के सिद्धांत- प्रमुख सिद्धांत

  • मानव संसाधन प्रबंधन के प्रमुख सिद्धांत: मानव संसाधन सिद्धांत शोध, अन्वेषण एवं विश्लेषण द्वारा स्थापित एक मौलिक सत्य हैं। निम्नलिखित को भी मानव संसाधन प्रबंधन के प्रमुख सिद्धांतों के रूप में भी माना जा सकता है:
    • व्यक्तिगत विकास का सिद्धांत: प्रत्येक कर्मचारी को उसके सामर्थ्य एवं योग्यता का अनुभव करने हेतु समान अवसर प्रदान करना।
    • वैज्ञानिक चयन का सिद्धांत: सही व्यक्ति को सही कार्य में लगाना।
    • संचार के मुक्त प्रवाह का सिद्धांत: ऊर्ध्वमुखी (ऊपर की ओर), अधोमुखी (नीचे की ओर), औपचारिक एवं अनौपचारिक संचार को प्रारंभ करना एवं प्रोत्साहित करना।
    • सहभागिता का सिद्धांत: निर्णय लेने के प्रत्येक स्तर पर कर्मचारियों के साथ सहयुक्‍त होना।
    • उचित पारिश्रमिक का सिद्धांत: प्रतिभाशाली कर्मचारियों को उचित तथा समान पारिश्रमिक एवं वेतन का भुगतान करना।
    • प्रोत्साहन का सिद्धांत: कर्मचारियों के प्रदर्शन की समीक्षा करना एवं उसके अनुसार उन्हें पुरस्कृत करना।
    • श्रम की गरिमा का सिद्धांत: प्रत्येक कर्मचारी के साथ सम्मान एवं गरिमापूर्ण व्यवहार करना।
    • श्रम-प्रबंधन सहयोग का सिद्धांत: औद्योगिक संबंधों एवं श्रम विधानों को बढ़ावा देना।
    • दलीय भावना का सिद्धांत: कर्मचारियों के मध्य सहयोग एवं टीम वर्क सुनिश्चित करना।
    • राष्ट्रीय समृद्धि में योगदान का सिद्धांत: सभी कर्मचारियों को उच्च कार्य उद्देश्य प्रदान करना तथा राष्ट्रीय समृद्धि   एवं अखंडता में योगदान करना।

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