Home   »   PLI Scheme – 2.0 for IT...   »   PLI Scheme – 2.0 for IT...

आईटी हार्डवेयर के लिए- उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना 2.0

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई: आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना 2.0 भारत में एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करना तथा सूचना प्रौद्योगिकी हार्डवेयर के उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 योजना यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- भारतीय अर्थव्यवस्था, विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों के प्रोत्साहन तथा विकास के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएं) के लिए भी महत्वपूर्ण है।

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई चर्चा में क्यों है

आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम) 2.0 को 17,000 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था।

भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण उद्योग

भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण की क्षमता एवं महत्व नीचे सूचीबद्ध हैं-

  • भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में विगत 8 वर्षों में 17% सीएजीआर के साथ निरंतर वृद्धि देखी गई है।
    • इस वर्ष इसने उत्पादन में एक प्रमुख बेंचमार्क – 105 बिलियन अमरीकी डालर (लगभग 9 लाख करोड़ रुपये) को पार कर लिया
  • भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है।
    • मोबाइल फोन का निर्यात इस वर्ष 11 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 90 हजार करोड़ रुपये) के एक बड़े पड़ाव को पार कर गया है।
  • वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र भारत आ रहा है तथा भारत एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण देश के रूप में उभर रहा है।
  • मोबाइल फोन के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) की सफलता के आधार पर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 को अपनी स्वीकृति प्रदान की।

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0, प्रमुख विशेषताएं

आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न  प्रोत्साहन योजना (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम/पीएलआई) 2.0 की प्रमुख विशेषताएं नीचे दी गई हैं-

  • दायरा: आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई योजना 2.0 में लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पीसी, सर्वर  तथा अल्ट्रा-स्मॉल फॉर्म फैक्टर उपकरण शामिल हैं।
  • वित्त पोषण: आईटी हार्डवेयर योजना के लिए पीएलआई 2.0 का बजट परिव्यय 17,000 करोड़ रुपये है।
  • कार्यकाल: आईटी हार्डवेयर योजना के लिए पीएलआई 2.0 योजना की अवधि 6 वर्ष है।
  • अपेक्षित परिणाम: आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न  प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) 2.0 के अपेक्षित परिणाम नीचे दिए गए हैं-
    • अपेक्षित वृद्धिशील उत्पादन 3.35 लाख करोड़ रुपये है।
    • अपेक्षित वृद्धिशील निवेश 2,430 करोड़ रुपये है।
    • अपेक्षित वृद्धिशील प्रत्यक्ष रोजगार 75,000 है।

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 का महत्व

वैश्विक उद्योग जगत के नेतृत्वकर्ताओं द्वारा भारत को एक विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला भागीदार के रूप में तेजी से मान्यता प्रदान की जा रही है। प्रमुख आईटी हार्डवेयर कंपनियों ने भारत में विनिर्माण प्रतिष्ठान स्थापित करने में  उल्लेखनीय रुचि प्रदर्शित की है।

  • इस प्रवृत्ति को देश के भीतर आईटी सेवाओं की मजबूत मांग से बल मिला है, जो एक सुदृढ़ आईटी सेवा उद्योग द्वारा सुगम है।
  • अधिकांश बड़ी कंपनियां भारत में स्थित एक प्रतिष्ठान से भारत के भीतर घरेलू बाजारों की आपूर्ति करना चाहती हैं कथा साथ ही भारत को एक निर्यात केंद्र बनाना चाहती हैं।

इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र, भारत में संभावनाएं

भारतीय इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र की संभावनाओं पर नीचे चर्चा की गई है-

  • आगामी 5 वर्षों में घरेलू बाजार के 65 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 180 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की संभावना है।
  • यह इलेक्ट्रॉनिक्स को 2026 तक भारत के 2-3 शीर्ष रैंकिंग निर्यातों के बीच बना देगा।
  • 300 बिलियन अमेरिकी डॉलर में से, निर्यात के 2021-22 में अनुमानित 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2026 तक 120 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने की संभावना है।

 

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र. आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 के क्या उद्देश्य हैं?

उत्तर. आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 योजना का प्राथमिक उद्देश्य निवेश आकर्षित करना, घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करना, रोजगार के अवसर  सृजित करना तथा भारत में आईटी हार्डवेयर उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना है। इस योजना का उद्देश्य भारत को आईटी हार्डवेयर उत्पादों के लिए वैश्विक विनिर्माण एवं निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करना है।

प्र. आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम/पीएलआई) 2.0 क्या है?

उत्तर. आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना 2.0 भारत में एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना तथा आईटी हार्डवेयर के उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। यह अर्ह कंपनियों को स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करने एवं आईटी हार्डवेयर क्षेत्र में देश की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करता है।

प्र. कौन से आईटी हार्डवेयर उत्पाद योजना के अंतर्गत आते हैं?

उत्तर. आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 योजना में लैपटॉप, टैबलेट, पर्सनल कंप्यूटर (पीसी), सर्वर एवं ऑल-इन-वन पीसी सहित आईटी हार्डवेयर उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। इन उत्पादों के निर्माण में संलग्न पात्र कंपनियां योजना के तहत प्रदान किए गए प्रोत्साहनों का लाभ उठा सकती हैं।

 

Sharing is caring!

आईटी हार्डवेयर के लिए- उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना 2.0_3.1

FAQs

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 के क्या उद्देश्य हैं?

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 योजना का प्राथमिक उद्देश्य निवेश आकर्षित करना, घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करना, रोजगार के अवसर सृजित करना तथा भारत में आईटी हार्डवेयर उद्योग की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना है। इस योजना का उद्देश्य भारत को आईटी हार्डवेयर उत्पादों के लिए वैश्विक विनिर्माण एवं निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करना है।

आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम/पीएलआई) 2.0 क्या है?

आईटी हार्डवेयर के लिए उत्पादन सहलग्न प्रोत्साहन योजना 2.0 भारत में एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना तथा आईटी हार्डवेयर के उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। यह अर्ह कंपनियों को स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित करने एवं आईटी हार्डवेयर क्षेत्र में देश की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करता है।

कौन से आईटी हार्डवेयर उत्पाद योजना के अंतर्गत आते हैं?

आईटी हार्डवेयर के लिए पीएलआई 2.0 योजना में लैपटॉप, टैबलेट, पर्सनल कंप्यूटर (पीसी), सर्वर एवं ऑल-इन-वन पीसी सहित आईटी हार्डवेयर उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। इन उत्पादों के निर्माण में संलग्न पात्र कंपनियां योजना के तहत प्रदान किए गए प्रोत्साहनों का लाभ उठा सकती हैं।