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लायन @ 47: अमृतकाल के लिए विजन की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता
प्रोजेक्ट लायन दस्तावेज़: यह गुजरात में एशियाई सिंह के परिदृश्य पारिस्थितिकी आधारित संरक्षण की परिकल्पना करता है।
लायन @ 47: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 3- भारत में वन्यजीवों का सुरक्षा एवं संरक्षण) के लिए अमृत काल का विजन महत्वपूर्ण है।
लायन @ 47: अमृतकाल के लिए विजन चर्चा में क्यों है?
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि “लायन @ 47: अमृतकाल के लिए विजन” नामक लायन प्रोजेक्ट का दस्तावेज तैयार कर लिया गया है।
प्रोजेक्ट लायन
- प्रोजेक्ट लायन के बारे में: प्रोजेक्ट लायन संरक्षण एवं पर्यावरण-विकास को एकीकृत करके गुजरात में एशियाई सिंह (शेर) के परिदृश्य पारिस्थितिकी पर आधारित संरक्षण की परिकल्पना करता है।
- उद्देश्य: प्रोजेक्ट लायन के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-
- शेरों की बढ़ती आबादी के प्रबंधन के लिए उनके पर्यावासों को सुरक्षित एवं पुनर्स्थापित करना;
- आजीविका उत्पादन एवं स्थानीय समुदायों की भागीदारी में वृद्धि करना;
- सिंहों (बिग कैट) रोग निदान एवं उपचार पर ज्ञान का वैश्विक केंद्र बनना तथा
- प्रोजेक्ट लायन पहल के माध्यम से समावेशी जैव विविधता संरक्षण निर्मित करना।
- कार्यान्वयन: प्रोजेक्ट लायन गुजरात राज्य सरकार एवं केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण जैसे अन्य हितधारकों द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
- विस्तार क्षेत्र: परियोजना गुजरात में गिर परिदृश्य में कार्यान्वित की जा रही है जो एशियाई सिंहों का अंतिम आवास है।
प्रोजेक्ट लायन का वित्तपोषण
- विगत तीन वर्षों के दौरान केंद्र प्रायोजित योजना (सेंट्रली स्पॉन्सर्ड स्कीम/सीएसएस) – ‘वन्यजीव पर्यावासों का विकास’ के तहत एशियाई शेरों सहित वन्यजीवों के संरक्षण के लिए गुजरात राज्य को 124.58 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।
- इसके अतिरिक्त, एशियाई सिंह संरक्षण परियोजना के तहत 2018-19 के दौरान जारी अनुदान के 1641.42 लाख रुपये का पुनर्वैधीकरण भी इस अवधि के दौरान किया गया है।
- गुजरात की राज्य सरकार ने एशियाई सिंह संरक्षण परियोजना के तहत केंद्रीय हिस्से के रूप में जारी निधियों के लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है।
प्रोजेक्ट लॉयन एवं प्रोजेक्ट टाइगर
- 53 व्याघ्र अभ्यारण्य में देश भर में विस्तृत बाघ परिदृश्य में प्रोजेक्ट टाइगर लागू किया जा रहा है।
- दोनों परियोजनाओं (सिंह एवं बाघ) में उन गतिविधियों की परिकल्पना की गई है जो इन प्रमुख प्रजातियों द्वारा आवासित पारिस्थितिकी तंत्र के समग्र संरक्षण को सुनिश्चित करती हैं।
एशियाई सिंह
- एशियाई सिंह (जिसे फ़ारसी शेर अथवा भारतीय सिंह के रूप में भी जाना जाता है) पैंथेरा लियो लियो उप-प्रजाति का एक सदस्य है जो भारत में मौजूद है।
- पूर्व में यह इन क्षेत्रों में विलुप्त होने से पहले पश्चिम एशिया एवं मध्य पूर्व में भी बसा हुआ था।
- एशियाई शेर आकार में अफ्रीकी शेरों की तुलना में थोड़े छोटे होते हैं।
- एशियाई शेरों में सदैव देखी जाने वाली विशिष्ट विशेषता उनके पेट के साथ चलने वाली त्वचा की एक अनुदैर्ध्य सतह/ धारियां है।
- यह भारत में रहने वाली पांच पैंथरिन बिल्लियों में से एक है। अन्य हैं:
- बंगाल टाइगर
- भारतीय तेंदुआ
- हिम तेंदुआ
- धूमिल तेंदुए
एशियाई सिंहों की स्थिति
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की अनुसूची I में सूचीबद्ध
- सीआईटीईएस (CITES) का परिशिष्ट I
- आईयूसीएन लाल सूची में संकटग्रस्त
- वर्तमान में गिर राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्य जीव अभ्यारण्य एशियाई सिंहों का एकमात्र निवास स्थान है। 2020 में, गुजरात वन विभाग ने गिर वन क्षेत्र में एशियाई सिंहों की आबादी में वृद्धि की घोषणा की।
एशियाई शेरों के अस्तित्व के लिए खतरा
- प्लेग या प्राकृतिक आपदा, अवैध शिकार एवं गिर राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थानीय लोगों द्वारा पशुधन पर हमलों के प्रतिशोध में सिंहों को मारने जैसी अप्रत्याशित घटनाओं के प्रति इसकी संवेदनशीलता।
प्रोजेक्ट लायन के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. प्रोजेक्ट लायन क्या है?
उत्तर. प्रोजेक्ट लायन संरक्षण एवं पर्यावरण-विकास को एकीकृत करके गुजरात में एशियाई शेर के परिदृश्य पारिस्थितिकी पर आधारित संरक्षण की परिकल्पना करता है।
प्र. आईयूसीएन के रेड लिस्ट में एशियाई शेर की संरक्षण स्थिति क्या है?
उत्तर. IUCN रेड लिस्ट में एशियाई सिंहों को संकटग्रस्त/लुप्तप्राय (एंडेंजर्ड) श्रेणी के तहत सूचीबद्ध किया गया है।
प्र. प्रोजेक्ट लायन का क्रियान्वयन कौन कर रहा है?
उत्तर. प्रोजेक्ट लायन गुजरात की राज्य सरकार एवं केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण जैसे अन्य हितधारकों द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।