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त्रैमासिक रोजगार सर्वेक्षण

त्रैमासिक रोजगार सर्वेक्षण (क्यूईएस): प्रासंगिकता

  • जीएस 3: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं नियोजन, संसाधन, वृद्धि, विकास एवं रोजगार से संबंधित मुद्दे।

UPSC Current Affairs

त्रैमासिक रोजगार सर्वेक्षण (क्यूईएस): संदर्भ

 

एक्यूईईएस रिपोर्ट के बारे में

  • एक्यूईईएस का उद्देश्य नौ चयनित क्षेत्रों के संगठित एवं असंगठित दोनों क्षेत्रों में रोजगार एवं प्रतिष्ठानों के संबंधित चर के बारे में त्रैमासिक अद्यतन प्रदान करना है।
  • ये क्षेत्र गैर-कृषि प्रतिष्ठानों में कुल नियोजन के अधिकांश भाग का गठन करते हैं।
  • नौ क्षेत्र: निर्माण, विनिर्माण, व्यापार, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास एवं रेस्तरां, आईटी / बीपीओ तथा वित्तीय सेवाएं।

 

त्रैमासिक रोजगार सर्वेक्षण (क्यूईएस):  प्रमुख विशेषताएं

क्षेत्रवार  नियोजन:

क्षेत्र रोजगार
विनिर्माण 41%
शिक्षा 22%
स्वास्थ्य 8%
व्यापार 7%
आईटी / बीपीओ 7%

 

 

  • कोविड-19 का प्रभाव: 27 प्रतिशत प्रतिष्ठानों में इसका प्रभाव स्पष्ट था; हालांकि, राहत की बात यह रही कि लॉक डाउन की अवधि के दौरान 81 प्रतिशत श्रमिकों को पूरा वेतन प्राप्त हुआ था।

 

रोजगार में क्षेत्रवार वृद्धि:

क्षेत्र रोजगार में वृद्धि
आईटी/बीपीओ क्षेत्र 152%
स्वास्थ्य 77%
परिवहन 68%
वित्तीय सेवाएं 48%
निर्माण 42%
शिक्षा 39%
विनिर्माण 22%
व्यापार (-)25%
आवास एवं रेस्तरां (-)13%

UPSC Current Affairs

  • लगभग 90 प्रतिशत प्रतिष्ठानों में 100 से कम श्रमिकों के साथ कार्य संपादित करने का अनुमान लगाया गया है।
  • लगभग 35 प्रतिशत आईटी/बीपीओ प्रतिष्ठानों ने न्यूनतम 100 कर्मचारियों के साथ कार्य संपादित किया, जिसमें लगभग 8 प्रतिशत ने 500 या उससे अधिक कामगारों को नियुक्त किया।
  • स्वास्थ्य क्षेत्र में, 18 प्रतिशत प्रतिष्ठानों में 100 या अधिक कर्मचारी थे।
  • महिला भागीदारी: महिला श्रमिकों की कुल भागीदारी 29 प्रतिशत रही।
  • नियमित एवं अनियत कामगार: नौ चयनित क्षेत्रों में नियमित श्रमिक अनुमानित कार्यबल का 88 प्रतिशत गठित करते हैं, जिसमें मात्र 2 प्रतिशत अनियत श्रमिक हैं। यद्यपि, निर्माण क्षेत्र के 18 प्रतिशत कर्मचारी संविदा कर्मचारी हैं एवं 13 प्रतिशत अनियत श्रमिक हैं।
  • पंजीकृत प्रतिष्ठान: मात्र 9 प्रतिशत प्रतिष्ठान ( न्यूनतम 10 श्रमिकों के साथ) किसी भी प्राधिकरण अथवा किसी अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत नहीं थे। जबकि समस्त प्रतिष्ठानों में से 26 प्रतिशत आईटी/बीपीओ में 71 प्रतिशत पंजीकरण, निर्माण में 58 प्रतिशत, विनिर्माण में 46 प्रतिशत, परिवहन में 42 प्रतिशत, व्यापार में 35 प्रतिशत तथा वित्तीय सेवाओं में 28 प्रतिशत पंजीकरण के साथ कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत थे।
  • सेवाकालीन/ऑन-जॉब कौशल प्रशिक्षण: लगभग 18 प्रतिशत प्रतिष्ठानों में ऑन-जॉब कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का प्रावधान है।

 

 

 

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