राष्ट्रीय एकता दिवस: सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाना

राष्ट्रीय एकता दिवस- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 1:

राष्ट्रीय एकता दिवस- संदर्भ

  • सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में देश 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (राष्ट्रीय एकता दिवस) मनाता है।
  • इस अवसर पर, भारत के प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल को एक भव्य श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंनेएक भारत श्रेष्ठ भारतके आदर्श के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘एक भारत’ एक ऐसा भारत है जो महिलाओं, दलितों, वंचितों, आदिवासी एवं वनवासियों को समान अवसर प्रदान करता है।
    • ‘एक भारत’ एक ऐसा भारत है जहां आवास, बिजली एवं पानी बिना किसी भेदभाव के सभी की पहुंच में है।

 

 

राष्ट्रीय एकता दिवस- प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रीय एकता दिवस के बारे में: राष्ट्रीय एकता दिवस 2014 से प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य देश के लिए उनके असाधारण कार्यों को याद करके ‘भारत के लौह पुरुष’ को श्रद्धांजलि देना है।
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: सरकार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं राष्ट्रीय एकता सुनिश्चित करने में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए 2018 में गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण किया।
  • स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सर्वाधिक ऊंची प्रतिमा है।
  • महत्व: राष्ट्रीय एकता दिवस का अवसर राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं सुरक्षा के लिए खतरों का सामना करने के लिए निहित शक्ति एवं लोचशीलता की पुष्टि करने का अवसर प्रदान करता है।

डॉ. राम मनोहर लोहिया

सरदार वल्लभ भाई पटेल- प्रमुख बिंदु

  • जन्म: सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को नडियाद, गुजरात में हुआ था।
  • स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान:
    • 18917 में गुजरात सभा (गुजरात में कांग्रेस विंग) के सचिव के रूप में निर्वाचित किए गए।
    • गांधी जी के नेतृत्व वाले असहयोग आंदोलन (एनसीएम) में सहयोग किया एवं सहभागिता की।
    • 1928 में बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व किया एवं किसानों के हितों की सफलतापूर्वक रक्षा की। बारदोली की महिलाओं ने उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि दी, जिसका अर्थ है ‘एक प्रमुख या एक नेता’ होता है।
    • 1931 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कराची अधिवेशन की अध्यक्षता की, जहां पार्टी ने अपने भविष्य के मार्ग पर विचार-विमर्श किया।

सरदार वल्लभ भाई पटेल- आजादी के बाद महत्वपूर्ण योगदान

  • सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के प्रथम गृह मंत्री एवं उप प्रधान मंत्री थे।
  • ऑपरेशन पोलो‘: 1948 में भारत में हैदराबाद को स्वतंत्र कराने एवं एकीकृत करने के लिए सरदार पटेल द्वाराप्रारंभ किया गया था।
    • यह अभियान (ऑपरेशन पोलो) हैदराबाद के निजाम द्वारा पाकिस्तान में शामिल होने या स्वतंत्र रहने की झूठी उम्मीदों के बाद किया गया था।
  • भारत की अखंडता एवं एकता सुनिश्चित की: भारत के एक संयुक्त गणराज्य के निर्माण के लिए स्वतंत्रता पूर्व भारत में सभी 562 रियासतों को प्रभावी ढंग से एकीकृत करने के लिए सरदार पटेल की प्रशंसा की जाती है।
    • उन्होंने श्रेष्ठ भारत ( सर्वाधिक महत्वपूर्ण भारत) बनाने के लिए भारत के लोगों से एकजुट होकर रहने की अपील की।
  • भारतीय सिविल सेवाओं के जनक: सरदार पटेल को ‘भारत के सिविल सेवकों के संरक्षक संत’ के रूप में भी याद किया जाता है क्योंकि उन्होंने आधुनिक अखिल भारतीय सेवा प्रणाली की स्थापना की थी।

जयप्रकाश नारायण

manish

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