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भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई), विशेष शिक्षा एवं विकलांगता क्षेत्र में मानव संसाधन विकास को प्रोत्साहित करना

भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई): भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई) संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक सांविधिक निकाय है। भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- संसद के विभिन्न अधिनियमों द्वारा बनाए गए विभिन्न वैधानिक संगठन एवं संस्थान) के लिए भी महत्वपूर्ण है।

भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई) चर्चा में क्यों है?

भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी/NEP) 2020 के आलोक में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया है।

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) से संबंधित विवरण

राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार द्वारा किया जाएगा।

  • उद्देश्य: भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई) कार्यशाला का उद्देश्य विशेष शिक्षा एवं विकलांगता क्षेत्र में मानव संसाधन विकास को प्रोत्साहित करने हेतु प्रासंगिक विभिन्न प्रावधानों को लागू करना है।
  • कार्यक्रम का आयोजन स्थल: भारतीय पुनर्वास परिषद की कार्यशाला 16-17 मई 2023 को दत्त स्पोर्ट्स क्लब, मंडला रोड, जबलपुर, मध्य प्रदेश में आयोजित होने वाली है।
  • भागीदारी: इस कार्यशाला में भाग लेने के लिए लगभग 300 पुनर्वास पेशेवरों एवं कर्मियों, जिनमें विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के माता-पिता अथवा अभिभावक, देश भर से उपलब्धि हासिल करने वाले शामिल हैं, को आमंत्रित किया गया है।
  • चर्चा के बिंदु: मानव संसाधन विकास कार्यक्रमों के संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रासंगिक प्रावधानों पर विचार-विमर्श करने के लिए राष्ट्रीय स्तर के वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है।
    • विशेषज्ञ प्रशिक्षण संस्थानों की क्षमता निर्माण एवं अक्षमता क्षेत्र में योग्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने में गैर सरकारी संगठनों की संभावित भूमिका पर भी चर्चा करेंगे।

राष्ट्रीय कार्यशाला का महत्व

इस कार्यशाला के परिणामों से देश में, विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण के प्रति लक्षित राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं मानव संसाधन विकास कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन की सुविधा प्राप्त होने की संभावना है।

  • भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) की राष्ट्रीय कार्यशाला इस दृष्टि को साकार करने तथा देश को एक समावेशी एवं न्यायसंगत शिक्षा प्रणाली की ओर अग्रसर करने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में कार्य करती है।

भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई)

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक सांविधिक निकाय है।

  • पृष्ठभूमि: भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI) की स्थापना 1986 में एक पंजीकृत सोसाइटी के रूप में की गई थी।
    • सितंबर, 1992 में भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI) अधिनियम संसद द्वारा अधिनियमित किया गया था  तथा यह 22 जून 1993 को एक वैधानिक निकाय बन गया।
    • इसे और अधिक व्यापक बनाने के लिए 2000 में संसद द्वारा अधिनियम में संशोधन किया गया था।
  • अधिदेश: भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई) का मुख्य  अधिदेश विशेष शिक्षा एवं विकलांगता के क्षेत्र में प्रशिक्षण कार्यक्रमों का मानकीकरण, विनियमन तथा निगरानी करना है।
  • दंडात्मक प्रतिबंध: अधिनियम विकलांग व्यक्तियों को सेवाएं प्रदान करने वाले अयोग्य व्यक्तियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई भी निर्धारित करता है।

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) की प्रमुख भूमिका

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) की प्राथमिक भूमिका विकलांग व्यक्तियों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं को विनियमित एवं निगरानी करना तथा पाठ्यक्रम को मानकीकृत करना है।

  • भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले सभी योग्य पेशेवरों एवं कर्मियों के केंद्रीय पुनर्वास रजिस्टर को अनुरक्षित रखने हेतु भी उत्तरदायी है।
  • इसके अतिरिक्त, RCI केंद्रीय पुनर्वास रजिस्टर (सेंट्रल रिहैबिलिटेशन रजिस्टर/CRR) को बनाए रखने एवं इस डोमेन में अनुसंधान को प्रोत्साहित करने हेतु उत्तरदायी है।
  • परिषद आरसीआई को आवंटित पेशेवरों एवं कर्मियों की 16 श्रेणियों के लिए शिक्षा तथा प्रशिक्षण के न्यूनतम मानकों को भी निर्धारित करती है।

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) का महत्व

पेशेवरों, माता-पिता अथवा अभिभावक एवं उपलब्धि हासिल करने वालों जैसे हितधारकों के साथ सहयोग करके एवं भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) के समर्थन तथा सक्रिय भागीदारी के साथ, भारत एक शैक्षिक वातावरण स्थापित करने का प्रयास कर रहा है जो समावेशी है एवं विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाता है।

  • भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) की पहल का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के समग्र विकास को  प्रोत्साहित करना एवं उन्हें शिक्षा में समान अवसर प्रदान करना है।
  • भारतीय पुनर्वास परिषद विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों को प्रारंभ करने की योजना बना रही है जो लोचशील शिक्षा, अनुभवजन्य शिक्षा, व्यावहारिक कौशल-आधारित शिक्षा एवं अंततः समावेशी शिक्षा को प्रोत्साहित करते हैं।

 

भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/आरसीआई) के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र. भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/RCI) क्या है?

उत्तर. भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) भारतीय पुनर्वास परिषद अधिनियम, 1992 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है। यह भारत में पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के क्षेत्र में व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण हेतु एक नियामक प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है।

प्र. भारतीय पुनर्वास  परिषद (आरसीआई) के क्या उद्देश्य हैं?

उत्तर. आरसीआई का प्राथमिक उद्देश्य पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विनियमित एवं मानकीकृत करना है। इसका उद्देश्य पुनर्वास क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा एवं पेशेवर मानकों को सुनिश्चित करना है।

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FAQs

भारतीय पुनर्वास परिषद (रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया/RCI) क्या है?

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) भारतीय पुनर्वास परिषद अधिनियम, 1992 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है। यह भारत में पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के क्षेत्र में व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण हेतु एक नियामक प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है।

भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) के क्या उद्देश्य हैं?

आरसीआई का प्राथमिक उद्देश्य पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न संस्थानों द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विनियमित एवं मानकीकृत करना है। इसका उद्देश्य पुनर्वास क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा एवं पेशेवर मानकों को सुनिश्चित करना है।