Table of Contents
भारत में सड़क दुर्घटनाएं – एनसीआरबी रिपोर्ट 2020
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
भारत में सड़क दुर्घटनाएं – एनसीआरबी रिपोर्ट 2020
- हाल ही में जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) रिपोर्ट 2020 से ज्ञात होता है कि भारत ने 2020 में “सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित लापरवाही के कारण मौतों” के 2 लाख मामले दर्ज किए।
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने 2020 के लिए ‘क्राइम इंडिया’ रिपोर्ट नाम से अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की।
सड़क दुर्घटनाओं पर एनसीआरबी रिपोर्ट- प्रमुख निष्कर्ष
- दैनिक आकस्मिकी: एनसीआरबी की रिपोर्ट में पाया गया है कि कोविड-19 लॉकडाउन के बावजूद,प्रत्येक दिन औसतन 328 व्यक्ति अपनी जान गंवाते हैं।
- सड़क दुर्घटनाओं के कारण मौतें: 2020 में जहां सड़क दुर्घटनाओं के कारण 2 लाख मौतें दर्ज की गईं, वहीं 2019 में यह आंकड़ा 1.36 लाख तथा 2018 में 1.35 लाख था।
- सड़क हादसों में लापरवाही से हुई मौतों में तीन वर्ष में 92 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
- हिट एंड रन मामले: एनसीआरबी की रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में 2018 से “हिट एंड रन” के 35 लाख मामले दर्ज किए गए हैं।
- विगत एक वर्ष में देश भर में प्रत्येक दिन औसतन “हिट एंड रन” के 112 मामले सामने आए।
- राज्यवार: उत्तर प्रदेश 2020 में सड़क दुर्घटनाओं की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है, इसके बाद मध्य प्रदेश एवं कर्नाटक का स्थान है।
- लापरवाही के कारण मौत:
- रेल हादसों के कारण- देश भर में रेल हादसों से संबंधित लापरवाही से हुई मौतों के 52 मामले 2020 में 2019 में 55 और 2018 में 35 मामले दर्ज किए गए।
- चिकित्सीय लापरवाही के कारण: भारत ने 2020 में “चिकित्सीय लापरवाही के कारण हुई मौतों के 133 मामले दर्ज किए हैं।
- नगर निकायों की लापरवाही के कारण: 2020 में “नागरिक निकायों की लापरवाही के कारण मौतों” के 51 मामले थे।
- ‘अन्य लापरवाही‘ के कारण मृत्यु: 2020 में देश भर में “अन्य लापरवाही के कारण हुई मौतों” के 6,367 मामले; 2019 में 7,912 मामले एवं 2018 में 8,687 मामले दर्ज किए गए।