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सागर परिक्रमा कार्यक्रम चरण III मत्स्य विभाग द्वारा आरंभ किया गया

सागर परिक्रमा कार्यक्रम की यूपीएससी के लिए प्रासंगिकता

सागर परिक्रमा एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य संपूर्ण देश में मछुआरों एवं अन्य हितधारकों के हितों की रक्षा करना तथा उन्हें प्रोत्साहित करना है।

यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 एवं यूपीएससी मुख्य परीक्षा (जीएस पेपर 2- सरकार की नीतियां एवं विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए अंतक्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों) के लिए भी सागर परिक्रमा कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।

सागर परिक्रमा कार्यक्रम चर्चा में क्यों है?

  • महाराष्ट्र राज्य में मत्स्य विभाग द्वारा ‘सागर परिक्रमा’ के तीसरे चरण का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है एवं राज्य के अधिकारियों द्वारा एक अस्थायी योजना प्रस्तावित की गई है।
    • श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने “सागर परिक्रमा गीत” के मराठी संस्करण का विमोचन किया।
  • मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय 75वें आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर “सागर परिक्रमा” कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।

 

सागर परिक्रमा कार्यक्रम क्या है?

  • सागर परिक्रमा कार्यक्रम के बारे में: सागर परिक्रमा एक पहल है जिसका उद्देश्य मत्स्य पालकों एवं अन्य हितधारकों के मुद्दों को हल करना है तथा भारत सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभिन्न मत्स्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों जैसे ‘प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना’ (PMMSY) के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान की सुविधा प्रदान करना है।
    • हमारे समुद्रों के प्रति कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में, सागर परिक्रमा कार्यक्रम हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों, नाविकों एवं मत्स्य पालकों का अभिवादन कर रहा है।
  • उद्देश्य: सागर परिक्रमा का उद्देश्य राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा एवं तटीय मत्स्य पालक समुदायों की आजीविका एवं समुद्री पारिस्थितिक तंत्र की सुरक्षा के लिए समुद्री मत्स्य संसाधनों के उपयोग के मध्य स्थायी संतुलन पर ध्यान केंद्रित करना है।
  • कार्यक्रम का आयोजन: सागर परिक्रमा कार्यक्रम सभी तटीय राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में मनाए जाने का प्रस्ताव है।
    • सागर परिक्रमा कार्यक्रम गुजरात, दीव, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, अंडमान एवं निकोबार तथा लक्षद्वीप द्वीपों से नीचे पूर्व-निर्धारित समुद्री मार्ग के माध्यम से मनाया जाना है।
    • सागर परिक्रमा कार्यक्रम में इन स्थानों एवं जिलों में मछुआरों, मछुआरा समुदायों एवं हितधारकों के साथ  अंतः क्रिया का कार्यक्रम है।
  • महत्व: तटीय मछुआरों की समस्याओं को जानने के लिए 75वें “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत सागर परिक्रमा कार्यक्रम मनाया जा रहा है।
    • सागर परिक्रमा के तहत, सभी मछुआरों, मत्स्य पालक किसानों एवं संबंधित हितधारकों के साथ आत्मनिर्भर भारत की भावना के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए तटीय क्षेत्र में समुद्र में एक विकासवादी यात्रा की परिकल्पना की गई है।
  • मूल मंत्रालय एवं अन्य हितधारक: सागर परिक्रमा कार्यक्रम मत्स्य विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार तथा राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड द्वारा निम्नलिखित के साथ मनाया जाना है-
    • मत्स्य विभाग, गुजरात सरकार,
    • भारतीय तटरक्षक बल,
    • भारतीय मत्स्य सर्वेक्षण,
    • गुजरात समुद्री बोर्ड एवं
    • मछुआरों के प्रतिनिधि।

 

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य

‘सागर परिक्रमा’ का लक्ष्य है-

  • मछुआरों, तटीय समुदायों एवं हितधारकों के साथ अन्योन्य क्रिया को सुगम बनाना ताकि सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही मत्स्य पालन संबंधी विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी का प्रसार किया जा सके।
  • आत्मनिर्भर भारत की भावना के रूप में सभी मछुआरों, मत्स्य पालक किसानों एवं संबंधित हितधारकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करना।
  • राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा एवं तटीय मत्स्य पालक समुदायों की आजीविका के लिए समुद्री मत्स्य संसाधनों के उपयोग के मध्य धारणीय संतुलन पर ध्यान देने के साथ जिम्मेदार मत्स्य पालन को बढ़ावा देना, एवं
  • समुद्री पारिस्थितिक तंत्र का संरक्षण।

 

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजन

  • आयोजन के दौरान, प्रगतिशील मछुआरों, विशेष रूप से तटीय मछुआरों, मछुआरों एवं मत्स्य पालक किसानों, युवा मत्स्य उद्यमियों इत्यादि को प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, केसीसी एवं राज्य योजना से संबंधित प्रमाण पत्र/स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
  • योजनाओं के व्यापक प्रचार के लिए मछुआरों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए पीएमएमएसवाई योजना, राज्य योजनाओं, एफआईडीएफ, केसीसी इत्यादि पर साहित्य को प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वीडियो, जिंगल के माध्यम से डिजिटल अभियानों के माध्यम से लोकप्रिय बनाया जाएगा।

 

सागर परिक्रमा कार्यक्रम के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न

प्र. सागर परिक्रमा कार्यक्रम क्या है?

उत्तर. सागर परिक्रमा एक पहल है जिसका उद्देश्य मछुआरों एवं अन्य हितधारकों के मुद्दों को हल करना है तथा भारत सरकार द्वारा पीएमएमएसवाई जैसे विभिन्न मत्स्य पालन योजनाओं एवं कार्यक्रमों के माध्यम से उनके आर्थिक उत्थान की सुविधा प्रदान करना है।

प्र. सागर परिक्रमा कार्यक्रम कौन लागू कर रहा है?

उत्तर. सागर परिक्रमा कार्यक्रम मत्स्य विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ फिशरीज/डीओएफ), मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार (जीओआई) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।

प्र. सागर परिक्रमा कार्यक्रम का तीसरा चरण कहाँ लागू किया जा रहा है?

उत्तर. सागर परिक्रमा के तीसरे चरण का कार्यक्रम महाराष्ट्र राज्य में आयोजित किया जा रहा है एवं राज्य के अधिकारियों द्वारा एक अस्थायी योजना प्रस्तावित की गई थी।

 

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FAQs

What is Sagar Parikrama Program?

Sagar Parikrama is an initiative that aims to resolve the issues of the fishers and other stakeholders and facilitate their economic upliftment through various fisheries schemes and programs being implemented by the Government of India such as PMMSY.

Who is implementing the Sagar Parikrama Program?

Sagar Parikrama Program is being implemented by the Department of Fisheries (DoF), Ministry of Fisheries, Animal Husbandry and Dairying, Government of India (GoI).

Where is the phase III of the Sagar Parikrama Program being implemented?

Phase III program of ‘Sagar Parikrama’ is being organized in the state of Maharashtra and a tentative plan was proposed by the state officials.

manish

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