Table of Contents
‘साहित्योत्सव‘ महोत्सव-यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 1: भारतीय इतिहास- भारतीय संस्कृति प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य एवं वास्तुकला के प्रमुख पहलुओं को समाहित करेगी।
‘साहित्योत्सव‘ महोत्सव समाचारों में
- संस्कृति मंत्रालय की साहित्य अकादमी द्वारा 10 से 15 मार्च 2022 तक नई दिल्ली में ‘साहित्योत्सव’ महोत्सव आयोजित करने की योजना है।
‘साहित्योत्सव‘ महोत्सव क्या है?
- ‘साहित्योत्सव’ भारत का साहित्य अकादमी के साहित्यों का उत्सव है। ‘साहित्योत्सव’ महोत्सव भारत का सर्वाधिक समावेशी साहित्य महोत्सव है।
- फेस्टिवल ऑफ लेटर्स 2022 भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह का एक हिस्सा होगा।
- ‘साहित्योत्सव‘ की विषय वस्तु: इसमें स्वतंत्रता या स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित एक अथवा दूसरा विषय वस्तु होगा।
‘साहित्योत्सव‘ महोत्सव में प्रमुख कार्यक्रम
- 10 मार्च 2022 को संस्कृति राज्य मंत्री द्वारा अकादमी प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ ‘साहित्योत्सव’ महोत्सव का आरंभ होगा।
- ‘साहित्योत्सव’ प्रदर्शनी अकादमी की उपलब्धियों एवं विगत वर्षों में आयोजित महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को प्रदर्शित करेगी।
- अकादेमी द्वारा मान्यता प्राप्त 24 भारतीय भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले 26 युवा लेखक 10 मार्च 2022 को आयोजित होने वाले “द राइज़ ऑफ़ यंग इंडिया” कार्यक्रम में भाग लेंगे।
- ‘साहित्योत्सव’ महोत्सव में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित पुस्तकों एवं आजादी का अमृत महोत्सव से संबंधित अन्य सामग्रियों को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष स्थान होगा।
- प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार 24 पुरस्कार विजेताओं को 11 मार्च 2022 को प्रदान किए जाएंगे।
साहित्य अकादमी पुरस्कार
- साहित्य अकादमी पुरस्कारों के बारे में: साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है जो भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी है।
- पुरस्कार: 24 साहित्य अकादमी पुरस्कार साहित्य अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं में साहित्यिक रचनाओं के लिए प्रतिवर्ष प्रदान किए जाते हैं।
- इसी तरह, 24 पुरस्कार भारत की भाषाओं से तथा भारत की भाषाओं में साहित्यिक अनुवाद के लिए भी प्रदान किए जाते हैं।
- भाषा श्रेणी: साहित्य अकादमी पुरस्कार भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित 22 भाषाओं के साथ-साथ अंग्रेजी एवं राजस्थानी दो अन्य भाषाओं में दिए जाते हैं।
- महत्व: साहित्य अकादमी पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद भारत सरकार द्वारा दूसरा सर्वाधिक बड़ा साहित्यिक सम्मान है।