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“संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनके अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
समाचारों में “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन 2022
- हाल ही में, “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन 2022 में, केंद्रीय संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि “पिरामिड के निम्नतम हिस्से के लोगों को डिजिटलीकरण के मूल में होना चाहिए।”
- सरकार के अंत्योदय दर्शन को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि हम जो कुछ भी करते हैं उसका उद्देश्य समाज के सीमांत वर्गों के लिए लाभ, परिवर्तनकारी शक्ति एवं बेहतर वातावरण प्रदान करना होगा।
संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन 2022 के बारे में प्रमुख बिंदु
- “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन के बारे में: “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन एक बहु-हितधारक शिखर सम्मेलन है जो भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।
- मंत्रालय: “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीएल) एवं इंडिया@75 फाउंडेशन द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के साथ संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
- उद्देश्य: “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन का आयोजन इंडिया@75 का उत्सव मनाने एवं 2047 में भारत@100 द्वारा एक नवीन भारत के लिए एक रोडमैप तैयार करने हेतु किया जा रहा है।
- भागीदारी: संकल्प से सिद्धि ने एक नवीन भारत के लिए एक सफल विकास पथ को नेविगेट करने के लिए सरकारी गणमान्य व्यक्तियों, निर्णय निर्माताओं, नीति निर्माताओं, थिंक टैंक, उद्योग जगत के प्रमुखों एवं सिविल सोसाइटी के प्रमुख सदस्यों को एक मंच पर एक साथ लाया है।
- महत्व: “संकल्प से सिद्धि” सम्मेलन ने विकास के विभिन्न क्षेत्रों एवं आगे की राह में देश की उपलब्धियों पर विचार-विमर्श करने के लिए महत्वपूर्ण हितधारकों को आमंत्रित किया है।
“संकल्प से सिद्धि” क्या है?
- संकल्प से सिद्धि के बारे में: संकल्प से सिद्धि एक गांव तथा डिजिटल तथा संपर्क ड्राइव है जिसे जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत ट्राइफेड द्वारा प्रारंभ किया गया है।
- उद्देश्य: संकल्प से सिद्धि अभियान का उद्देश्य लक्षित गांवों में वन धन विकास केंद्रों को सक्रिय करना है।
- कवरेज: संकल्प से सिद्धि अभियान 100 दिनों की योजना है, जिसमें प्रत्येक प्रांत के 100 गांव तथा देश के 1500 गाँव सम्मिलित होंगे।
- महत्व: संकल्प से सिद्धि अभियान से संपूर्ण देश में जनजातीय पारिस्थितिकी तंत्र के पूर्ण रूपांतरण को प्रभावित करने में सहायता की अपेक्षा है।