Table of Contents
शंघाई सहयोग संगठन यूपीएससी: प्रासंगिकता
- जीएस 3: द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक समूह तथा भारत से जुड़े एवं/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते।
एससीओ-आरएटीएस: प्रसंग
- हाल ही में, भारत ने एससीओ के क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे (रीजनल एंटी टेररिस्ट स्ट्रक्चर/आरएटीएस) के ढांचे के तहत तीन दिवसीय बैठक की मेजबानी की, जहां शंघाई सहयोग संगठन ( शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन/एससीओ) के सदस्य देशों ने विभिन्न क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने में सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।
एससीओ-आरएटीएस इंडिया: प्रमुख बिंदु
- चर्चाओं का एक प्रमुख फोकस अफगानिस्तान की स्थिति पर, विशेष रूप से तालिबान शासित देश में सक्रिय आतंकवादी समूहों से खतरे से निपटने में होना था।
- रूस के यूक्रेन पर आक्रमण तथा वास्तविक नियंत्रण रेखा (एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल/एलएसी) पर चीन के उल्लंघन के पश्चात से भारत में यह प्रथम ऐसी घटना है।
- सदस्य देशों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की है कि मानेसर में एनएसजी स्थापना में होने वाले संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभ्यास के लिए सदस्य देश सुरक्षा बल के जवानों को भेजेंगे।
शंघाई सहयोग संगठन: भारत तथा पाकिस्तान
- भारत तथा पाकिस्तान के मध्य कोई द्विपक्षीय आस्थिति (जुड़ाव) नहीं है, दोनों देश 9 देशों की एससीओ बैठकों में भाग लेने का एक आशय निर्मित करते हैं।
- विगत वर्ष, भारत ने एससीओ-आरएटीएस अभ्यास के विगत वर्ष के संस्करण में भाग लेने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान भेजा था।
- अब, सभी की दृष्टि 2023 पर होंगी, जब भारत एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के बावजूद पाकिस्तान एवं चीन के नेता भाग ले सकते हैं।
एससीओ क्या है?
- एससीओ एक आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है तथा सर्वाधिक बड़े अंतरक्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है।
- एससीओ के सदस्य देश रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान तथा उज़्बेकिस्तान हैं।
एससीओ-आरएटीएस क्या है?
- 2002 में सेंट पीटर्सबर्ग, रूस में एससीओ सदस्य देशों के प्रमुखों की परिषद की बैठक के दौरान एक स्थायी एससीओ निकाय के रूप में क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना (आरएटीएस) पर समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
- आरएटीएस मंच एससीओ सदस्य राज्यों के सक्षम अधिकारियों की सीमा सेवाओं के मध्य अंतः क्रिया के लिए एक तंत्र प्रदान करता है ताकि एससीओ सदस्य राज्यों की आतंकवाद से जुड़े अंतरराष्ट्रीय अपराधों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के एक पृथक क्षेत्र, जैसे कि अवैध प्रवास एवं मादक द्रव्यों की तस्करी, हथियार, विस्फोटक इत्यादि को संबोधित किया जा सके।
- भारत ने विगत वर्ष 28 अक्टूबर को एक वर्ष की अवधि के लिए एससीओ (आरएटीएस एससीओ) के क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे की परिषद की अध्यक्षता ग्रहण की। भारत ने एससीओ और इसके क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे के साथ अपने सुरक्षा संबंधी सहयोग को और गहन करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है, जो विशेष रूप से सुरक्षा एवं रक्षा से संबंधित मुद्दों से संबंधित है।