Categories: हिंदी

सीमित एवं गहन पारिस्थितिकीवाद/पर्यावरणवाद- परिभाषा, चिंताएं तथा महत्व

सीमित एवं गहन पारिस्थितिकीवाद/पर्यावरणवाद- यूपीएससी ब्लॉग के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 3: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण।

सीमित एवं गहन पारिस्थितिकीवाद/पर्यावरणवाद: संदर्भ

  • पर्यावरणवाद के सभी रूप प्रभावी जलवायु परिवर्तन को अग्रसर नहीं करेंगे। उदाहरण के लिए, सीमित पारिस्थितिकी जो प्रदूषण एवं संसाधनों के अभाव के विरुद्ध प्रचलित लड़ाई है।

 

सीमित एवं गहन पारिस्थितिकीवाद/पर्यावरणवाद की पृष्ठभूमि

  • अवधारणाएँ 1970 के दशक में उभरीं, जब नॉर्वे के दार्शनिक अर्ने नेस ने पर्यावरणीय क्षरण को संबोधित करने के लिए अपने परिवेश के लोकप्रिय प्रदूषण तथा संरक्षण आंदोलनों से परे देखने की मांग की।
  • उनका मानना ​​​​है कि मानवकेंद्रवाद में वृद्धि के कारण, मनुष्यों ने प्रकृति से स्वयं को विलग कर लिया है, प्रकृति तथा स्वयं को प्रतिस्पर्धी संस्थाओं के रूप में देख रहे हैं एवं एक स्वामी-दास गतिकी स्थापित कर रहे हैं।
  • पर्यावरण संकट के केंद्र में मनुष्यों को रखकर, अर्ने नेस पारिस्थितिकीवाद की दो शैलियों के मध्य के अंतर को रेखांकित करते हैं।
  • वह प्रदूषण एवं संसाधनों के अभाव के विरुद्ध शक्तिशालीतथा प्राकृतिक लड़ाई को सीमित पारिस्थितिकी या पर्यावरणवाद कहते हैं।
  • दूसरी ओर, गहन पारिस्थितिकीवाद का मानना ​​​​है कि मनुष्य को प्रकृति के साथ अपने संबंधों को मौलिक रूप से परिवर्तित करना चाहिए।

 

सीमित पारिस्थितिकी/पर्यावरणवाद

  • सीमित पारिस्थितिकी / पर्यावरणवाद के बारे में: सीमित पारिस्थितिकी / पर्यावरणवाद एक पारिस्थितिक दर्शन है जो हमारी वर्तमान जीवन शैली को जारी रखने में विश्वास करता है, किंतु पर्यावरण को होने वाली क्षति को कम करने के उद्देश्य से विशिष्ट सुधारों के साथ।
    • इसे दुर्बल पारिस्थितिकी के रूप में भी जाना जाता है, इसमें ऐसे वाहनों का उपयोग शामिल हो सकता है जो कम प्रदूषण करते हैं अथवा एयर कंडीशनर जो क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) का उत्सर्जन नहीं करते हैं।
  • सीमित पारिस्थितिक दृष्टिकोण से संबद्ध चिंताएं: प्रदूषण तथा संरक्षण क्रियाकलापों पर एक संकीर्ण ध्यान प्रतिकूल है।
    • पर्यावरण संकट के लिए एक समग्र परिप्रेक्ष्य वह है जो क्षेत्रीय मतभेदों तथा अल्प विकसित एवं अति विकसित देशों के मध्य असमानताओं को स्वीकार करता है।
    • पारिस्थितिकी की यह शाखा मुख्य रूप से विकसित देशों में निवास करने वालों की जीवन शैली को बनाए रखने का कार्य करती है।
    • सीमित पारिस्थितिकीवाद जीवन के अन्य सभी रूपों से ऊपर मनुष्यों को प्राथमिकता देता है एवं तत्पश्चात् आधुनिक समाजों में पर्यावरणीय रूप से विनाशकारी जीवन शैली को संरक्षित करता है।
    • एक निरंतर वर्तमान जीवन शैली के पक्ष में, सीमित पारिस्थितिकीवाद देशों एवं लोगों के मध्य असमानताओं  में और वृद्धि करता है।
    • उदाहरण के लिए, विश्व की आबादी का मात्र 5% होने के बावजूद, अमेरिका विश्व  के ऊर्जा उपभोग के 17%  भाग के लिए उत्तरदायी है तथा चीन के बाद विद्युत का दूसरा सर्वाधिक वृहद उपभोक्ता है।

 

गहन पारिस्थितिकी/पर्यावरणवाद

  • गहन पारिस्थितिकी/पर्यावरणवाद के बारे में: गहन पारिस्थितिकी का मानना ​​​​है कि मनुष्य को प्रकृति के साथ अपने संबंधों को मौलिक रूप से परिवर्तित करना चाहिए।
  • सीमित पारिस्थितिकीवाद के विपरीत: गहन पारिस्थितिकीवाद के समर्थकों ने जीवन के अन्य सभी रूपों से ऊपर मनुष्यों को प्राथमिकता देने के लिए सीमित पारिस्थितिकीवाद को अस्वीकार कर दिया एवं तत्पश्चात आधुनिक समाजों में पर्यावरण के विनाशकारी जीवन शैली को संरक्षित करता है।

 

गहन पारिस्थितिकी/पर्यावरणवाद के प्रमुख उद्देश्य

  • गहन पारिस्थितिकी हमारी जीवन शैली में व्यापक पैमाने पर परिवर्तन करके प्रकृति को बनाए रखने की अभिलाषा रखती है।
    • इनमें वन क्षेत्रों को संरक्षित करने के लिए मांस की व्यावसायिक खेती को सीमित करना  तथा पशुओं के कृत्रिम स्थूलकारी कार्य को कम करना, या परिवहन प्रणालियों को पुनः आकार देना शामिल हो सकता है जिसमें आंतरिक दहन इंजन का उपयोग शामिल है।
  • जीवन शैलियों में इन परिवर्तनों का समर्थन करने के अतिरिक्त, गहन पारिस्थितिकी प्रदूषण एवं संरक्षण विवरणों से सुदृढ़ नीति निर्माण एवं कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करती है।
  • विभिन्न जीवन रूपों की जटिल समृद्धि को मान्यता प्रदान करने के लिए, गहन पारिस्थितिकीवाद ‘सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट’ (योग्यतम की उत्तरजीविता) सिद्धांत के पुनर्मूल्यांकन की मांग करता है।
  • योग्यतम की उत्तरजीविता को प्रकृति के साथ सहयोग करने एवं सह अस्तित्व की मानवीय क्षमता के, न कि उसका शोषण करने या उस पर हावी होने के माध्यम से समझा जाना चाहिए।
  • इस प्रकार गहन पारिस्थितिकीवाद ‘आप या मैं’ दृष्टिकोण पर ‘जियो और जीने दो’ के दृष्टिकोण को प्राथमिकता देता है।

गहन पारिस्थितिकीय नीति-निर्माण हेतु अर्ने नेस की संस्तुतियां

  • नीति-निर्माण को तकनीकी कौशल एवं आविष्कारों के पुनर्विन्यास द्वारा नई दिशाओं में सहायता प्रदान की जानी चाहिए जो पारिस्थितिक रूप से उत्तरदायी हैं।
  • अर्ने नेस अनुशंसा करते हैं कि पारिस्थितिक विज्ञानी सीमित पारिस्थितिक दृष्टिकोण वाले प्राधिकारों द्वारा पर्यवेक्षित कार्य को अस्वीकार करते हैं।
  • अप्रतिस्थाप्य सूचकों के रूप में, पारिस्थितिकीविदों को सत्ता के सामने नहीं झुकना चाहिए जो महत्वपूर्ण पारिस्थितिक प्राथमिकताओं को मान्यता प्रदान नहीं करता है।
  • नेस इस बात पर बल देते हैं कि आंदोलन की राजनीतिक क्षमता को अनुभव किया जाए एवं सत्ता के पदों पर  सत्तासीन लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए।
  • जलवायु संकट को हल करने की जिम्मेदारी नीति निर्माताओं पर उतनी ही है जितनी कि वैज्ञानिकों एवं पारिस्थितिकीविदों पर है।

 

निष्कर्ष

  • संकट के लिए एक समग्र दृष्टिकोण वह है जो क्षेत्रीय मतभेदों तथा अल्प  विकसित एवं अति विकसित देशों के मध्य असमानताओं को स्वीकार करता है।

 

स्टेट ऑफ द वर्ल्ड्स बर्ड्स रिपोर्ट 2022 संपादकीय विश्लेषण: फ्रोजन सेडिशन ‘भारत टैप’ पहल संपादकीय विश्लेषण- सहमति का महत्व
दूसरा वैश्विक कोविड आभासी सम्मेलन 2022 मिशन अमृत सरोवर इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स मरुस्थलीकरण का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (यूएनसीसीडी)- यूएनसीसीडी का कॉप15
राष्ट्रीय शारीरिक साक्षरता मिशन: खेल को एक मौलिक अधिकार बनाना प्रमुख बंदरगाहों पर अटकी परियोजनाओं को हल करने के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) दिशानिर्देश संपादकीय विश्लेषण- द लर्निंग ग्राउंड्स ऑफ यूक्रेन सरकार देशद्रोह कानून (आईपीसी की धारा 124) पर पुनर्विचार करेगी
manish

Recent Posts

UPSC EPFO Personal Assistant Question Paper 2024, Download PDF

For the first time, UPSC conducted an offline exam on July 7th to fill the…

8 hours ago

UPSC EPFO PA Exam Date 2024 Out, Check Exam Schedule

The UPSC EPFO Personal Assistant Exam date 2024 has been released by the Union Public…

10 hours ago

UPSC EPFO Personal Assistant Syllabus 2024, Check PA Exam Pattern

The latest EPFO Personal Assistant Syllabus has been released on the official website of UPSC.…

10 hours ago

TSPSC Group 1 Exam Date 2024, Check Mains Exam Schedule

The TSPSC Group 1 Exam Date 2024 has been announced by the Telangana State Public Service…

11 hours ago

TSPSC Group 1 Application Form 2024, Correction Window Open on 23 March

The TSPSC Group 1 online registration was over on 16 March 2024. If applicant find…

11 hours ago

TSPSC Group 1 Salary 2024, Check In-Hand Salary, Job Profile

TSPSC Group 1 Salary 2024: The Telangana State Public Service Commission (TSPSC) has released the…

11 hours ago