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लद्दाख में शिंकू ला सुरंग का सामरिक महत्व:
इस लेख में, ”लद्दाख में शिंकू ला सुरंग का सामरिक महत्व”, हम शिंकू ला सुरंग, शिंकू ला सुरंग की आवश्यकता क्यों है?, चीन एवं पाकिस्तान के विरुद्ध शिंकु ला सुरंग का सामरिक महत्व?, इत्यादि के बारे में चर्चा करेंगे।
शिंकू ला सुरंग का प्रसंग
शिंकू ला सुरंग चर्चा में क्यों है?
15 फरवरी, 2023 को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने लद्दाख क्षेत्र के लिए शिंकू ला सुरंग को स्वीकृति प्रदान की, जो संपूर्ण देश के साथ लद्दाख क्षेत्र को सभी मौसम में संपर्क प्रदान करेगी।
शिंकू सुरंग की अवस्थिति
- 2025 तक, निमू-पदम-दारचा रोड लिंक पर 4.1 किलोमीटर लंबी शिंकू ला सुरंग का निर्माण किया जाएगा।
- इससे लद्दाख को प्रत्येक मौसम में सड़क संपर्क (सभी मौसम में क्रियाशील) मिल जाएगा।
शिंकू ला सुरंग का निर्माण किसके द्वारा किया जाएगा?
शिंकू ला सुरंग का निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा और इस पर 1681 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
शिंकू ला टनल की आवश्यकता क्यों है?
राष्ट्रीय सुरक्षा
- जहां तक देश की सुरक्षा एवं संरक्षा का प्रश्न है, शिंकू ला सुरंग परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है
- यह उस क्षेत्र में हमारे सुरक्षाबलों के आवागमन में सहायता करेगा।
- शिंकू ला सुरंग परियोजना सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि लद्दाख में निमू कारगिल के साथ-साथ लेह के समीप अवस्थित है एवं किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में क्षेत्र में सुरक्षाबलों तथा उपकरणों की त्वरित तैनाती में सशस्त्र बलों की सहायता करेगी।
राष्ट्रीय संपर्क
- शिंकू ला सुरंग लद्दाख क्षेत्र, विशेष रूप से जांस्कर घाटी को पूरे देश से जोड़ने में सहायता करेगी।
चीन एवं पाकिस्तान के विरुद्ध शिंकू ला सुरंग का सामरिक महत्व?
- शिंकू ला सुरंग चीन एवं पाकिस्तान के खतरे के मद्देनजर सेना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि सुरंग नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ कंट्रोल/एलओसी) के पास श्रीनगर-द्रास-काकसर-कारगिल राजमार्ग एवं वास्तविक नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल/एलएसी) के पास मनाली उपशी-लेह राजमार्ग से अधिक सुरक्षित है।
- अतः, इसके प्रारंभ होने से सेना के जवान एवं सैन्य साजो-सामान किसी भी मौसम में आ-जा सकेंगे।
- भारतीय सेना ने 2020 में चीनी सेना के साथ झड़प के बाद हथियारों एवं अन्य सामानों के लिए दारचा-पदम-नीमो सड़क का उपयोग किया था।
- दारचा-पदम-नीमो सड़क को सीमा सड़क संगठन ( बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन/बीआरओ) ने 2019 में तैयार किया था, किंतु इस सड़क पर ठंड एवं 16 हजार 703 फीट पर स्थित शिंकू ला में बर्फबारी के कारण सेना को इसमें अत्यधिक समस्या का सामना करना पड़ता है।
क्षेत्र में अन्य महत्वपूर्ण सुरंगें
अटल सुरंग: अटल सुरंग मनाली को लेह से जोड़ती है तथा वर्ष भर प्रत्येक मौसम में संपर्क (कनेक्टिविटी) प्रदान करती है।
जोजिला सुरंग: एक अन्य सुरंग जो निर्माणाधीन है, श्रीनगर-कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोजिला सुरंग है जिसे शीघ्र ही समर्पित किया जाएगा।
शिंकू ला सुरंग के संदर्भ में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. शिंकू ला सुरंग चर्चा में क्यों है?
उत्तर. 15 फरवरी, 2023 को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने लद्दाख क्षेत्र के लिए शिंकू ला सुरंग को स्वीकृति प्रदान की, जो संपूर्ण देश के साथ लद्दाख क्षेत्र को सभी मौसम में संपर्क प्रदान करेगी।
प्र. किस क्षेत्र में शिंकू ला सुरंग का निर्माण किया जाएगा?
उत्तर. 2025 तक, निमू-पदम-दारचा रोड लिंक पर 4.1 किलोमीटर लंबी शिंकू ला सुरंग का निर्माण किया जाएगा।