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सिम्बा यूपीएससी: प्रासंगिकता
- जीएस 3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण, पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन।
एशियाई सिंह की पहचान हेतु सॉफ्टवेयर: संदर्भ
- हाल ही में, गुजरात वन विभाग ने एशियाई शेरों को उनके उचित प्रबंधन तथा संरक्षण हेतु अभिनिर्धारण के लिए सिम्बा सॉफ्टवेयर का उपयोग करने का निर्णय लिया है।
सिम्बा क्या है?
- सिम्बा अथवा सॉफ्टवेयर विद इंटेलिजेंट मार्किंग बेस्ट आइडेंटिफिकेशन ऑफ एशियाटिक लायंस एक फोटो-पहचान सॉफ्टवेयर है, जिसे विशेष रूप से पैटर्न या चिह्नों को अलग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से वन विभाग शेरों के शरीर के अंगों पर निशान की पहचान कर उन्हें अलग-अलग नाम देगा।
- इस डेटाबेस का उपयोग करके पशु चिकित्सा अभिलेख भी अनुरक्षित रखा जाएगा।
सिम्बा किस प्रकार कार्य करता है?
- एशियाई शेरों को उनके थूथन के दोनों ओर अपने अनोखे गलमुच्छ बिंदुओं (व्हिस्कर स्पॉट) के लिए जाना जाता है।
- कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, ये सटीक पैटर्न शेर के लिए अद्वितीय हैं एवं समय के साथ इनमें परिवर्तन नहीं होता है।
- SIMBA एक गहन यांत्रिक अधिगम तकनीक (डीप मशीन लर्निंग टेक्निक) के साथ कार्य करता है जो युग्मानूसार तुलनाओं के लिए एक बिंदु-पैटर्न से मेल खाता है जो व्यक्तिगत पहचान को स्वतःकृत करता है, जो शेरों के व्हिस्कर स्पॉट पैटर्न में परिवर्तनशीलता, चेहरे पर निशान की उपस्थिति, कानों पर निशान तथा तस्वीर के अन्य अधिआंकड़े (मेटाडेटा) के आधार पर होता है।
- सॉफ्टवेयर फोटोग्राफ से विशिष्टता भी निष्कर्षित करता है एवं यांत्रिक अधिगम के अंत: स्थापन स्थान (एम्बेडिंग स्पेस) के भीतर समरूप पैटर्न या निशान को संकुलित कर सकता है।
SIMBA के लाभ
- SIMBA उपयोगकर्ता को यह पहचानने एवं खोजने की अनुमति प्रदान करता है कि क्या वह सिंह पहले से ही डेटाबेस में मौजूद है अथवा एक नई प्रविष्टि है।
- डेटाबेस से सिंह को, अतिरिक्त सूचनाओं जैसे लिंग (नर / मादा), नाम, माइक्रोचिप नंबर, जीवन-स्थिति (मृत / जीवित), स्तनपान कराने वाली (मादा के मामले में) का उपयोग करके भी फ़िल्टर किया जा सकता है।
- SIMBA में एक उपयोगकर्ता के अनुकूल ग्राफिकल इंटरफ़ेस है जो उपलब्ध डेटाबेस को सरलता से समझने में सहायता करता है।
- सिम्बा एशियाई सिंह परिदृश्य में प्रजातियों के संरक्षण तथा प्रबंधन की दिशा में प्रयासों में सहायता करेगा।
एशियाई सिंह
- एशियाई सिंह गुजरात के गिर वन में स्थानिक (पाए जाते) हैं।
- यह उन 21 गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों में से एक है, जिन्हें एमओईसीसी द्वारा पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम आरंभ करने हेतु अभिनिर्धारित किया गया है।
- एशियाई शेर अफ्रीकी शेरों से आकार में थोड़े छोटे होते हैं। वयस्क नर का वजन 160 से 190 किलोग्राम होता है, जबकि मादाओं का वजन 110 से 120 किलोग्राम होता है।
- पश्चिमी भारत के गिर वन में लगभग 600 एशियाई शेर बचे हैं, जो उनका अंतिम शेष प्राकृतिक पर्यावास है।
- यह नगण्य जनसंख्या जंगल के एक छोटे से हिस्से में निवास करती है जहां एक रोग, महामारी अथवा जंगल की आग उन्हें सदैव के लिए समाप्त कर सकती है।
- इस नगण्य जनसंख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है किंतु प्रजातियों को द इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) द्वारा संकटग्रस्त के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, क्योंकि यह अभी भी कई खतरों के प्रति संवेदनशील है।