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सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह (एसआईडब्ल्यूडब्ल्यू) 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण।
समाचारों में सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह (SIWW) 2022
- हाल ही में, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा/एनएमसीजी) के महानिदेशक ने सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह, जल सम्मेलन 2022 में आभासी रूप से भाग लिया।
- उन्होंने ‘भारत में अपशिष्ट जल उत्पादन, उपचार और प्रबंधन की स्थिति: एनएमसीजी पहल के माध्यम से सफलता’ (स्टेटस ऑफ वेस्ट वाटर जेनरेशन ट्रीटमेंट एंड मैनेजमेंट इन इंडिया सक्सेस थ्रू एनएमसीजी इनीशिएटिव्स) पर एक प्रस्तुति दी।
सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह (SIWW) क्या है?
- सिंगापुर इंटरनेशनल वाटर वीक (SIWW) अभिनव जल समाधान साझा करने एवं सह-निर्माण के लिए एक वैश्विक मंच है।
- सिंगापुर इंटरनेशनल वाटर वीक एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है जो वैश्विक जल उद्योग के हितधारकों को सर्वोत्तम पद्धतियों को साझा करने, नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन करने एवं व्यावसायिक अवसरों का लाभ उठाने हेतु एकत्रित करता है।
- आयोजन प्राधिकरण: सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह (SIWW) का आयोजन PUB, सिंगापुर की राष्ट्रीय जल एजेंसी द्वारा किया जाता है।
सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह (SIWW) 2022
- स्थान: सिंगापुर अंतर्राष्ट्रीय जल सप्ताह 2022 का आयोजन 17 से 21 अप्रैल तक एक भौतिक कार्यक्रम के रूप में सैंड्स एक्सपो एंड कन्वेंशन सेंटर, मरीना बे सैंड्स, सिंगापुर में किया जा रहा है।
- SIWW 2022 शहरी जल चक्र के सभी पहलुओं को सम्मिलित करेगा जो जल क्षेत्र में तथा उसके आसपास के मौजूदा रुझानों एवं मुद्दों को प्रदर्शित करता है।
- जल के भविष्य को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण, डिजिटल जल, संसाधन पुनर्प्राप्ति एवं जलवायु लोचशीलता जैसे उभरते विषय वस्तुओं को SIWW 2022 में प्रदर्शित किया जाना जारी रहेगा।
- SIWW 2022 थीम: SIWW 2022 जल सम्मेलन निम्नलिखित विषय वस्तुओं के तहत वर्तमान एवं उभरती जल चुनौतियों का समाधान करेगा-
- थीम 1: स्रोत से नल तक जल पहुंचाना (नेटवर्क)
- थीम 2: स्रोत से नल तक जल पहुंचाना (उपचार)
- थीम 3: प्रभावी एवं कुशल अपशिष्ट जल प्रबंधन
- उपचारण
- परिवहन
- थीम 4: भविष्य के शहर
- थीम 5: जल की गुणवत्ता एवं स्वास्थ्य
- थीम 6: अन्तर्सम्बन्ध एवं वृत्तपरकता (नेक्सस एंड सर्कुलेरिटी)
भारत में जल संरक्षण के उपाय
- जल शक्ति मंत्रालय: केंद्र सरकार ने निर्देशित संरक्षण उपायों को प्रदान करने के उद्देश्य से 2019 में जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया।
- ‘कैच द रेन: व्हेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स‘ अभियान: इसे जल शक्ति अभियान के तहत प्रारंभ किया गया एवं इसे अपरिमित सफलता प्राप्त हुई।
- अर्थ गंगा योजना: इसके छह कार्यक्षेत्र-
- शून्य बजट प्राकृतिक खेती,
- आजीविका सृजन के अवसर,
- सांस्कृतिक विरासत तथा पर्यटन,
- कीचड़ तथा अपशिष्ट जल का मुद्रीकरण एवं पुनः: उपयोग,
- सार्वजनिक भागीदारी एवं
- संस्थागत निर्माण।
- नमामि गंगे कार्यक्रम का दूसरा चरण: यह यमुना जैसी गंगा की सहायक नदियों में सीवरेज के आधारिक अवसंरचना के निर्माण एवं पीपीपी विकास प्रयासों को वर्धित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन: एनएमसीजी का लक्ष्य पुनः प्राप्त, पुन: उपयोग एवं पुनर्चक्रण पर केंद्रित एक परिपत्र अर्थव्यवस्था प्रतिमान विकसित करना है।
- भविष्य में कार्य के प्रमुख क्षेत्रों में से एक शहरी स्थानीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मल कीचड़ तथा सेप्टेज प्रबंधन होगा।