Table of Contents
एसएएआर: प्रासंगिकता
- जीएस 3: विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
एसएएआर: प्रसंग
- हाल ही में, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) ने स्मार्ट सिटी एंड एकेडेमिया टुवर्ड्स एक्शन एंड रिसर्च (एसएएआर) का विमोचन किया है, जो एमओएचयूए, राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान (एनआईयूए) एवं देश के प्रमुख भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की एक संयुक्त पहल है।
एसएएआर: मुख्य बिंदु
- यह पहल देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) समारोह के एक भाग के रूप में आरंभ की गई है।
- कार्यक्रम के तहत, देश के 15 प्रमुख वास्तुकला एवं योजना संस्थान स्मार्ट सिटीज मिशन द्वारा आरंभ की गई ऐतिहासिक परियोजनाओं के दस्तावेजीकरण के लिए स्मार्ट शहरों के साथ कार्य करेंगे।
- दस्तावेज़ सर्वोत्तम प्रथाओं से अभिगम प्रग्रहित करेंगे, छात्रों को शहरी विकास परियोजनाओं पर आस्थिति के अवसर प्रदान करेंगे एवं शहरी चिकित्सकों तथा शिक्षाविदों के मध्य सद्य अनुक्रिया के सूचना प्रवाह को सक्षम करेंगे।
- एसएएआर के तहत परिकल्पित प्रथम गतिविधि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत भारत में 75 ऐतिहासिक शहरी परियोजनाओं का एक संग्रह तैयार करना है।
- संग्रह क्षेत्र में भविष्य के अनुसंधान के लिए संदर्भ के प्रथम बिंदु के रूप में कार्य करेगा, मिशन के तहत परियोजनाओं से अभिगम में सहायता करेगा, शहरी परियोजनाओं के लिए एक कोष के रूप में कार्य करेगा एवं सर्वोत्तम प्रथाओं तथा सम स्तर (पीयर-टू-पीयर) अभिगम के प्रसार में योगदान देगा।
आजादी का अमृत महोत्सव
- आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष एवं इसके लोगों, संस्कृति तथा उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने एवं स्मरण करने हेतु भारत सरकार की एक पहल है।
- यह महोत्सव भारत की जनता को समर्पित है, जिन्होंने भारत को उसकी विकास यात्रा में यहां तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक एवं आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील सभी का एक मूर्त रूप है।
- “आजादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च 2021 को आरंभ हुई, जो हमारी आजादी की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75-सप्ताह की उलटी गिनती प्रारंभ करती है एवं 15 अगस्त 2022 को एक वर्ष पश्चात समाप्त होगी।
स्मार्ट सिटीज मिशन
- एमओएचयूए ने सतत एवं समावेशी शहरों को प्रोत्साहन देने हेतु 2015 में स्मार्ट सिटीज मिशन का विमोचन किया, जो मूल आधारिक संरचना प्रदान करती है एवं अपने नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण जीवन जीवन, एक स्वच्छ एवं धारणीय वातावरण तथा ‘स्मार्ट’ समाधानों के अनुप्रयोग प्रदान करती है।
- स्मार्ट सिटीज मिशन के रणनीतिक घटक, शहर में सुधार (अनुरूपांतरण/रेट्रोफिटिंग), शहर का नवीनीकरण (पुनर्विकास) एवं शहर का विस्तार (हरित क्षेत्र विकास) एवं एक संपूर्ण शहर (पैन-सिटी) पहल है जिसमें शहर के व्यापक हिस्से को सम्मिलित करते हुए स्मार्ट समाधान लागू किए जाते हैं।
- 2015 में मिशन के प्रारंभ के पश्चात से, 100 स्मार्ट सिटी 2,05,018 करोड़ रुपये के निवेश के साथ कुल 5,151 परियोजनाओं का विकास कर रहे हैं।