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स्पॉट-बिल पेलिकन- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 3: पर्यावरण- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण एवं क्षरण।
स्पॉट-बिल पेलिकन- प्रसंग
- हाल ही में, एक सूत्रकृमि (नेमाटोड) संक्रमण ने तेलिनेलपुरम महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (आईबीए) में स्पॉट-बिल पेलिकन (पेलिकंस फिलिपेंसिस) की सामूहिक मृत्यु दर का कारण बना है।
- तेलिनेलपुरम महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (आईबीए) आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम जिले के नौपाड़ा दलदल में अवस्थित है।
- वन अधिकारियों के अनुसार, दिसंबर से अब तक 150 से अधिक स्पॉट-बिल पेलिकन की मृत्यु संक्रमण के कारण हुई है।
स्पॉट-बिल पेलिकन- सामूहिक मृत्यु दर के कारण
- हाल ही में सामूहिक मृत्यु दर के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान में सूत्रकृमि संक्रमण को मृत्यु दर के कारण के रूप में पाया गया था।
- सूत्रकृमि सूक्ष्म सर्पमीन (ईल) जैसे गोलाकार होते हैं। इन परजीवियों के मछली एवं घोंघे के माध्यम से स्थानांतरित होने की आशंका है।
- कर्नाटक राज्य में विशेषज्ञों द्वारा किए गए अध्ययनों के अनुसार सूत्रकृमि संक्रमण एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में नहीं फैलेगा।
स्पॉट-बिल पेलिकन- प्रमुख बिंदु
- स्पॉट-बिल्ड पेलिकन के बारे में: स्पॉट-बिल्ड पेलिकन, जलासिंह (पेलिकन-एक प्रकार का बत्तख) परिवार का एक सदस्य, एक बड़ा पीला जलपक्षी है, जिसमें ऊपरी चोंच पर काले धब्बों के साथ एक भारी गुलाबी धानी वाली चोंच होती है।
- वैज्ञानिक नाम: स्पॉट-बिल्ड पेलिकन का वैज्ञानिक नाम पेलिकंस फिलिपेंसिस है।
- प्रजनन क्षेत्र: स्पॉट-बिल्ड पेलिकन पक्षी के प्रजनन क्षेत्र केवल प्रायद्वीपीय भारत, श्रीलंका और कंबोडिया में पाए जाते हैं।
- स्पॉट-बिल्ड पेलिकन पक्षी नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड, लाओस एवं वियतनाम में गैर-प्रजनन मौसम में भी अभिलेखित किए जाते हैं।
- पर्यावास: स्पॉट-बिल्ड पेलिकन अंतर्देशीय तथा तटीय जल क्षेत्रों, विशेष रूप से बड़ी झीलों का एक बड़े आकार का पक्षी है। उथले तराई के स्वच्छ जल स्पॉट-बिल पेलिकन के श्रेष्ठ वास क्षेत्र हैं।
- स्पॉट-बिल पेलिकन के संरक्षण की स्थिति:
- आईयूसीएन सूची: संकट आसन्न
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: स्पॉट-बिल पेलिकन पक्षियों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम (वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट) 1971 की अनुसूची IV के अंतर्गत सूचीबद्ध किया गया है।
- अनुसूची IV के अंतर्गत, शिकार निषिद्ध है किंतु किसी भी उल्लंघन के लिए दंड प्रथम दो अनुसूचियों की तुलना में कम है।
- अस्तित्व के प्रति संकट: स्पॉट-बिल पेलिकन पक्षी के अस्तित्व को वनोन्मूलन, शिकार तथा ऑर्गैनोक्लोरीन कीटनाशकों द्वारा प्रदूषण के कारण पर्यावास की हानि से खतरा है।
- आईयूसीएन सूची: संकट आसन्न