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स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम- यूपीएससी परीक्षा हेतु प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
- जीएस पेपर 3: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी एवं बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दों के क्षेत्र में जागरूकता।
स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम- संदर्भ
- हाल ही में, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने हेतु युवा नवोन्मेषकों के लिए प्रथम परामर्श कार्यक्रम प्रारंभ किया।
स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम- प्रमुख बिंदु
- स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम के बारे में: स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम एक अखिल भारतीय योजना है जिसमें जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थित देश के प्रत्येक जिले में स्टार कॉलेज की परिकल्पना की गई है।
- डीबीटी-स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम नेटवर्किंग, हैंड होल्डिंग एवं आउटरीच की अवधारणा की दिशा में सहायता प्रदान करेगा।
- मूल मंत्रालय: स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन है।
- प्रमुख उद्देश्य: देश में वैज्ञानिक अनुसंधान एवं नवाचार प्रयासों को सुदृढ़ करके जनता, विशेष रूप से युवाओं के मध्य वैज्ञानिक मनोवृति को प्रोत्साहित करना।
स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम- मुख्य विशेषताएं
- स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम की परिकल्पना-
- प्रति माह कार्यशालाओं, बैठकों का आयोजन;
- महाविद्यालयों में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों या कम संपन्न क्षेत्रों में हैंडहोल्ड एवं
- सरकारी विद्यालयों के साथ पहुंच (आउटरीच) गतिविधियों का संचालन करना।
- शहरी एवं ग्रामीण श्रेणियों में योजना का वर्गीकरण: इसने देश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के आवेदकों के लिए एक समान अवसर सुनिश्चित किया है।
स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम- अपेक्षित लाभ
- स्टार कॉलेज मेंटरशिप प्रोग्राम उन नए महाविद्यालयों को सक्षम बनाएगा जिन्होंने इस योजना के अंतर्गत अपनी यात्रा प्रारंभ कर दी है, वे योजना के अधिदेश के अनुसार आगे आएंगे।
- देश में विज्ञान पाठ्यक्रमों को प्रोत्साहित करना: स्टार दर्जा प्राप्त (स्टेटस) महाविद्यालय पूरे देश में स्नातक स्तरीय विज्ञान पाठ्यक्रमों को प्रोत्साहित करने में सहायता करेंगे।
- यह नए महाविद्यालयों को हैंड होल्डिंग एवं पीयर लर्निंग के माध्यम से परामर्श प्रदान कर एवं उन्हें स्टार कॉलेज योजना के तत्वावधान में लाकर किया जाना है।
स्टार कॉलेज योजना- प्रमुख बिंदु
- स्टार कॉलेज योजना के बारे में: स्टार कॉलेज योजना 2008 में डीबीटी द्वारा प्रारंभ की गई थी ताकि देश भर में विज्ञान शिक्षण में सुधार के लिए स्नातक शिक्षा प्रदान करने वाले महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों का सहयोग/समर्थन किया जा सके।
- अधिदेश: यह योजना आधारिक विज्ञान विषयों में स्नातक स्तर पर महत्वपूर्ण सोच में सुधार लाने एवं प्रायोगिक विज्ञान को ‘व्यावहारिक व क्रियाशील’ (‘हैंड्स ऑन’) करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु प्रारंभ की गई थी।
- मुख्य विशेषताएं: इस योजना की शुरुआत इस कल्पना से की गई थी कि यह अधिक संख्या में छात्रों को विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित करेगी।
- इस योजना के माध्यम से विभाग उत्कृष्टता की क्षमता से युक्त महाविद्यालयों का अभिनिर्धारण करता है एवं अकादमिक तथा प्रयोगशाला गतिविधियों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास हेतु सहायता प्रदान करता है।
- इस सहायता से शिक्षण में स्फूर्ति से भरने एवं प्रायोगिक विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों को अद्वितीय अनुभव प्रदान करने की अपेक्षा की जाती है।
- यह योजना संकाय एवं प्रयोगशाला कर्मचारियों के प्रशिक्षण, प्रख्यात वैज्ञानिकों के व्याख्यान, अनुसंधान संस्थानों एवं उद्योग के दौरे आदि का भी समर्थन करती है।
- प्रदर्शन: 2008 में मात्र 30 महाविद्यालयों के साथ प्रारंभ, इस अखिल भारतीय योजना ने अब तक पूरे देश में 300 से अधिक महाविद्यालयों में विज्ञान विभागों को सहयोग प्रदान किया है।
- विगत पांच वर्षों में 5 लाख से अधिक छात्रों को सहयोग प्रदान किया गया एवं
- स्टार कॉलेज योजना में भाग लेने वाले महाविद्यालयों को भी व्यापक सहायता प्रदान की जाती है।
मानव संसाधन से संबंधित अन्य योजनाएं
- स्टार कॉलेज योजना,
- जैव प्रौद्योगिकी में कौशल विज्ञान कार्यक्रम (कौशल विकास कार्यक्रम),
- बायोटेक औद्योगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं
- डॉक्टरेट एवं पोस्ट-डॉक्टोरल एवं पुन: प्रवेश योजनाएं तथा शिक्षावृत्ति (फैलोशिप)