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राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक (एसईसीआई) 2022

राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां– विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार की नीतियां एवं  अंतः क्षेप  तथा उनकी अभिकल्पन एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

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समाचारों में राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक 2022

  • नीति आयोग ने 11 अप्रैल 2022 को नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम में राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक-राउंड I का विमोचन किया है।
  • स्टेट एनर्जी एंड क्लाइमेट इंडेक्स (SECI) राउंड -1 का उद्देश्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को छह मापदंडों पर रैंक करना है।

 

राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक 2022

  • राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक (एसईसीआई) के बारे में: राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक (एसईसीआई) प्रथम सूचकांक है जिसका उद्देश्य जलवायु एवं ऊर्जा क्षेत्र में राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किए गए प्रयासों को ट्रैक करना है।
    • इन मानकों को जलवायु परिवर्तन एवं स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण के लिए भारत के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
  • मापदंड: ऐसे छह मापदंड (पैरामीटर) हैं जिन पर राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य ऊर्जा तथा जलवायु सूचकांक (एसईसीआई) राउंड-1 में  रैंक किया जाएगा।
    • डिस्कॉम का प्रदर्शन
    • पहुंच, वहनीयता एवं ऊर्जा की विश्वसनीयता
    • स्वच्छ ऊर्जा पहल
    • ऊर्जा दक्षता पर्यावरण धारणीयता;  एवं
    • नई पहल।
  • रैंकिंग श्रेणियाँ: इन मापदंडों में कुल 27 संकेतक सम्मिलित हैं। स्टेट एनर्जी एंड क्लाइमेट इंडेक्स (SECI) राउंड -1 के स्कोर के आधार पर, राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया है-
    • ‘ फ्रंट रनर्स’,
    • ‘अचीवर्स’, एवं
    • ‘ एस्पायरेंट्स’।
  • राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों का वर्गीकरण: राज्यों को आकार एवं भौगोलिक अंतर के आधार पर बड़े राज्यों, छोटे राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
    • राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक 2022 2019-20 के आंकड़ों पर आधारित है।
  • महत्व: राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक (एसईसीआई) का उपयोग राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अपने सहयोगियों के विरुद्ध अपने प्रदर्शन को बेंचमार्क करने, बेहतर नीति तंत्र विकसित करने के लिए संभावित चुनौतियों का विश्लेषण करने एवं अपने ऊर्जा संसाधनों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने हेतु किया जा सकता है।
    • स्टेट एनर्जी एंड क्लाइमेट इंडेक्स राउंड- I ऊर्जा क्षेत्र पर राज्यों के साथ अंतःक्रिया प्रारंभ करने में सहायता  करेगा ताकि अति आवश्यक नीतिगत सुधार किए जा सकें।

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राज्य ऊर्जा एवं जलवायु सूचकांक 2022 में राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों का प्रदर्शन

  • शीर्ष प्रदर्शनकर्ता
    • बड़े राज्यों में: गुजरात, केरल एवं पंजाब को बड़े राज्यों की श्रेणी में शीर्ष तीन प्रदर्शनकर्ताओं के रूप में  रैंक किया गया है।
    • छोटे राज्यों में: गोवा, छोटे राज्यों की श्रेणी में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में उभरा, इसके पश्चात त्रिपुरा एवं मणिपुर का स्थान है।
    • केंद्र शासित प्रदेशों में: चंडीगढ़, दिल्ली एवं दमन  तथा दीव / दादरा एवं नगर हवेली शीर्ष प्रदर्शनकर्ता हैं।
  • निम्नतम प्रदर्शनकर्ता: 
    • बड़े राज्यों में: झारखंड, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ राज्य ऊर्जा  एवं जलवायु सूचकांक 2022 में  निम्नतम तीन राज्य थे।
    • छोटे राज्यों में: मेघालय, नागालैंड एवं अरुणाचल प्रदेश राज्य ऊर्जा तथा जलवायु सूचकांक 2022 में  निम्नतम तीन राज्य थे।
    • केंद्र शासित प्रदेशों में: अंडमान एवं निकोबार, जम्मू-कश्मीर तथा लक्षद्वीप राज्य ऊर्जा  एवं जलवायु सूचकांक 2022 में निम्नतम तीन केंद्र शासित प्रदेश थे।

 

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