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स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022

स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता

  • जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां
    • विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।

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स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022 चर्चा में क्यों है?

  • हाल ही में, भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022 प्रदान किए।
  • इस अवसर पर राष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेता शहरों के निवासियों, सफाई कर्मियों एवं स्थानीय प्रशासन को बधाई दी।

 

स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022

  • इंदौर को लगातार छठी बार भारत का सर्वाधिक स्वच्छ शहर घोषित किया गया, जबकि सूरत एवं नवी मुंबई ने अगले दो स्थानों पर इसका अनुसरण किया।
  • तेलंगाना ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (एसएसजी) 2022 के तहत बड़े राज्यों की श्रेणी के तहत प्रथम पुरस्कार  प्राप्त किया, जो ग्रामीण क्षेत्रों की स्वच्छता की स्थिति की जांच करता है।
    • हरियाणा द्वितीय एवं तमिलनाडु तृतीय स्थान पर रहा।
  • छोटे राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में, अंडमान तथा निकोबार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, उसके बाद दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव और सिक्किम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
  • ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2022’ में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में मध्य प्रदेश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, इसके बाद छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र हैं।
  • एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र का पंचगनी प्रथम स्थान पर है, उसके बाद छत्तीसगढ़ का पाटन (एनपी) एवं महाराष्ट्र का करहड़ है।
  • 1 लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में हरिद्वार को सर्वाधिक स्वच्छ गंगा शहर घोषित किया गया, इसके बाद वाराणसी एवं ऋषिकेश का स्थान रहा।
  • एक लाख से कम आबादी वाले गंगा शहरों में बिजनौर प्रथम स्थान पर था। इसके बाद क्रमशः कन्नौज एवं गढ़मुक्तेश्वर हैं।
  • सर्वेक्षण में महाराष्ट्र के देवलाली को देश के सर्वाधिक स्वच्छ छावनी बोर्ड के रूप में चयनित किया गया।

 

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022

  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के बारे में: व्यापक स्तर पर नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करते हुए शहरों को शहरी स्वच्छता की स्थिति में सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु 2016 में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (मिनिस्ट्री आफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स/MoHUA) द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत की गई थी।
    • स्वच्छ सर्वेक्षण का 7 वां संस्करण स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की प्रगति का अध्ययन करने तथा विभिन्न सफाई एवं स्वच्छता मानकों के आधार पर शहरी स्थानीय निकायों (अर्बन लोकल बॉडीज/यूएलबी) को श्रेणीकृत करने के लिए आयोजित किया गया था।
  • कार्यान्वयन मंत्रालय: स्वच्छ सर्वेक्षण सर्वेक्षण को आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा अपने व्यापक कार्यक्रम- एसबीएम (शहरी) योजना के तहत लागू किया जा रहा है।
  • महत्व: वर्षों से स्वच्छ सर्वेक्षण शहरों में मिशन को गति प्रदान करने में सहायक रहा है।
    • स्वच्छ सर्वेक्षण ने स्वच्छता मानकों पर अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए शहरों के मध्य एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया है जिससे नागरिकों को स्वच्छता सेवाओं के वितरण में सुधार हुआ है।
  • आच्छादन: स्वच्छ सर्वेक्षण 2016 में 73 शहरों के मूल्यांकन से इस वर्ष 4,354 शहरों को आच्छादित करने के लिए विकसित हुआ है।

 

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