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स्वच्छ टॉयकैथॉन- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: शासन, प्रशासन एवं चुनौतियां
- विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए सरकारी नीतियां एवं अंतः क्षेप तथा उनकी अभिकल्पना एवं कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
स्वच्छ टॉयकैथॉन चर्चा में क्यों है?
- हाल ही में, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स/MoHUA) ने खिलौनों के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत स्वच्छ टॉयकैथॉन का शुभारंभ किया है।
- सचिव, MoHUA, श्री मनोज जोशी ने MyGov पोर्टल पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का अनावरण तथा टूलकिट जारी करके स्वच्छ टॉयकैथॉन का शुभारंभ किया।
स्वच्छ टॉयकैथॉन
- स्वच्छ टॉयकैथॉन के बारे में: स्वच्छ टॉयकैथॉन कचरे को खिलौनों में रूपांतरित करने हेतु नवीन विचारों की एक प्रतियोगिता है।
- स्वच्छ अमृत महोत्सव के तहत स्वच्छ टॉयकैथॉन प्रतियोगिता का शुभारंभ किया जा रहा है।
- अधिदेश: स्वच्छ टॉयकैथॉन का उद्देश्य खिलौना उद्योग को पर्यावरण के अनुकूल बनाना है एवं खिलौना क्षेत्र में वृत्तपरकता प्राप्त करने की दिशा में एक कदम है।
- स्वच्छ टॉयकैथॉन प्रतियोगिता खिलौनों के निर्माण अथवा उत्पादन में कचरे के उपयोग के समाधान तलाशने का प्रयास करती है।
- भागीदारी: स्वच्छ टॉयकैथॉन व्यक्तियों एवं समूहों के लिए एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता है।
- विषय-वस्तु: यह तीन व्यापक विषयों पर आधारित है-
- मनोरंजन एवं सीखना (फन एंड लर्न): यह घर, कार्यस्थल एवं आसपास के कचरे से खिलौनों के डिजाइन तथा आरंभिक प्रोटोटाइप के लिए विचारों की तलाश करता है,
- उपयोग करें एवं आनंद लें (यूज एंड एंजॉय): यह कचरे से निर्मित पार्क / खुले स्थानों में खेल के डिजाइन एवं मॉडल के लिए विचारों की तलाश करता है एवं
- नया तथा पुराना (न्यू एंड ओल्ड): यह खिलौना उद्योग में वृत्तपरकता के लिए विचार/समाधान/कार्य मॉडल चाहता है।
- मूल्यांकन के मानदंड: मूल्यांकन मानदंड निम्नलिखित पर आधारित होंगे-
- विचार की नवीनता
- डिज़ाइन
- सुरक्षा
- अपशिष्ट सामग्री का उपयोग
- मापनीयता एवं प्रतिकृति
- भविष्य का अपशिष्ट एवं जलवायु तथा सामाजिक प्रभाव।
- आयोजक: आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा स्वच्छ टॉयकैथॉन का आयोजन किया जा रहा है।
- सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग, आईआईटी गांधीनगर पहल के लिए आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) का नॉलेज पार्टनर है, वे शिक्षा शास्त्र एवं रचनात्मकता के पहलुओं पर सहायता प्रदान करेंगे।
स्वच्छ अमृत महोत्सव क्या है?
- स्वच्छ अमृत महोत्सव 17 सितंबर 2022, सेवा दिवस, से 2 अक्टूबर 2022, स्वच्छता दिवस तक स्वच्छता के आसपास कार्रवाई को प्रोत्साहित करने हेतु क्रियाकलापों का एक पखवाड़ा है।
भारत का खिलौना उद्योग
- भारत में खिलौना उद्योग ऐतिहासिक रूप से आयात पर निर्भर रहा है। कच्चे माल, प्रौद्योगिकी, डिजाइन क्षमता इत्यादि के अभाव के कारण खिलौनों एवं उसके घटकों का भारी मात्रा में आयात हुआ।
- 2018-19 में, 371 मिलियन अमरीकी डालर (2960 करोड़ रुपये) के खिलौने हमारे देश में आयात किए गए थे। इन खिलौनों का एक बड़ा हिस्सा असुरक्षित, घटिया, नकली एवं तुच्छ थे।
- निम्न गुणवत्ता वाले एवं हानि कारक खिलौनों के आयात की समस्या को हल करने एवं खिलौनों के घरेलू निर्माण में वृद्धि करने हेतु, सरकार द्वारा अनेक रणनीतिक अंतःक्षेप किए गए हैं।
- कुछ प्रमुख पहलों में मूल सीमा शुल्क (बेसिक कस्टम ड्यूटी) को 20% से बढ़ाकर 60% करना, गुणवत्ता नियंत्रण आदेश का क्रियान्वयन, आयातित खिलौनों का अनिवार्य नमूना परीक्षण, घरेलू खिलौना निर्माताओं को 850 से अधिक बीआईएस लाइसेंस प्रदान करना, खिलौना संकुलों का विकास इत्यादि सम्मिलित हैं।
- वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप नवाचार तथा नए जमाने के डिजाइन को प्रोत्साहित करने के लिए स्वदेशी खिलौनों को प्रोत्साहित करने हेतु द इंडिया टॉय फेयर 2021, टॉयकैथॉन 2021, टॉय बिजनेस लीग 2022 सहित कई प्रचार पहल आयोजित की गईं।