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भारत-श्रीलंका संबंध- यूपीएससी परीक्षा के लिए प्रासंगिकता
- जीएस पेपर 2: अंतर्राष्ट्रीय संबंध- भारत एवं उसके पड़ोस- संबंध।
भारत-श्रीलंका संबंध- संदर्भ
- हाल ही में जारी आर्थिक एवं स्वास्थ्य चिंताओं के संदर्भ में, भारत के विदेश मंत्री ने श्रीलंका के वित्त मंत्री के साथ एक आभासी बैठक की।
- उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत “कोविड-19 महामारी से उत्पन्न आर्थिक एवं अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए प्रत्येक संभव तरीके से” श्रीलंका का समर्थन करेगा।
भारत-श्रीलंका संबंध- श्रीलंका द्वारा अनुभव की गई आर्थिक चुनौतियां
- ऋण चुकाने का मुद्दा: श्रीलंका को 18 जनवरी को देय 500 मिलियन डॉलर की किस्त के साथ बॉन्डों के ऋण चुकाने के मुद्दे का सामना करना पड़ रहा है।
- द्वीप के अनिश्चित वित्त को देखते हुए, श्रीलंकाई सरकार को यह निर्णय लेना है कि इस ऋण को चुकाना है अथवा पहली बार भुगतान नहीं करना है।
- अन्य मुद्दे: श्रीलंका को अनेक मुद्दों जैसे कि साख का अभाव, कोविड-19 के कारण जीडीपी में गिरावट, पर्यटन, निर्यात एवं प्रेषण, विदेशी मुद्रा भंडार को हानि का सामना करना पड़ रहा है।
- विदेशी भंडार 2019 में 5 अरब डॉलर से घटकर नवंबर 2021 में 1.6 अरब डॉलर हो गया एवं 2022 में 7 अरब डॉलर से अधिक की ऋण अदायगी के बकाया रहने की संभावना है।
- देश में अशांति: श्रीलंका सरकार के लिए सर्वाधिक तात्कालिक समस्या वर्तमान आर्थिक संकट के कारण देश में बढ़ती अशांति से है।
भारत-श्रीलंका संबंध- चीन से सहयोग
- चीन एवं श्रीलंका ने श्रीलंकाई उधारी के पूर्ण ऋण पुनर्गठन पर चर्चा की।
- बीजिंग ने श्रीलंका के लिए 5 बिलियन डॉलर की मुद्रा विनिमय व्यवस्था का भी विस्तार कर दिया है।
भारत-श्रीलंका संबंध- भारत से सहयोग
- भारतीय विदेश मंत्री एवं वित्त मंत्री ने श्रीलंका के वित्त मंत्री के साथ समन्वय में वर्तमान श्रीलंकाई आर्थिक संकट को विफल करने हेतु एक चौतरफा पहल पर निर्णय लिया। ये हैं-
- लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी): आवश्यक आयात हेतु 5 बिलियन डॉलर लाइन ऑफ क्रेडिट कथित तौर पर प्रगति पर रहा है।
- इस सुविधा का उपयोग भारत से ईंधन, भोजन एवं दवाओं के आयात के लिए किया जाना है।
- मुद्रा विनिमय व्यवस्था: भारत ने “सार्क मुद्रा विनिमय” व्यवस्था के तहत 400 मिलियन डॉलर का विस्तार किया है।
- ऋण स्थगन: भारत ने श्रीलंका से 500 मिलियन डॉलर के समझौते को दो माह के लिए आंशिक रूप से स्थगित करने पर भी सहमति व्यक्त की है।
- ट्रिनको-ऑयल फार्म परियोजना पर अंतिम निर्णय: दशकों के विलंब के पश्चात इस माह के आरंभ में त्रिंकोमाली परियोजना समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
भारत-श्रीलंका संबंध- निष्कर्ष
- संकट के समय में, नई दिल्ली एवं कोलंबो ने संचार का एक सुदृढ़ चैनल स्थापित किया है एवं वादों पर शीघ्रता से कार्य करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है, जो जरूरतमंद मित्रों के बारे में उस कहावत को सिद्ध करता है। (अ फ्रेंड इन नीड इस अ फ्रेंड इनडीड/A friend in need is a friend indeed)।