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राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 पर द हिंदू संपादकीय विश्लेषण
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023: प्रत्येक वर्ष, राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को आता है। देश में पर्यटन उद्योग के महत्व के बारे में जागरूकता में वृद्धि करने हेतु इस दिन को प्रतिवर्ष चिह्नित किया जाता है। यह दिन पर्यटन उद्योग में कार्य कर रहे हजारों लोगों के योगदान को मान्यता प्रदान करने का एक तरीका भी है।
आज के द हिंदू संपादकीय विश्लेषण का महत्व: राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 पर हिंदू संपादकीय विश्लेषण यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा एवं अन्य अखिल भारतीय प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस जैसे कार्यक्रम भारत को विदेशी यात्रियों के लिए विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में प्रोत्साहित करने में सहायता करते हैं जबकि घरेलू पर्यटन को भी प्रोत्साहित करना, जो पर्यटन बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 की पृष्ठभूमि
2022 में, राष्ट्रीय पर्यटन दिवस ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का हिस्सा था, जो भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्षों के 75 सप्ताह के भव्य उत्सव का प्रतीक था। इस वर्ष भी राष्ट्रीय पर्यटन दिवस समारोह का हिस्सा होगा।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के पीछे का इतिहास
- विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है। भारत प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाता है। इस दिन की शुरुआत 1948 में हुई थी।
- देश को स्वतंत्रता मिलने के पश्चात भारत में पर्यटन को प्रोत्साहित करने हेतु पर्यटन यातायात समिति (टूरिज्म ट्रैफिक कमेटी) का गठन किया गया।
- तीन वर्ष पश्चात 1951 में कोलकाता एवं चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना की गई।
- दिल्ली, मुंबई के अतिरिक्त, कोलकाता एवं चेन्नई में पर्यटन कार्यालय स्थापित किए गए।
- वर्ष 1998 में पर्यटन एवं संचार मंत्री के अधीन पर्यटन में एक विभाग जोड़ा गया।
- अब यह देश के प्रत्येक राज्य के जिला स्तर पर मनाया जाता है।
पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करने हेतु भारत सरकार द्वारा हाल की पहल
हाल ही में, भारत सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहल की हैं:
भारत गौरव रेलगाड़ियां
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं इतिहास को अनावृत करने के लिए भारत गौरव ट्रेन (या थीम आधारित टूरिस्ट सर्किट ट्रेन)।
पर्यटक पुलिस पर राष्ट्रीय सम्मेलन
अक्टूबर 2022 में, पर्यटन मंत्रालय एवं गृह मंत्रालय ने पर्यटक पुलिस पर राष्ट्रीय सम्मेलन (पर्यटक विशिष्ट पुलिसिंग विकसित करने के लिए) का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य पुलिस के साथ काम करना एवं उन्हें विदेशी तथा घरेलू पर्यटकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के प्रति संवेदनशील बनाना था।
युवा पर्यटन क्लब
शिक्षा मंत्रालय के साथ साझेदारी में, पर्यटन मंत्रालय ने भारतीय पर्यटन के युवा राजदूतों को पोषित करने के लिए ‘युवा पर्यटन’ क्लबों की स्थापना प्रारंभ कर दी है।
क्रूज पर्यटन
बंदरगाह, नौवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय अत्याधुनिक आधारिक संरचना का उपयोग करके भारत को एक आकर्षक क्रूज पर्यटन स्थल बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
पर्यटन अधिकारी
विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में, पर्यटन अधिकारियों को उन देशों में 20 भारतीय मिशनों में रखा गया है जो भारत में सर्वाधिक विदेशी पर्यटकों के आगमन में योगदान करते हैं।
प्रारूप राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022
रूप राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022 को कोविड-19 के प्रभाव सहित स्थितिजन्य विश्लेषण एवं India@100 के दृष्टिकोण के साथ पर्यटन क्षेत्र के लिए भविष्य के अनुमानों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। प्रारूप/मसौदा राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022 की प्रमुख विशेषताएं हैं:
- संस्थागत संरचना: विचारों में से एक में एक संस्थागत संरचना शामिल है जो उद्योग के साथ साझेदारी में संघ, राज्य एवं स्थानीय सरकार के स्तर पर समवर्ती एवं समन्वित कार्रवाई कर सकती है।
- पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा प्रदान करना: प्रारूप राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022 में निवेश आकर्षित करने के प्रयास में पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने के साथ-साथ होटलों को बुनियादी ढांचा का दर्जा देने का उल्लेख है।
- राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022 के पांच प्रमुख क्षेत्र: आगामी 10 वर्षों में पांच प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा – हरित पर्यटन, डिजिटल पर्यटन, गंतव्य प्रबंधन, आतिथ्य क्षेत्र को कुशल बनाना एवं सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यमों (माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज/MSMEs) से संबंधित पर्यटन का समर्थन करना)।
- उचित कराधान एवं सब्सिडी नीतियों के लिए: मिशन सतत पर्यटन गतिविधियों में निवेश को प्रोत्साहित करने एवं अस्थिर पर्यटन को हतोत्साहित करने के लिए उपयुक्त कराधान तथा सब्सिडी नीतियों का पक्ष पोषण करेगा।
- रूपरेखा की शर्तें प्रदान करता है: पर्यटन नीति 2022 का प्रारूप विशिष्ट परिचालन मुद्दों से संबंधित नहीं है, किंतु विशेष रूप से महामारी के मद्देनजर क्षेत्र की सहायता करने के लिए रूपरेखा की स्थिति प्रदान करता है।
प्रारूप राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2022 का समग्र मिशन एवं विजन विदेशी तथा स्थानीय पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने हेतु तैयार किया जा रहा है।
भारत की जी-20 समूह की अध्यक्षता पर्यटन उद्योग के लिए कैसे एक अवसर है?
- यह ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण है जिसने भारत को जी-20 समूह की अध्यक्षता की मेजबानी करने की क्षमता से सुसज्जित किया है – 20 देश, 11 विशेष आमंत्रित देश एवं लगभग एक लाख प्रतिनिधि 50 से अधिक स्थानों पर 200 बैठकों में भाग लेंगे।
- जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत में आने वाला प्रत्येक प्रतिनिधि या आगंतुक एक ब्रांड एंबेसडर के रूप में वापस आएगा तथा भारत की समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं प्राकृतिक विरासत के बारे में प्रचार करेगा।
- मई 2022 में, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोपेनहेगन, डेनमार्क का दौरा किया, तो उन्होंने भारतीय प्रवासियों (डायस्पोरा) से अपने कम से कम पांच गैर-भारतीय मित्रों को भारत आने के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया।
विजिट इंडिया ईयर 2023
- हिस्सेदारी में वृद्धि करने हेतु विभिन्न पर्यटन उत्पादों तथा स्थलों को प्रोत्साहित करना है।
- आंकड़े बताते हैं कि घरेलू पर्यटन महामारी-पूर्व के स्तर तक पहुंच गया है, यहां तक कि कुछ मामलों में इससे भी अधिक हो गया है।
- यह 2022 में जम्मू एवं कश्मीर में रिकॉर्ड 1.84 करोड़ घरेलू पर्यटकों के आने से स्पष्ट है।
- इसी तरह, विदेशी पर्यटकों के आगमन के महामारी-पूर्व के स्तर तक पहुंचने की संभावना है।
- भारत किसी के अंतर्मन को फिर से जगाने के लिए एक पर्यटन स्थल है। चार प्रमुख विश्व धर्मों, अर्थात हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म, सिख धर्म एवं जैन धर्म के जन्मस्थान के रूप में, भारत वास्तव में विश्व का आध्यात्मिक प्रकाशस्तंभ होने का दावा कर सकता है। यह विजिट इंडिया ईयर 2023 के मूल में है।
पर्यटन उद्योग का महत्व
- कोविड-19 से पूर्व, भारत में पर्यटन उद्योग ने तेजी से विकास देखा एवं लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया।
- वित्त वर्ष 20 में इस उद्योग का मूल्य लगभग 75 बिलियन डॉलर था, बावजूद इसके कि पिछली तिमाही कोविड-19 महामारी की शुरुआत के कारण दुष्प्रभावित हुई थी।
- इसी अवधि के दौरान, पर्यटन उद्योग ने कुल 39 मिलियन व्यक्तियों अथवा कुल भारतीय कार्यबल के 8 प्रतिशत से अधिक को रोजगार दिया।
- पर्यटन क्षेत्र से यह योगदान त्वरित रूप से बढ़ने की संभावना है।
- अनुमान है कि 2028 तक इस क्षेत्र में कार्यरत लोगों की संख्या लगभग 35 प्रतिशत बढ़कर 53 मिलियन हो जाने की संभावना है।
- इसी अवधि के दौरान, पर्यटन उद्योग के 125 अरब डॉलर तक बढ़ने की संभावना है, जो लगभग 67 प्रतिशत की वृद्धि है। 2028 तक, भारत में 30.5 मिलियन विदेशी पर्यटकों के आगमन तथा विदेशी मुद्रा में 56 बिलियन डॉलर अर्जित करने की संभावना है।
- हालांकि, यह सुनिश्चित करने के लिए कि भारतीय पर्यटन उद्योग इन ऊंचाइयों तक पहुंचने में सक्षम है, सरकार को पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूकता में वृद्धि करने, कौशल निर्माण में संलग्न होने तथा आधारिक संरचना में सुधार करने की आवश्यकता होगी।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 2023 के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्र. विजिट इंडिया ईयर 2023 क्या है?
उत्तर. विजिट इंडिया ईयर 2023 एक नई सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य वैश्विक पर्यटन बाजार में भारत की हिस्सेदारी में वृद्धि करने हेतु विभिन्न पर्यटन उत्पादों एवं स्थलों को प्रोत्साहित करना है।
प्र. राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का क्या महत्व है?
उत्तर. प्रत्येक वर्ष, राष्ट्रीय पर्यटन दिवस 25 जनवरी को पड़ता है। देश में पर्यटन उद्योग के महत्व के बारे में जागरूकता में वृद्धि करने हेतु इस दिन को प्रतिवर्ष चिह्नित किया जाता है।