List of Tiger Reserves in India 2023, Map, Significance and Fact
भारत में व्याघ्र अभ्यारण्य: बंगाल टाइगर को भारत का राष्ट्रीय पशु माना जाता है। इसे केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट टाइगर इन इंडिया पहल के तहत घोषित किया गया था। भारत में बाघ अभ्यारण्य राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी/एनटीसीए) द्वारा प्रोजेक्ट टाइगर के दिशानिर्देशों के अनुसार शासित हैं। भारत में व्याघ्र अभ्यारण्यों की सूची में व्याघ्र अभ्यारण्य के नाम, राज्य तथा उनके क्षेत्र शामिल हैं।
भारत के व्याघ्र अभ्यारण्य (व्याघ्र अभ्यारण्य) 1973 में स्थापित किए गए थे एवं प्रोजेक्ट टाइगर द्वारा शासित हैं, जिसे राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा प्रशासित किया जाता है। अब तक, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने भारत में 53 संरक्षित क्षेत्रों को नामित व्याघ्र अभ्यारण्य घोषित किया है। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एवं तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य को भारत के नवीनतम व्याघ्र अभ्यारण्य बनाने के लिए एकीकृत किया गया है। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एवं तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ में स्थित है। यह छत्तीसगढ़ में चौथा व्याघ्र अभ्यारण्य है एवं संपूर्ण भारत का 53 वां व्याघ्र अभ्यारण्य है।
भारत विश्व के 80% बाघों का घर है। 2006 में भारत में कुल बाघ लगभग 1,400 बाघ थे जो 2018 में बढ़कर 3,000 के करीब पहुंच गए। 2006 में भारत में बाघों की संख्या 1,411 बाघ थी; 2010 तक, 1,706 बाघ थे; 2014 तक, 2,226 बाघ थे; एवं 2018 तक, भारत के विभिन्न हिस्सों में 2967 बाघ थे।
408 से अधिक बाघ (बड़ी बिल्लियों) के साथ मध्य प्रदेश में 1.5 वर्ष के आयु वर्ग में सबसे अधिक बाघ (526) हैं। बाघों की महत्वपूर्ण आबादी वाले अन्य राज्यों में उत्तराखंड (442), कर्नाटक (524), तमिलनाडु (229), महाराष्ट्र (190), असम (167), केरल (136) एवं उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
भारत में कुल व्याघ्र अभ्यारण्यों की संख्या 53 है। भारत में इन 53 व्याघ्र अभ्यारण्य के नाम नीचे सूचीबद्ध हैं। भारत में व्याघ्र अभ्यारण्यों की अद्यतन सूची निम्नलिखित है।
भारत में व्याघ्र अभ्यारण्यों की सूची | |||
क्रम संख्या | व्याघ्र अभ्यारण्य का नाम | राज्य | कुल क्षेत्रफल (वर्ग किलोमीटर में) |
1 | नागार्जुन सागर श्रीशैलम (भाग)* | आंध्र प्रदेश | 3296.31 |
2 | नमदाफा | अरुणाचल प्रदेश | 2052.82 |
3 | कामलांग व्याघ्र अभ्यारण्य | अरुणाचल प्रदेश | 783 |
4 | पक्के | अरुणाचल प्रदेश | 1198.45 |
5 | मानस | असम | 3150.92 |
6 | नामेरी | असम | 344 |
7 | ओरंग व्याघ्र अभ्यारण्य | असम | 492.46 |
8 | काजीरंगा | असम | 1173.58 |
9 | वाल्मीकि | बिहार | 899.38 |
10 | उदंती-सीतानदी | छत्तीसगढ़ | 1842.54 |
11 | अचानकमार | छत्तीसगढ़ | 914.01 |
12 | इंद्रावती | छत्तीसगढ़ | 2799.07 |
13 | पलामू | झारखंड | 1129.93 |
14 | बांदीपुर | कर्नाटक | 1456.3 |
15 | भद्रा | कर्नाटक | 1064.29 |
16 | डंडेली-अंशी | कर्नाटक | 1097.51 |
17 | नागरहोल | कर्नाटक | 1205.76 |
18 | बिलीगिरी रंगनाथ मंदिर | कर्नाटक | 574.82 |
19 | पेरियार | केरल | 925 |
20 | परम्बिकुलम | केरल | 643.66 |
21 | कान्हा | मध्य प्रदेश | 2051.79 |
22 | पेंच | मध्य प्रदेश | 1179.63 |
23 | बांधवगढ़ | मध्य प्रदेश | 1598.1 |
24 | पन्ना | मध्य प्रदेश | 1578.55 |
25 | सतपुड़ा | मध्य प्रदेश | 2133.30 |
26 | संजय-दुबरी | मध्य प्रदेश | 1674.50 |
27 | मेलघाट | महाराष्ट्र | 2768.52 |
28 | ताडोबा-अंधारी | महाराष्ट्र | 1727.59 |
29 | पेंच | महाराष्ट्र | 741.22 |
30 | सह्याद्री | महाराष्ट्र | 1165.57 |
31 | नवेगाव-नागझिरा | महाराष्ट्र | 653.67 |
32 | बोर | महाराष्ट्र | 138.12 |
33 | दाम्पा | मिजोरम | 988 |
34 | सिमलीपाल | ओडिशा | 2750 |
35 | सत्कोसिया | ओडिशा | 963.87 |
36 | रणथंभौर | राजस्थान | 1411.29 |
37 | सरिस्का | राजस्थान | 1213.34 |
38 | मुकुंदरा हिल्स | राजस्थान | 759.99 |
39 | कलाकड़-मुंडनथुराई | तमिलनाडु | 1601.54 |
40 | अन्नामलाई | तमिलनाडु | 1479.87 |
41 | मुदुमलई | तमिलनाडु | 688.59 |
42 | सत्यमंगलम | तमिलनाडु | 1408.4 |
43 | कवल | तेलंगाना | 2019.12 |
44 | अमराबाद | तेलंगाना | 2611.39 |
45 | दुधवा | उत्तर प्रदेश | 2201.77 |
46 | पीलीभीत | उत्तर प्रदेश | 730.24 |
47 | अमनगढ़ (कॉर्बेट व्याघ्र अभ्यारण्य का बफर) | उत्तर प्रदेश | 80.6 |
कॉर्बेट | उत्तराखंड | 1288.31 | |
48 | राजाजी व्याघ्र अभ्यारण्य | उत्तराखंड | 1075.17 |
49 | सुंदरबन | पश्चिम बंगाल | 2584.89 |
50 | झाड़ी | पश्चिम बंगाल | 757.90 |
51 | श्रीविलिपुथुर मेगामलाई | तमिलनाडु | 1016.57 |
52. | रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभ्यारण्य | राजस्थान | 252 |
53. | गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एवं तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य | छत्तीसगढ़ | 466.67 |
हमने आपको भारत के 53 व्याघ्र अभ्यारण्य का मानचित्र (नक्शा) भी उपलब्ध कराया है। भारत का व्याघ्र अभ्यारण्य का यह मानचित्र भारत के वन्यजीव संस्थान द्वारा प्रदान किया गया है एवं राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा अपनी वेबसाइट पर भी प्रकाशित किया गया है।
भारत के मानचित्र में व्याघ्र अभ्यारण्य
तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य एवं गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान की संयुक्त भूमि को अक्टूबर 2021 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) की तकनीकी समिति द्वारा व्याघ्र अभ्यारण्य के रूप में नामित किया गया था। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान एवं तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य का कुल क्षेत्रफल क्रमशः 1,440 एवं 608 वर्ग किलोमीटर है। वर्ष 2011 में तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य को सरगुजा जशपुर हाथी रिजर्व में जोड़ा गया। अतः, यह छत्तीसगढ़ में चौथा व्याघ्र अभ्यारण्य एवं पूरे भारत में 53 वां व्याघ्र अभ्यारण्य बन गया।
यहां, हमने भारत में उनके क्षेत्र के संदर्भ में शीर्ष दस सबसे बड़े व्याघ्र अभ्यारण्यों को भी सूचीबद्ध किया है। भारत में शीर्ष 10 सबसे बड़े व्याघ्र अभ्यारण्यों की सूची इस प्रकार है-
नागार्जुन सागर श्रीशैलम व्याघ्र अभ्यारण्य भारत के सबसे बड़े व्याघ्र अभ्यारण्यों में से एक है। यह तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश राज्य में 3296.31 वर्ग किमी में विस्तृत है। नागार्जुन सागर व्याघ्र अभ्यारण्य आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में 5 जिलों में फैला हुआ है। इसके अंतर्गत अधिकांशतः नल्लामाला पहाड़ियों का क्षेत्र आता है।
मानस राष्ट्रीय उद्यान भारत में दूसरा सबसे बड़ा व्याघ्र अभ्यारण्य है जो असम में हिमालय की तलहटी में स्थित है। मानस राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्रफल के अनुसार 3150.92 वर्ग किमी में फैला हुआ है। यह उद्यान अपने दुर्लभ एवं लुप्तप्राय स्थानिक वन्यजीवों के लिए जाना जाता है।
मेलघाट व्याघ्र अभ्यारण्य मध्य भारत में सतपुड़ा पहाड़ियों की श्रेणी की दक्षिणी शाखा पर स्थित है, जिसे भारतीय राज्य महाराष्ट्र में गाविलगढ़ पहाड़ी कहा जाता है। मेलघाट व्याघ्र अभ्यारण्य क्षेत्रफल के अनुसार 2768.52 वर्ग किमी में फैला हुआ है। यह बाघ का प्रमुख आवास एवं राज्य का प्रमुख जैव विविधता भंडार है। यह व्याघ्र अभ्यारण्य पांच प्रमुख नदियों का जलग्रहण क्षेत्र भी है।
सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान भारतीय राज्य ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक राष्ट्रीय उद्यान एवं एक व्याघ्र अभ्यारण्य है। सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्रफल के अनुसार 2750 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
अमराबाद व्याघ्र अभ्यारण्य तेलंगाना की नल्लामाला पहाड़ियों में स्थित है। यहां चेंचू जनजाति की बड़ी उपस्थिति है। अमराबाद व्याघ्र अभ्यारण्य तेलंगाना राज्य में 2611.39 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
सुंदरबन विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा भारत एवं बांग्लादेश में स्थित है। सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भाग में स्थित है। सुंदरबन व्याघ्र अभ्यारण्य पश्चिम बंगाल राज्य में 2584.89 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
दुधवा व्याघ्र अभ्यारण्य उत्तर प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा पर स्थित एक संरक्षित क्षेत्र है। यह मुख्य रूप से लखीमपुर खीरी एवं बहराइच जिलों में फैला है। दुधवा व्याघ्र अभ्यारण्य क्षेत्रफल के अनुसार 2201 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
सतपुड़ा व्याघ्र अभ्यारण्य मध्य प्रदेश के जिले में नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है। सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान जैव विविधता से समृद्ध है। सतपुड़ा व्याघ्र अभ्यारण्य क्षेत्रफल के अनुसार 2133.30 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
नमदाफा व्याघ्र अभ्यारण्य आंध्र प्रदेश के चांगलांग जिले में स्थित है। नमदाफा व्याघ्र अभ्यारण्य आंध्र प्रदेश राज्य में क्षेत्रफल के अनुसार 2052.82 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान 1 जून 1955 को बनाया गया था एवं 1973 में कान्हा व्याघ्र अभ्यारण्य बनाया गया था। यह दो जिलों मंडला एवं बालाघाट के एक क्षेत्र में फैला हुआ है। कान्हा व्याघ्र अभ्यारण्य क्षेत्रफल के अनुसार 2051.79 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
1 अप्रैल 1973 को भारत में बाघों के संरक्षण का समर्थन करने के लिए प्रोजेक्ट टाइगर की स्थापना की गई थी। भारत में प्रोजेक्ट टाइगर पूर्ण रूप से केंद्र द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम है जो चयनित व्याघ्र अभ्यारण्यों में स्व स्थाने (इन-सीटू) बाघ संरक्षण का समर्थन करने के लिए ‘टाइगर रेंज स्टेट्स’ को धन प्रदान करता है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी/NTCA) को विभिन्न राज्यों में प्रोजेक्ट टाइगर के कार्यान्वयन एवं उसकी देखरेख का दायित्व सौंपा गया है।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान (वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया/WII), विभिन्न राज्य वन एजेंसियों एवं संरक्षण गैर सरकारी संगठनों की सहायता से, 2006 से भारत में बाघों की गणना कर रहे हैं। भारत में बाघों की आबादी को समझने एवं उसका अनुमान लगाने के लिए प्रत्येक चार वर्ष में भारत में बाघों की गणना की जाती है।
एम-एस ट्रिप्स 2010 में स्थापित एक सॉफ्टवेयर-आधारित निगरानी प्रणाली है। एम-एस ट्रिप्स को बाघों के लिए निगरानी प्रणाली-गहन संरक्षण एवं पारिस्थितिक स्थिति (मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर टाइगर्स इंटेंसिव प्रोटेक्शन एंड इकोलॉजिकल स्टेटस) कहा जाता है। गंभीर रूप से लुप्तप्राय बंगाल टाइगर की गश्त एवं निगरानी बढ़ाने के उद्देश्य से इसे सभी भारतीय व्याघ्र अभ्यारण्य में प्रारंभ किया गया था।
2010 में पीटर्सबर्ग टाइगर समिट के दौरान, भारत सहित बाघों के आवास वाले 13 देशों के नेताओं ने संपूर्ण विश्व में बाघों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने एवं व्यापक रूप से बाघों की आबादी को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध किया। TX2 को पहल के आदर्श वाक्य के रूप में चुना गया था। TX2 पहल का उद्देश्य 2020 तक सदस्य देशों में बाघों की आबादी को दोगुना करना है। भारत ने कट-ऑफ तिथि/वर्ष से पूर्व यह लक्ष्य प्राप्त कर लिया।
उत्तर. भारत में विश्व में सबसे ज्यादा बाघों की आबादी है।
उत्तर. भारत में अब तक 53 व्याघ्र अभ्यारण्य हैं।
उत्तर. देश में बाघों की सर्वाधिक आबादी मध्य प्रदेश में है।
उत्तर. कॉर्बेट व्याघ्र अभ्यारण्य में भारत के सभी व्याघ्र अभ्यारण्यों की तुलना में बाघों की संख्या सबसे अधिक है।
उत्तर. प्रोजेक्ट टाइगर को 1973 में उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में प्रारंभ किया गया था। अतः, कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का पहला व्याघ्र अभ्यारण्य बन गया।
उत्तर. गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य भारत में 53वां व्याघ्र अभ्यारण्य है।
उत्तर. मध्य प्रदेश राज्य में भारत में बाघों एवं व्याघ्र अभ्यारण्यों की संख्या सबसे अधिक है।
उत्तर. छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान (संजय राष्ट्रीय उद्यान) एवं तमोर पिंगला वन्यजीव अभ्यारण्य के संयुक्त क्षेत्र को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा भारत में 53वें व्याघ्र अभ्यारण्य का दर्जा प्रदान किया गया है।
उत्तर. बोर व्याघ्र अभ्यारण्य (महाराष्ट्र) भारत का सबसे छोटा व्याघ्र अभ्यारण्य है।
India has the highest tiger population in the world.
There are 53 tiger reserves in India as of now.
Madhya Pradesh has the highest tiger population in the country.
Corbett Tiger Reserve has the highest tiger population among all tiger reserves in India.
The Project Tiger was launched in the Corbett National Park of Uttarakhand in 1973. So, Corbett National Park became the first tiger reserve in India.
Guru Ghasidas National Park and Tamor Pingla Wildlife Sanctuary is the 53rd Tiger Reserve in India.
Madhya Pradesh state has the highest number of tigers and tiger reserves in India.
The combined area of Guru Ghasidas National Park (Sanjay National Park) and Tamor Pingla Wildlife Sanctuary of Chhattisgarh has been given the status of 53rd Tiger Reserve in India by the NTCA.
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